स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी.

Commodity Trading क्या है शेयर मार्केट में कमोडिटी ट्रेडिंग क्या होता है

शेयर मार्केट में हम शेयर ट्रेडिंग के अलावा अक्सर एक शब्द और सुनते हैं Commodity Trading बहुत सारे लोग कई बार कंफ्यूज रहते हैं कि शेयर ट्रेडिंग और कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या फर्क होता है इसीलिए आज हम इस जानकारी में यही जानेंगे कि कमोडिटी क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे किया जाता है हम इसमें किन चीजों की ट्रेडिंग कर सकते हैं।

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Commodity क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करते है।

Commodities का मतलब होता है ऐसी चीजें जिन्हें हम डेली लाइफ में यूज करते हैं और उन चीजों को कोई भी प्रोड्यूस करें हम उसे एक जैसा ही मानते हैं उदाहरण के लिए चावल, गेहूं, तेल, एलपीजी, सोना और सिल्वर और जिस तरह शेयर मार्केट में हम शेयर पर डेरिवेटिव ट्रेडिंग करते हैं ठीक उसी तरह हम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटीज डेरिवेटिव ट्रेडिंग कर सकते हैं।

कमोडिटी ट्रेडिंग के प्रकार

कमोडिटी मार्केट में 4 तरह के कमोडिटीज में ट्रेडिंग होती है।

  1. Agri Commodity (एग्री कमोडिटीज क्या है)- जिसमें चीनी दाल सरसों का तेल चना सोयाबीन इलायची आते हैं
  2. Base Metals (बेस मेटल्स)- जैसे एलमुनियम कॉपर लेड निकेल और जिंक
  3. Precious Metals (प्रेशियस मेटल्स)- इसमें मिली दो कमोडिटी जाती है सोना और चांदी
  4. Anergy Commodity (एनर्जी कमोडिटीज)- जिसमें क्रूड आयल नेचुरल गैस आते हैं।

कमोडिटीज की ज्यादातर ट्रेडिंग फ्यूचर डेरिवेटिव में होती है यानी कि हम इन चारों तरह के कमोडिटी पर अलग-अलग टाइम ड्यूरेशन के फ्यूचर कांट्रैक्ट की बाय और सेलिंग कर सकते हैं एक बात जो कमोडिटी फीचर्स को शेयर फीचर से अलग करती है वह यह है कि शेर के फीचर्स केवल 3 महीने के लिए होते हैं पर कमोडिटीज के फीचर्स से कहीं ज्यादा टाइम पर हो सकते हैं उदाहरण के लिए हम क्रूड आयल के सिक्स मंथ के लिए डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट बाय कर सकते हैं दोस्तों जिस तरह शेयर की ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंज पर होती है वैसे ही Commodity Trading कमोडिटी एक्सचेंज पर होती है।

भारत में 6 कमोडिटी एक्सचेंज कंपनी है।

  1. MCX-मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
  2. NCDEX-नेशनल कमोडटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज
  3. NMCE-नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
  4. ICEX-इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज
  5. ACE-एस डेरिवेटिव एक्सचेंज
  6. UCX-द यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज

यानी कि हम जब भी कमोडिटीज में ट्रेनिंग करेंगे तो हमारा ट्रेड इन सभी एक्सचेंज कंपनी के जरिए ही होगा। साथ ही कमोडिटीस का रेगुलेटर सेबी ही है। जो शेयर मार्केट खूबी रेगुलेट करती है।

कमोडिटी मार्केट में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग क्रूड आयल और गोल्ड में होती है और इन कमोडिटीज में वैसे लोग ज्यादा ट्रेडिंग करते हैं जो इसी फील्ड में काम करते हैं।

