Key Points
उत्साह
बादल, गरजो!
घेर घेर घोर गगन, धाराधर ओ!
ललित ललित, काले घुंघराले,
बाल कल्पना के से पाले,
विद्युत छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
वज्र छिपा, नूतन कविता
फिर भर दो
बादल गरजो!
इस कविता में कवि ने बादल के बारे में लिखा है। कवि बादलों से गरजने का आह्वान करता है। कवि का कहना है कि बादलों की रचना में एक नवीनता है। काले-काले घुंघराले बादलों का अनगढ़ रूप ऐसे लगता है जैसे उनमें किसी बालक की कल्पना समाई हुई हो। उन्हीं बादलों से कवि कहता है कि वे पूरे आसमान को घेर कर घोर ढ़ंग से गर्जना करें। बादल के हृदय में किसी कवि की तरह असीम ऊर्जा भरी हुई है। इसलिए कवि बादलों से कहता है कि वे किसी नई कविता की रचना कर दें और उस रचना से सबको भर दें।
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन!
तप्त धरा, जल से फिर
शीतल कर दो –
बादल, गरजो!
अभ्यास
प्रश्न 1: कवि बादल से फुहार, रिमझिम या बरसने के स्थान पर ‘गरजने’ के लिए कहता है, क्यों?
उत्तर: कवि का मानना है कि केवल रिमझिम बारिश से काम नहीं चलने वाला है। कवि तो चाहता है कि प्रचुर मात्रा मे बारिश हो जिससे उसका सबसे अधिक फायदा मिल सके। इसलिए वह बादलों से गरजने के लिए कहता है।
प्रश्न 2: कविता का शीर्षक उत्साह क्यों रखा गया है?
उत्तर: यह कविता उस उत्साह को चित्रित करता है जिस उत्साह से हर भारतीय मानसून का इंतजार और स्वागत करता है। मानसून का हमारी अर्थव्यवस्था और संस्कृति के लिए बहुत महत्व है। इसलिए इस कविता का शीर्षक उत्साह रखा गया है।
प्रश्न 3: कविता में बादल किन-किन अर्थों की ओर संकेत करता है?
उत्तर: इस कविता में बादल कई अर्थों की ओर संकेत करता है; जैसे कि कोई अनगढ़ बालक, कोई नवीन रचना या फिर कोई अनजान दिशा से आया पथिक।
दस संकेत जिनसे पता चल सकेगा आपके घर और दफ्तर में वास्तु दोष है या नहीं
वास्तु ऊर्जा एक अत्यंत सूक्ष्म ऊर्जा है, जिसका हमारे जीवन पर गहरा और दूरगामी प्रभाव पड़ता है। अगर आपके आसपास यह ऊर्जा सही मात्रा और दिशा में उपलब्ध हो तो आपके जीवन में इसका सकारात्मक असर होता है। इस असीम ऊर्जा को हम साक्षात देख तो नहीं पाते हैं लेकिन इसे अनुभव किया जा सकता है।
यह ऊर्जा अल्ट्रासाउंड और माइक्रोवेव तरंगों से भी ज्यादा सूक्ष्म होती है। जिसका प्रभाव देर से होता है पर गहरा होता है। हालांकि जब यह ऊर्जा सही दिशा में नहीं होती है तो हमें इसके दुष्परिणाम भी उठाने होते हैं।
1. ताजगी महसूस न होना
आप रोजाना रात को 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेते हैं और आपकी दिनचर्या भी ठीक है। इसके बावजूद भी आप खुद को ऊर्जावान महसूस नहीं करते हैं। सुबह उठते ही थकावट और कमजोरी सी महसूस होती है। किसी काम में मन नहीं लगता है। चाय और कॉफी पीने से भी ताजगी का एहसास उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है? नहीं होता है, तो हो सकता है कि यह वास्तु दोष के कारण हो रहा है।
कई बार हम अपने आरामदायक जोन से इतने अभ्यस्त हो चुके होते हैं कि उससे बाहर नहीं निकल पाते है। मौजूदा व्यापार या व्यवसाय में लगातार नुकसान सहने या उसमें भविष्य न दिखने पर भी हम उसे छोड़ने का साहस नहीं जुटा पाते हैं। व्यक्तिगत या सार्वजनिक जीवन में किसी से कटु संबंध होने पर भी उस रिश्ते से बाहर नहीं आ पाते हैं। इस स्थिति में हमारे अंदर जीवन में कुछ नया करने की ऊर्जा और प्रेरणा का अभाव हो जाता है। हम कठोर निर्णय नहीं ले पाते हैं।
3. तरक्की ठप हो जाना
कई लोग अपने काम में कुशल होते हैं और काम नियत समय पर पूरी ईमानदारी और पूर्णता के साथ करते हैं, लेकिन ऑफिस में बॉस से कभी उस काम की सराहना नहीं मिलती है, प्रोमोशन नहीं मिलता है। व्यापार करते हैं तो सब कुछ सही दिशा में होने पर भी तरक्की नहीं होती है। नौकरी या व्यापार में हर बार अच्छे अवसर हाथ से निकल जाते हैं और ऐसे लोग हमेशा पीछे रह जाते हैं। कई बार ऐसा वास्तु दोष के कारण होता है।
