साल 2003 में नेपाल यात्रा के दौरान उसे नेपाल में हिरासत में ले लिया गया। तब से वह नेपाल की जेल में बंद है। कोर्ट ने वहां उसे उम्र कैद की सजा सुनाई थी जो कि अब पूरी हो चुकी है। पूरे 21 साल बाद चार्ल्स एक बार फिर जेल से रिहा होकर वापस आ रहा है। 78 वर्ष की अवस्था में, 21 वर्ष कैद में रहने के बाद, आजादी मिलने पर अब चार्ल्स शोभराज (Charles Shobhraj) का कौन सा रूप दुनिया को देखने को मिलेगा यह देखने वाली बात होगी।
Indian pharmaceutical industry : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा की दुनिया भारत को विश्व की फार्मेसी के रूप में देखती है
Indian pharmaceutical industry : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत विश्व स्तरीय दवाओं का उत्पादन करता है, इसलिए देश को विश्व की फार्मेसी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका में जेनेरिक दवाओं की कुल मांग का 50 फीसदी भारत से जाता है। इतना ही नहीं, भारत अमेरिका द्वारा आवश्यक जेनेरिक दवाओं का 40% और ब्रिटेन द्वारा 25% की आपूर्ति करता है। भारत विश्व के कुल टीके का 60 प्रतिशत और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनिवार्य टीकाकरण अभियान में इस्तेमाल होने वाले कुल टीके का 70 प्रतिशत उत्पादन करता है।
Indian pharmaceutical industry emage source : Max Pixel
कौन है चार्ल्स शोभराज और क्यों पड़ा उसका बिकनी किलर नाम, आइए जानते हैं पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी सब कुछ विस्तार में –
चार्ल्स शोभराज का जन्म 6 अप्रैल 1944 में वियतनाम में हुआ था। इसके पिता भारतीय और मां वियतनाम की थी। इसके मां और पिता की शादी नहीं हुई थी। बाद में वियतनाम में तैनात फ्रांस के एक फौजी लेफ्टिनेंट ने इसकी मां और इसे अपना लिया। इस तरह से शोभराज को फ्रांस की नागरिकता मिल गई।
युवावस्था में जुर्म पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी की दुनिया में इस ने अपना पहला कदम रखा। साल 1963 में चोरी के जुर्म में पहली बार शोभराज को जेल जाना पड़ा। फ्रांस के पेरिस शहर से दूर एक एकांत जगह पर बनी पोईसी जेल में खूंखार कैदियों के बीच इसे रहना पड़ा। चार्ल्स जेल से बाहर तो निकल आया लेकिन जुर्म की दुनिया से बाहर नहीं निकल पाया। जेल से छूटने के बाद यह हाई सोसाइटी में लोगों को अपने जाल में फंसाने लगा। फ्रांस में इसने कई तरह के घोटाले किए और खूब सारा पैसा इकट्ठा कर, यह यूरोप छोड़कर भारत आ गया।
चार्ल्स ने भारत में फैलाया अपने जुर्म का जाल –
यूरोप से भारत आकर चार्ल्स शोभराज ने यहां पर अपने जुर्म का जाल फैलाया। यूरोप छोड़ने से पहले इसने सेंटाल नाम की एक महिला के साथ शादी की। भारत आकर पत्नी के साथ मिलकर यह पर्यटकों को लूटता, और उनके पासपोर्ट पर पूरी दुनिया घूमता। भारत में मुंबई शहर में इसने अपना बसेरा बनाया और यहीं पर सेंटाल ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद इसका जुर्म और भी अधिक बढ़ गया।
साल 1970 के दौर में चार्ल्स शोभराज ने भारत में कई जुर्मो को अंजाम दिया। चोरी की कारों की दलाली करना और रईस भारतीयों को वो कार बेचना, पाकिस्तान और ईरान से कारों की चोरी कर बॉर्डर के रास्ते उन्हें भारत ले आना यह सब उसका धंधा बन चुका था।
जुएं में गंवा बैठा सब कुछ –