कमोडिटी ट्रेडिंग कितना रिस्की है

कमोडिटी में ट्रेडिंग करना शेयर्स में ट्रेनिंग करने से ज्यादा रिस्की होता है क्योंकि किसी भी कमोडिटी का प्राइस काफी कम समय में जल्दी से चेंज होता है इसकी वजह यह है कि कमोडिटीज डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? में ऐसे प्रोडक्ट है जो फिजिकल सप्लाई डिमांड पर बेचने हैं जैसे सऊदी अरेबिया में तेल को लेकर कोई इशू हो जाए तो क्रूड ऑयल की कीमत पर इसका बहुत प्रभाव पड़ सकता है। ठीक इसी तरह अगर भारत में शुगर की प्रोडक्शन जरूरत से काफी कम हो जाए तो शुगर की प्राइस इंडियन कमोडिटी मार्केट में काफी तेजी से बढ़ सकती है।

दोस्तों कमोडिटीज में ट्रेडिंग डेरिवेटिव में होती है और डेरिवेटिव की ट्रेडिंग मार्जिन पर होती है। इस वजह से अगर हमारा ट्रेड गलत जगह हो गया तो हमें काफी नुकसान हो सकता है। पर अगर हमारा ट्रेड सही हुआ हमें मारजिंग की वजह से काफी ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। अगर हम कमोडिटी मार्केट में ट्रेड होने वाली किसी भी कमेटी में अच्छा नॉलेज है तो हम उसम ट्रेडिंग जरूर कर सकते हैं।

कमोडिटी की जगह ज्यादातर ट्रेडिंग फ्यूचर्स में होती है इसलिए यदि आप कम्युनिटी में ट्रेडिंग करने के बारे में सोच रहे हैं तो पहले आपको फ्यूचर ट्रेडिंग को अच्छे से समझ लेना है अच्छी बात यह है कि हमने फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी इस वेबसाइट में बताई हुई है सर्च बाहर में सर्च करके उसके बारे में जानकारी ले सकते हैं।

कमोडिटी मार्केट में कितने एक्सचेंज कंपनियां है ?

कमोडिटी मार्केट में 6 एक्सचेंज कंपनी है।

  1. Multi commodity exchange
  2. National commodity and derivative exchange
  3. National multi commodity exchange
  4. Indian commodity exchange
  5. Ace derivative exchange
  6. The universal commodity exchange

कमोडिटी मार्केट में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग किसमें होती है ?

कमोडिटी ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग क्रूड आयल और गोल्ड में होती है।

आज के इस जानकारी में हमने कमोडिटी ट्रेडिंग के बारे में जाना हम इस में किन-किन चीजों की ट्रेडिंग कर सकते हैं और इसमें ट्रेडिंग कैसे होती है। यदि आपको यह जानकारी से संबंधित कुछ सवाल पूछना है तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

Market Outlook This Week: ग्लोबल ट्रेंड से तय होगी बाजार की चाल, डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से रहेगा उतार-चढ़ाव

Market Outlook: एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक का ब्योरा जारी होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए संकेतक मिलेंगे.

Market Outlook This Week: ग्लोबल ट्रेंड से तय होगी बाजार की चाल, डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से रहेगा उतार-चढ़ाव

स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी.

Market Outlook This Week: स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह ग्लोबल ट्रेंड्स और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के प्रवाह से तय होगी. विश्लेषकों ने यह राय जताते हुए कहा कि इस सप्ताह घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ा आंकड़ा नहीं आना है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मंथली डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक का ब्योरा जारी होगा, जिससे बाजार को आगे के लिए संकेतक मिलेंगे.

क्या है एक्सपर्ट्स की राय

  • रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर कोई बड़ी घटना नहीं होने की वजह से स्थानीय बाजार की दिशा ग्लोबल ट्रेंड, कच्चे तेल के दाम और मुद्रा के उतार-चढ़ाव से तय होगी.
  • इसके अलावा नवंबर माह के डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. वैश्विक बाजारों में भी कुछ कमजोरी का रुख देखने को मिला.
  • स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के वरिष्ठ डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ‘‘संकेतकों के अभाव में बाजार ने सीमित दायरे में कारोबार किया. डेरिवेटिव एक्सपायरी के बीच अब बाजार को दिशा के लिए संकेतकों का इंतजार रहेगा. इस बात की काफी संभावना है कि बाजार अभी ऊपर की ओर जाए. हालांकि, व्यापक रूप से बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिल रही है.’’

Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 42,173 करोड़ बढ़ा, ICICI बैंक, Infosys को सबसे ज्यादा फायदा

FOMC की बैठक का दिख सकता है असर

उन्होंने कहा कि वैश्विक मोर्चे की बात की जाए तो एफओएमसी की बैठक के ब्योरे से कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. साथ ही संस्थागत निवेशकों का प्रवाह महत्वपूर्ण होगा. पिछले कुछ सत्रों से इसमें कमी आई है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू मोर्चे पर किसी बड़े घटनाक्रम के अभाव में बाजार वैश्विक संकेतकों से ही दिशा लेगा. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 131.56 अंक या 0.21 प्रतिशत के नुकसान में रहा. वहीं निफ्टी में 42.05 अंक या 0.22 प्रतिशत की गिरावट आई.

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NCDEX निकेल और अल्यूमीनियम में शुरू करना चाहता है ऑप्‍शंस ट्रेडिंग, बाजार नियामक सेबी से मांगी मंजूरी

कमोडिटी फ्यूचर्स एक्‍सचेंज NCDEX ने निकेल और अल्‍यूमीनियम जैसी गैर-कृषि कमोडिटीज में ऑप्‍शंस कारोबार शुरू करने के लिए बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मांगी है।

शेयर और कमोडिटी बाजार में पैसा लगाना होगा आसान, एक ही एक्सचेंज पर हो सकेगी दोनों की ट्रेडिंग

सेबी की इस मंजूरी के बाद शेयरों और कमोडिटीज में ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग एकाउंट खुलवाने की जरूरत नहीं होगी

MCX ने धनतेरस के अवसर पर लॉन्‍च किया गोल्‍ड ऑप्‍शंस ट्रेडिंग, सिर्फ 300 रुपए में सोना खरीदने का है मौका

धनतेरस के दिन देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्‍सचेंज MCX ने गोल्‍ड में देश का पहला ऑप्‍शन ट्रेडिंग लॉन्‍च किया है।

धनतेरस पर पिछले साल जो सोना-चांदी खरीदे थे उनसे फायदा हुआ या घाटा? यहां जानिए

पिछले साल धनतेरस पर खरीदे गए सोने और चांदी का भाव सालभर में बढ़ने के बजाय कम हुआ है जिस वजह से निवेशकों को घाटा हुआ है

देश में पहली बार हुआ कमोडिटी एक्‍सचेंजों का विलय, NMCE का होगा ICEX के साथ मर्जर

नेशनल मल्‍टी कमोडिटी एक्‍सचेंज (NMCE) का विलय इंडियन कमोडिटी एक्‍सचेंज (ICEX) में हो रहा है। नई इकाई देश का दूसरा सबसे बड़ा कमोडिटी एक्‍सचेंज होगा।

सेबी ने कमोडिटी डेरिवेटिव्स मार्केट में ऑप्शन कारोबार को दी मंजूरी, बढ़ेगी लिक्विडिटी

सेबी कमोडिटी डेरिवेटिव्स में ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स कारोबार की मंजूरी दे दी है। इससे बाजार में तरलता बढ़ेगी और निवेशकों को अधिक विकल्प मिलेंगे।

कमोडिटी मार्केट के लिए सपाट बीता 2016, नए साल में विकल्प सौदों का इंतजार

कमोडिटी मार्केट में एमसीएक्स, एनसीडीईएक्स और एनएमसीई के साथ साथ क्षेत्रीय बाजारों को मिला कर वर्ष 2016 में कुल 67-68 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।