एक अच्छी नौकरी या अच्छा व्यवसाय है। हर महीने अच्छी खासी आमदनी होती है। घर परिवार का कोई जरूरी काम रुकता नहीं है। जीवन सही से चल रहा है, लेकिन पैसे नहीं बचते हैं। कोई बड़ा काम नहीं हो पाता है। भविष्य के लिए कोई निवेश नहीं हो पाता है। हर महीने कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जो सारी वित्तीय योजनाओं पर पानी फेर देता है।
2झुंड में कौए का आना
अगर आपके घर में कई कौए झुंड में इकठ्ठा हो जाएं और तेजी से बोलें तो आपको सतर्क होने की आवश्यकता है। दरअसल, ये कौए किसी अनहोनी का संकेत देते हैं। ये इस बात का संकेत भी हो सकता है कि आपके परिवार पर कोई बड़ा संकट या कोई बड़ी बीमारी आने वाली है। खासतौर पर इस तरह के संकेत घर के मुखिया के लिए अच्छे नहीं होते हैं।
3दक्षिण दिशा में कौए का बोलना
यदि आपके घर में कौआ दक्षिण दिशा की ओर बैठकर बोलता है तो यह एक अशुभ संकेत होता है। ये इस बात का संकेत है कि आपके पितर आपसे नाराज हैं और आपके घर में पितृ दोष है। ऐसा कोई भी संकेत मिलने पर उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है? उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है? आपको घर से पितृ दोष दूर करने के उपाय करने चाहिए।
4कौए का शरीर पर बैठना
अगर कभी अनायास ही आपके शरीर पर कौआ आकर बैठ जाए तो यह एक बड़ा अपशकुन हो सकता है। यह इस बात का संकेत देता है कि आपको मानसिक तनाव मिलने वाले हैं, आपके करियर में असफलता उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है? मिल सकती है और कोई बड़ी बीमारी आ सकती है।
5रोटी खाता हुआ कौआ
अगर आप अपने घर में कौए के लिए रोटी या कोई भी खाने की सामाग्री रखते हैं और वो खा लेता है तो समझ लीजिए कि आपकी कई मनोकामनाएं पूरी होने वाली हैं। आपको धन लाभ हो सकता है और किसी बड़े काम में सफलता मिलने के योग भी बन सकते हैं। दरअसल कौए का रोटी खाना इस बात का संकेत है कि आपके पूर्वज आपसे प्रसन्न हैं और घर से सभी दोष दूर होने वाले हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य और कल्याण का एक पूरे समाज का दृष्टिकोण है, जो व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों की आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर आधारित है। यह स्वास्थ्य के अधिक व्यापक निर्धारकों को संबोधित करता है और शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य और कल्याण के व्यापक और आपस में संबंधित पहलुओं पर केंद्रित है।
वह पूरे जीवन में स्वास्थ्य आवश्यकताओं के लिए पूरे की देखभाल मुहैया कराता उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है? है और न केवल विशिष्ट रोगों के लिए। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल करता है कि लोगों को व्यापक देखभाल मिले, जिसमें प्रमोशन और निवारण सेउपचार, पुनर्वसन और पीड़ाहारक देखभाल शामिल है, जो लोगों के दैनिक पर्यावरण के लिए अधिक से अधिक योग्य हो।
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का मूल न्याय और समानता के प्रति वचनबद्धता और स्वास्थ्य के उच्चतम प्राप्य मानक के मूलभूत अधिकार की मान्यता में है, जैसे कि मानव अधिकारों पर वैश्विक घोषणा की धारा २५ में बताया गया हैः “हर किसी को उसके और उसके परिवार के लिए पर्याप्त जीवनमान का अधिकार है, जिसमें अन्न, वस्त्र, आवास और वैद्यकीय देखभाल तथा आवश्यक सामाजिक सेवायें शामिल हैं […]”
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल महत्त्वपूर्ण क्यों है?