रईस लोगों से जान पहचान बढ़ने के बाद चार्ल्स शोभराज भारत की एक ‘फ्रेंच सोसायटी’ से जुड़ गया। इस सोसाइटी से जुड़ने के बाद कई और रसूखदार लोगों से इसकी पहचान बढ़ी जिनके साथ मिलकर इसने जुआ खेलना शुरू कर दिया। एक समय ऐसा आया जब जुएं में चार्ल्स ने अपनी सारी जमा पूंजी गंवा दी। इसके बाद यह लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देने लगा। दिल्ली के अशोका होटल की छत पर इसमें एक लूट की घटना को अंजाम दिया। हालांकि दिल्ली से मुंबई जाने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कस्टम विभाग के अधिकारियों को इस पर शक हुआ और इसके बैग को जब्त कर लिया गया। बाद में इसे गिरफ्तार किया गया और दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया।
लड़कियों को अपने जाल में फंसाना, उन्हें ड्रग्स देना और फिर उनका मर्डर कर देना इसके लिए एक आम बात थी। चार्ल्स शोभराज (Charles Shobhraj) दिखने में किसी हीरो से कम नहीं था। अपनी लुभावनी पर्सनालिटी के चलते ये महिलाओं से आसानी से दोस्ती कर लेता था। साल 1975 में एक महिला पर्यटक पहली बार इसका निशाना बनी। अपने भारतीय साथी अजय चौधरी के साथ मिलकर थाईलैंड में इसने पहली हत्या को अंजाम दिया था। महिला पर्यटक टेरेसा नॉल्टन बिकनी पहने हुए पूल में मृत पाई गई थी। 70 के दशक में चार्ल्स ने साउथ ईस्ट एशिया में 12 पर्यटकों को मौत के घाट उतारा था। इसका निशाना अक्सर वह महिला पर्यटक बनती थी जो बिकनी पहनती थी। जिन महिला पर्यटकों की हत्याएं की गई वह सभी बिकनी में पाई गई, यही वजह है कि इसे ‘बिकनी किलर’ नाम दे दिया गया। ये पर्यटक महिलाओं से दोस्ती कर उन्हें ड्रग्स देता था और फिर उनके सामान और पहचान को चुरा लेता था। और बाद में उनकी हत्या कर देता था। लोगों को धोखा देने व पुलिस से बच निकलने की वजह से इसे ‘ द सर्पेंट’ नाम भी दिया गया।
फिल्मकारों ने ‘बिकनी किलर’ की कहानी में दिखाई बेहद रूचि –
दुनिया भर में मशहूर कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज (Charles Shobhraj) देश विदेश के फिल्मकारों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गया। इसके जीवन पर फिल्म और वेब सीरीज बन चुकी है। साल 2015 में प्रवाल रमन ने इसके जीवन पर एक फिल्म बनाई, जिसका नाम रखा गया ‘मैं और चार्ल्स ‘। इस फिल्म में बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा लीड रोल में पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी थे, और चार्ल्स शोभराज का केस देखने वाले वरिष्ठ पुलिस अफसर आमोद कंठ का किरदार निभाया था आदिल हुसैन ने।
बाद में नेटफ्लिक्स ने इस कुख्यात अपराधी के ऊपर दिलचस्पी दिखाते हुए एक वेब सीरीज बनाई। ‘द सर्पेंट’ नाम की वेब सीरीज में फ्रेंच एक्टर तहर रहीम ने चार्ल्स शोभराज का किरदार निभाया है।
Bharat Jodo Yatra : हरियाणा के पहले चरण में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ खेरली लाला से फिर शुरू
फरीदाबाद (हरियाणा)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ हरियाणा में तीसरे और अंतिम दिन शुक्रवार को सोहना के खेरली लाला से फिर से शुरू हुई। राहुल गांधी के साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी शैलजा, करण सिंह दलाल सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने सुबह कड़ाके की ठंड के बीच पदयात्रा शुरू की।
Bharat Jodo Yatra