तटीय नौवहन से माल ढुलाई से सालाना 40,000 करोड़ रुपए की बचत होगी: सरकार

कोयला, सीमेंट और इस्पात जैसे मात्र छह उत्पादों का समुद्री मार्ग से तटीय नौवहन का सरकार प्रसार कर रही है औरइससे सालाना 40,000 करोड़ रुपए की बचत होगी।

दालों की बढ़ती कीमतों का असर, सेबी ने वायदा बाजार में चने के नए कॉन्ट्रैक्ट पर लगाई रोक

दालों की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने वायदा बाजारों में चने के नए अनुबंधों पर रोक लगा दी है।

एग्री कमोडिटी की स्टोरेज सर्विस देने वालों के लिए नियमों का प्रस्ताव, डिलीवरी और सौदों की निपटान में मिलेगी मदद

सेबी ने आज कमोडिटी में वायदा कारोबार करने वाले एक्सचेंजों के लिए एग्री प्रोडक्ट स्टोरेज सर्विस उपलब्ध कराने वालों के लिए नए नियमों का प्रस्ताव किया है।

कमोडिटी मार्केट में नए प्रोडक्ट को नहीं मिलेगी मंजूरी, पर्याप्त लिक्विडिटी होने पर ही विचार करेगा सेबी

यू के सिन्हा ने कहा कि रेगुलेटर कमोडिटी वायदा बाजार में नए उत्पादों को तब तक अनुमति नहीं देगा जब तक कि उनमें पर्याप्त लिक्विडिटी का भरोसा नहीं होगा।

इंडियन कमाडिटी एक्सचेंज ने जुटाए 50 करोड़ रुपए, जून में परिचालन शुरू होने की योजना

इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज (आईसीईएक्स) ने कहा कि उसने राइट्स इश्यू के जरिए 50 करोड़ जुटाए हैं और इसका परिचालन जून से शुरू होने की योजना है।

भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है ?

Zerodha

भारतीय प्रतिभूति बोर्ड (SEBI) की वेबसाइट पर दी गई लिस्ट के अनुसार भारत में 7 स्टॉक एक्सचेंज है, और 5 कमोडिटी डेरीवेटिव एक्सचेंज (Commodity Derivative Exchanges) है, इस तरह ये कहा जा सकता है वर्ष २०१८ में कमोडिटी एक्सचेंज को मिलकर भारत में कुल एक्टिव 12 स्टॉक एक्सचेंज है

भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज

  1. BSE Ltd.- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मुंबई– जिसका प्रमुख सूचकांक है – sensex – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज , मुंबई – जिसका प्रमुख सूचकांक है – NIFTY(50)

इसके आलावा भारत के अन्य स्टॉक एक्सचेंज है –

भारत के अन्य स्टॉक एक्सचेंज

  1. Calcutta Stock Exchange Ltd.- cse-india जिसका मुख्यालय कलकत्ता बंगाल में है, https://www.cse-india.com/
  2. India International Exchange (India INX) –मुम्बई, यहाँ BSE का सहायक एक्सचेंज है.
  3. Magadh Stock Exchange Ltd. – पटना,
  4. Metropolitan Stock Exchange of India Ltd.- बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स –मुंबई, प्रमुख इंडेक्स SX40
  5. NSE IFSC Ltd.- मुंबई – NSE का सहायक एक्सचेंज.

STOCK EXCHANGE IN INDIA – SEBI SHAREMARKET HINDI

भारत के कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज

सेबी (SEBI) की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार भारत में कुल 5 कमोडिटी डेरिवेटिव एक्सचेंज है, इन सभी को परमानेंट लाइसेंस प्राप्त है,

कमोडिटी डेरिवेटिव में काम करने वाले प्रमुख एक्सचेंज है –

  1. Multi Commodity Exchange of India Ltd.इसे शोर्ट MCX के नाम से जाना जाता है, यह एक्सचेंज मुंबई में स्थित है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttps://www.mcxindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
  2. National Commodity & Derivatives Exchange Ltd.इसे शोर्ट में NCEDEX के नाम से जाना जाता है, जो मुंबई में स्थित एक्सचेंज है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.ncdex.com/ पर प्राप्त कर सकते है.