प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का नूतनीकरण करना और उसे प्रयासों के केंद्र में रखकर स्वास्थ्य और कल्याण को सुधारना तीन कारणों से महत्त्वपूर्ण हैः
- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल तेज़ी से आर्थिक, प्रौद्योगिकीय और जनसंख्या परिवर्तनों को प्रतिक्रिया देने के लिए सुस्थित है, जिनमें सभी स्वास्थ्य और कल्याण पर प्रभाव डालते हैं। हाल के विश्लेषण से पता चला है कि १९९० से २०१० में बाल मृत्युदर को कम करने के लगभग आधे लाभ स्वास्थ्य क्षेत्र के बाहर के घटकों के कारण थे (जैसे कि पानी और स्वच्छता, शिक्षा, आर्थिक विकास)। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल दृष्टिकोण हित संबंधितों की व्यापक परिधि को आकर्षित कर स्वास्थ्य और कल्याण के सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय और व्यावसायिक निर्धारकों को संबोधित करने के लिए नीतियों की परीक्षा और बदलाव लाता है। अपने स्वयं के स्वास्थ्य और कल्याण के उत्पादन में महत्वपूर्ण कार्यकारकों के रूप में लोगों और समुदायों से व्यवहार करना हमारे बदलते विश्व की जटिलताओं को समझने और प्रतिक्रिया देने के लिए महत्त्वपूर्ण है।
- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्वास्थ्य और कल्याण के आज के प्रमुख कारणों और खतरों को संबोधित करने के लिए, साथ ही आने वाले समय मेंस्वास्थ्य और कल्याण को खतरे में डालने वाले उभरती चुनौतियों को संभालने के लिए अति प्रभावी और कार्यक्षम पद्धति सिद्ध हुई है। वह एक अच्छे मूल्यवान निवेश भी सिद्ध हुआ है, क्योंकि ऐसा प्रमाण है कि गुणवत्तावान प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल अस्पताल में भर्ती होना कमी करने के द्वारा कुल स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को कम करती और कार्यक्षमता को बढ़ाती है। बढ़ती जटिल स्वास्थ्य समस्याओं को संबोधित करने के लिए एक बहुक्षेत्रीय दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जो स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाली और निवारक नीतियों का समेकन करता है, वह समाधान जो समुदायों को प्रतिक्रिया देते हैं और स्वास्थ्य सेवायें जो जनकेंद्रित होती हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में महत्वपूर्ण घटक शामिल होते हैं, जो स्वास्थ्य सुरक्षा को सुधारने और महामारियों व सूक्ष्म जीवरोधी प्रतिरोध जैसे स्वास्थ्य खतरों के निवारण में आवश्यक हैं, जो सामुदायिक सहभाग तथा शिक्षा, विवेकपूर्ण निर्धारण, और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यवाहियों जैसे कि पर्यवेक्षण के माध्यम से होगा। सामुदायिक और पेरिफ़ेरल स्वास्थ्य सुविधा स्तर पर प्रणालियों को करने से निरंतरता बनाने में योगदान मिलता है, जो स्वास्थ्य प्रणाली के झटके झेलने के लिए महत्त्वपूर्ण है।
- अधिक शक्तिशाली प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल चिरस्थायी विकास ध्येयों और वैश्विक स्वास्थ्य कवरेज को प्राप्त करने के लिए महत्त्वपूर्ण है। वह स्वास्थ्य ध्येय(एसडीजी३) के परे अन्य ध्येयों की उपलब्धि में योगदान देगा, जिसमें गरीबी, भूख, लैंगिक समानता, स्वच्छ पानी और सुरक्षा, कार्य तथा आर्थिक विकास, असमानता और जलवायु उत्तम–प्रवाह संकेतक कैसे काम करता है? कार्य कम करना शामिल है।
ईवीएस में आकलन का संकेतक है-
Key Points
प्राथमिक स्तर पर ईवीएस में आकलन के लिए संकेतक निम्न को सम्मिलित करते हैं: -
- अवलोकन और विवरण करना (रिकॉर्डिंग) - रिपोर्टिंग, वर्णन और ड्राइंग, चित्र-पठन, चित्र, तालिका और मानचित्र बनाना।
- चर्चा - सुनना, बात करना, राय व्यक्त करना, दूसरों से खोजना
- अभिव्यक्ति - चित्र बनाना, शारीरिक गति, रचनात्मक लेखन आदि।
- व्याख्या – तर्क करना, तार्किक संबंध बनाना
- वर्गीकरण - वर्गीकरण, समूहीकरण, विषमता और तुलना
- प्रश्न करना - जिज्ञासा व्यक्त करना, गहन चिंतन, विकासशील प्रश्न
- विश्लेषण - पूर्वानुमान करना, परिकल्पना करना और अनुमान लगाना
- प्रयोग - सुधार करना, चीजें बनाना और प्रयोग करना
- न्याय और समानता के लिए चिंता - वंचितों या अलग-अलग विकलांगों के प्रति संवेदनशीलता, पर्यावरण के लिए चिंता दिखाना
- सहयोग - जिम्मेदारी लेना और पहल करना, साझा करना और एक साथ काम करना।
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