‘भारत जोड़ो यात्रा’ बुधवार को राजस्थान से हरियाणा में दाखिल हुई थी। यह दिन में पाखल गांव, पाली चौक और गोपाल गार्डन सहित फरीदाबाद जिले से होकर गुजरेगी। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बुधवार को हरियाणा के नूंह जिले में प्रवेश करने के बाद राहुल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा था कि आज लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच की है, जिनमें से एक विचारधारा कुछ चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती है, जबकि दूसरी विचारधारा किसानों, मजदूरों और अन्य लोगों की आवाज उठाती है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने महंगाई और बेरोजगारी को लेकर भी सत्ताधारी दल पर निशाना साधा था। उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा था कि सरकार ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के लिए ‘बहाने’ ढूंढ रही है।
Bharat Jodo Yatra
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने चीन समेत कुछ देशों में कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनसे अपील की थी कि यदि कोविड-19 नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निलंबित करने पर विचार करें।
‘भारत जोड़ो यात्रा’ सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से होकर यात्रा अब हरियाणा पहुंची है। हरियाणा में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का पहला चरण 23 दिसंबर को संपन्न होगा। दूसरे चरण में यात्रा छह जनवरी को उत्तर प्रदेश से हरियाणा में फिर प्रवेश करेगी। दूसरे चरण की यात्रा पानीपत जिले के सनौली खुर्द से शुरू होगी।
Kavan Patel’s PICK for the day – Eicher Motors Limited
ये Show AmazonFireTV के साथ साथ YouTube, Facebook व Twitter पर एक साथ LIVE Broadcast होता है।
ये देश का पहला ऐसा Show है जिसमें Anchor, Expert और Viewers आपस में एक दुसरे से सीधे जुड़ कर अपने सवालों के जवाब, नयी जानकारियां और बाजार के उतार चढ़ाव का सटीक विश्लेषण करते हैं। हम चाहते हैं की हमारे Viewers न सिर्फ Share बाज़ार से कमाई करें बल्कि साथ ही साथ निवेश की बारीकियों को भी समझ सकें।
स्टॉक मार्किट से जुड़े अपने सभी सवालों को हमारे Market Experts से LIVE SHOW में पूछने के लिए देखिये हमारा ख़ास Show MarketLIVE (सुबह के 10 बजे से) सिर्फ founderINDIA हिंदी पर।
आप किस शेयर के बारे में पूछना चाहते हैं? अगला वीडियो किस सेक्टर या सब्जेक्ट पर होना चाहिए? अपना सुझाव दें: https://bit.ly/34y2mSe
हमारे Channel का प्रयास है पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी हर निवेशक को सही निवेश की राय देना। आज ही इस चैनल को Like और Subscribe करें।
India का पहला Cryptocurrency Index IC15 जारी – आईये जाने CryptoWire ने क्यों किया लॉन्च
देशभर में क्रिप्टोकरंसी को लेकर काफी लोग इसमें निवेश करने के लिए अपने पैसे को इन्वेस्ट करते हैं और इसमें से अधिक से अधिक लाभ उठाते हैं इन सभी को दायरे में रखते हुए सरकार ने यह देखा कि दुनिया भर में क्रिप्टोकरंसी का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है।
और भारत में भी पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी क्रिप्टोकरंसी लोगों को बहुत ज्यादा अपनी और आकर्षित कर रहा है क्रिप्टो में बढ़ते हुए निवेश को देखते हुए क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टो वायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक IC15 लॉन्च किया है।
आइए जानेंगे आज हम की क्रिप्टोकरंसी IC15 यह किस प्रकार कार्य करता है और इनके दायरे में और कौन सी क्रिप्टोकरंसी है जिन पर यह अपनी नजर रखेगा।
यह भी हम जानेंगे कि इसकी वैल्यू किस बेस पर सेट की गई है और Crypto ic15 इंडेक्स बाजार की कितने प्रतिशत तक ज्यादा गतिविधियों को कवर कर सकता है और आपको यह बता दे की इसे Crypto के बाजार को ट्रैक करने का सबसे अच्छा टूल माना जाता है।