इसके आलावा अन्य कमोडिटी डेरिवेटिव है –

  1. Ace Derivatives and Commodity Exchange Limited– इसका मुख्यालय अहमदाबाद में है, और ये एक क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज है. अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइट http://www.aceindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
  2. Indian Commodity Exchange Limited– इसे शोर्ट में ICEX के नाम से जाना जाता है, यह मुंबई स्थित है, अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.icexindia.com/ पर प्राप्त कर सकते है.
  3. National Multi Commodity Exchange of India Limited.– इसे शोर्ट में NMCE के नाम से जाना जाता है, अधिक जानकारी आप इसकी वेबसाइटhttp://www.nmce.com/ पर प्राप्त कर सकते है.

COMMODITY DERRIVATIVE EXCHANGE IN INDIA – SEBI SHAREMARKET HINDI

तो दोस्तों, ये सही है कि जब आप इन्टरनेट पर सर्च करते है की भारत में कुल कितने स्टॉक एक्सचेंज है, तो आपको बहुत सारे अलग अलग जवाब मिल सकते है, लेकिन इस पोस्ट मे मैंने आपके साथ वही जानकारी शेयर कर रहा हु, जो SEBI की वेबसाइट पर दी गई है,-LINK

आशा है आपको पोस्ट पसंद आया होगा, पोस्ट के बारे में अपने सवाल या सुझाव आप नीचे कमेंट करके पुछ सकते है.

मुहर्रम के मौके पर आज बंद रहेगा शेयर बाजार, शाम 5 बजे के बाद कमोडिटी में होगी ट्रेडिंग

Stock Market Trading Holidays

Stock Market Trading Holidays: मुहर्रम (Muharram) के मौके पर आज यानी गुरुवार (19 अगस्त 2021) को घरेलू शेयर बाजार (Share Market) और कमोडिटी मार्केट (Commodity Market) बंद रहेंगे. फॉरेक्स (करेंसी) में भी कामकाज बंद रहेगा. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पूर्व की ही तरह शुक्रवार को खुलेंगे. हालांकि दोपहर के कारोबार में देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में शाम 5 बजे तक कारोबार (Find NSE Holiday List 2021) बंद रहेगा.

शाम 5 बजे के बाद MCX, NCDEX और BSE पर होगा कारोबार

शाम के सत्र में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX), नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में शाम 5 बजे के बाद कारोबार शुरू हो जाएगा. ट्रेडर्स शाम के बाद तीनों ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर कारोबार कर सकेंगे. शाम 5 बजे के बाद MCX, NCDEX और BSE पर सभी कॉन्ट्रै्क्ट में सौदे लिए जा सकेंगे. बता दें कि बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 162.78 प्वाइंट यानी 0.29 फीसदी की गिरावट के साथ 55,629.49 के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 45.75 प्वाइंट यानी 0.28 फीसदी की कमजोरी के डेरिवेटिव एक्सचेंज क्या है? साथ 16,568.85 के स्तर पर बंद हुआ था.

इस्‍लाम धर्म के नए वर्ष की शुरुआत

मुहर्रम (Muharram) इस्‍लामी महीना है और इससे इस्‍लाम धर्म के नए वर्ष (Islamic Calender) की शुरुआत होती है. 10वें मुहर्रम को हजरत इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम मातम मनाते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस महीने की 10 तारीख को इमाम हुसैन की शहादत हुई थी, जिसकी वजह से इस दिन को रोज-ए-आशुरा (Roz-e-Ashura) भी कहा जाता है. इस्लाम में मुहर्रम का यह सबसे अहम दिन माना गया है. इस दिन जुलूस निकालकर हुसैन की शहादत को याद किया जाता है.

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