सॉफ्ट कौशल
पार सांस्कृतिक संप्रेषण एवं व्यापार शिष्टाचार
मनोमितीय परीक्षण और व्यापार में इसका अनुप्रयोग
प्रतिभा प्रबंधन
कॉर्पोरेट स्थिरता एवं दायित्व
अंतरराष्ट्रीय व्यापार रणनीति और वार्ता कौशल
SBI चेयरमैन बोले- कोरोना से बदली रणनीति, अब इकोनॉमी में तेज सुधार के संकेत
पिछले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि इकोनॉमी में सुधार के संकेत तेजी से मिल रहे हैं. इसी कड़ी में अब भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते गोता खाने वाली देश की अर्थव्यवस्था में मजबूती का रुख दिख रहा है.
SBI के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि उम्मीद है कि इकोनॉमी अलगे वित्त वर्ष में तेजी की राह पर लौट आएगी. उन्होंने रणनीति विदेशी मुद्रा कहा कि अर्थव्यवस्था में बुनियादी बदलवा होगा और अब यह अधिक परिपक्व अर्थव्यवस्था बनेगी क्योंकि आर्थिक इकाइयां लागत को सीमित रखना सीख रही हैं.
कार्यक्रम
प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी) संस्थान का एक प्रमुख कार्यकलाप है । वर्ष 1963 में इसकी स्थापना से परिकल्पना की गई थी कि आईआईएफटी अन्तरराष्ट्रीय व्यवसाय में कार्यपालक विकास कार्यक्रम के लिए एक उत्कृष्टत केन्द्र बनना चाहिए । आज इसके 50 वर्ष पूरे होने के बाद यह एक ज्ञान स्रोत प्रभाग के रूप में उभरा है जो भारत और विदेश दोनों स्थानों पर कॉरपोरेट, सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्रों से सभी स्तरों पर प्रबंधकों और कार्यपालकों की जरूरतें पूरी कर रहा है ।
एमडीपी का उद्देश्य, प्रतिभागियों को अनुभवी संकाय और साथी प्रतिभागियों की नई अन्तरदृष्टि के साथ अन्योन्यक्रिया करने और विचारों के आदान-प्रदान का एक उत्तम अवसर प्रदान कराना है और अवधारणाओं को बेहतर निर्णय निर्माण में बदलने में मदद करना है । यह व्यवसाय कार्यपालकों के लिए ज्ञान के नए क्षेत्रों का पता लगाने, अपनी दक्षताओं में निपुणता लाने में भी सुविधाएं प्रदान करता है तथा उनके संगठनों को नई ऊँचाइयां प्राप्त करने में सहायता प्रदान करता है ।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.5 अरब डॉलर की गिरावट
New Delhi: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने शुक्रवार को बताया है कि 14 अक्टूबर को ख़त्म होने वाले हफ़्ते में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.5 अरब डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट के साथ भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 528.37 अरब डॉलर हो गया है.
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20 करोड़ डॉलर की हुई थी वृद्धि
हालांकि इससे पिछले वाले हफ़्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 20 करोड़ डॉलर की वृद्धि हुई थी. इस साल अगस्त के बाद से वो पहला मौका था जब किसी हफ़्ते भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा देखा गया था. मिली जानकारी के अनुसार, अक्टूबर, 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के साथ अब तक के अपने सर्वोच्च स्तर पर था.
विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट, 89.7 करोड़ डॉलर का झटका, 572.978 अरब डॉलर तक पहुंचा कोष
विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट। (प्रतीकात्मक फोटो)
Foreign Exchange Reserves: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा भंडार पांच अगस्त को समाप्त सप्ताह में 89.7 करोड़ डॉलर घटकर 572.978 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यह जानकारी दी। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इससे पहले 29 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान, विदेशी मुद्रा भंडार 2.315 अरब डॉलर बढ़कर 573.875 अरब डॉलर रहा था।
पांच अगस्त रणनीति विदेशी मुद्रा को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में आई गिरावट का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों का घटना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
2 साल के निचले स्तर पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार, 545.652 अरब डॉलर रह गया कोष
LagatarDesk : देश का विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार सातवें सप्ताह गिरावट दर्ज की गयी. 16 सितंबर 2022 को खत्म हफ्ते में यह 5.22 अरब डॉलर घटकर 545.652 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह पिछले 2 सालों का सबसे निचला स्तर है. 9 रणनीति विदेशी मुद्रा सितंबर को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.23 अरब डॉलर गिरकर 550.87 अरब डॉलर हो गया था. इस तरह सितंबर माह यानी दो सप्ताह में भारत का कोष 7.75 अरब डॉलर कम हो गया. आरबीआई ने शुक्रवार को आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी है.
अगस्त माह में 11.932 अरब डॉलर कम हुआ कोष
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 26 अगस्त को हुए सप्ताह में भारत का कोष 3.007 रणनीति विदेशी मुद्रा अरब डॉलर घटकर 561.046 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले 19 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया था. जबकि 12 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.23 अरब डॉलर घटकर 570.74 अरब डॉलर पर आ गया था. वहीं 5 अगस्त को सप्ताह हुए सप्ताह में भारत का कोष 89.7 करोड़ डॉलर घटकर 572.978 अरब डॉलर रह गया. इस तरह अगस्त महीने में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 11.932 अरब डॉलर की गिरावट आयी. वहीं इससे पहले जुलाई माह में यह 21.6938 अरब घटा था.
विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. बता दें कि एफसीए के बढ़ने से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त देखने को मिलती है. वहीं अगर एफसीए घटती है तो देश के भंडार में भी कमी आती है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है. रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए (FCA) 4.7 अरब डॉलर गिरकर 484.90 अरब डॉलर रह गया.
रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व, एसडीआर और आरक्षित मुद्रा भंडार में भी आयी कमी
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में भारत का स्वर्ण भंडार 45.8 करोड़ डॉलर घटकर38.186 अरब डॉलर बच गया. इसी तरह आलोच्य सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी एमआईएफ (IMF) में देश रणनीति विदेशी मुद्रा का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट (Special Drawing Rights) 3.2 करोड़ डॉलर कम होकर 17.686 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वहीं रिपोर्टिंग वीक में आईएमएफ के पास रखा देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 3.1 करोड़ की गिरावट के साथ 4.88 अरब डॉलर पर आ गया.
बता दें कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई ने डॉलर बेचे है. जिसकी वजह रणनीति विदेशी मुद्रा से विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आयी है. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर 81.20 के लेवल तक जा पहुंचा. कारोबार के अंत में रुपया 19 पैसे गिरकर रणनीति विदेशी मुद्रा 80.99 के लेवल पर क्लोज हुआ. यह पहली बार है जब भारतीय करेंसी की क्लोजिंग इतने निचले स्तर पर हुई है.
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