IC15 Crypto Index कैसे काम करेगा
IC15 इंडेक्स में बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum), एक्सआरपी, लाइटकॉइन (पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी Litecoin), बिनांस कॉइन (Binance Coin), सोलाना (Solana), टेरा (Terra) और चेनलिंक (ChainLink) जैसी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसीज़ शामिल हैं।
कमेटी (Index Governance Committee) मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में पहले टॉप 400 कॉइन्स को चुनेंगी. इनमें से फिर टॉप 15 कॉइन्स का चुनाव करेगी जिसकी निगरानी में यह सब क्रिप्टोकरंसी आ सकते हैं।
सख्त क्रिप्टोकरेंसी मानक
दुनिया में मौजूद 400 क्रिप्टो कॉइन की सूची में शामिल होने वाले क्रिप्टोकरेंसी का जो बिजनेस है कम से कम 90% से भी ज्यादा होना चाहिए ट्रेडिंग वॉल्यूम में 100 वॉल्यूम करेंसी में इसका स्थान होना चाहिए।
IC15 cryptocurrency index का प्राइस 10000 पर सेट किया गया है और इसका बेस date 1 अप्रैल 2018 है 1 जनवरी 2022 तक इंडेक्स अपने वॉल्यूम 71,463.30 पॉइंट थी कंपनी ने यहां तक यह भी कह दिया था कि इंडस बाजार की 80% से भी ज्यादा गतिविधि जो हो रहे हैं उनको यह कवर करेगा और पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी यह एक क्रिप्टो के बाजार को ट्रैक करने में सबसे अच्छा टूल है।
क्यों लॉन्च हुआ भारत में पहला Cryptocurrency IC15 Index
- हाल ही में, सुपरएप क्रिप्टोवायर ने भारत का पहला क्रिप्टोकरेन्सी इंडेक्स, IC15 लॉन्च किया। यह बाजार पूंजीकरण द्वारा प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध 15 सबसे व्यापक रूप से व्यापारित क्रिप्टोक्यूरैंक्स के प्रदर्शन को मापेगा।
- इसका उद्देश्य क्रिप्टोक्यूरेंसी और ब्लॉकचेन पारिस्थितिकी पहला क्रिप्टोक्यूरेंसी तंत्र के बारे में जागरूकता और ज्ञान बढ़ाना और निवेशकों को आभासी सिक्का व्यापार की समझ विकसित करने में मदद करना है।
- सूचकांक में शामिल की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी का चयन ‘इंडेक्स गवर्नेंस कमेटी’ (आईजीसी) द्वारा किया जाएगा, जिसमें डोमेन विशेषज्ञ, उद्योग पेशेवर और शिक्षाविद शामिल होंगे। सूचकांक की तिमाही आधार पर समीक्षा भी की जाएगी।
- 1 जनवरी, 2022 तक, सूचकांक में शीर्ष चार क्रिप्टोकरेंसी के रूप में बिटकॉइन, एथेरियम, बिनेंस कॉइन और सोलाना शामिल हैं
आरबीआई कमेटी ने कहा था- क्रिप्टोकरेंसी को टोकन के रूप में रेगुलेट किया जा सकता है
क्रिप्टोकरेंसी के सवाल पर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) एमपीसी के एक सदस्य ने कहा कि उन्हें ‘क्रिप्टो-टोकन’ कहना ज्यादा उचित होगा। उन्हें मुद्रा के रूप में स्वीकार्य नहीं माना जा सकता है। मुद्रा के रूप में उनके उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
लेकिन उन्हें टोकन के रूप में विनियमित किया जा सकता है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देशों को क्रिप्टोकरेंसी पर मिलकर काम करने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यह गलत हाथों में न जाए।
उन्होंने वर्चुअल करेंसी का उदाहरण देते हुए कहा, ‘उदाहरण के लिए क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन को ही लें। यह महत्वपूर्ण है कि सभी देश इस पर एक साथ काम करें और सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न पड़ जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 126