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धन शोधन मामला : ईडी ने चेन्नई की कंपनी की 205 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की
ईडी ने एक बयान में कहा कि उसने एमजीएम मारन, एमजीएम आनंद और उनकी कंपनी ‘सदर्न एग्रीफुराने इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड’ संपत्ति में निवेश की संपत्तियों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया।
बयान के मुताबिक, कुर्क की गई संपत्तियों की कुल कीमत 205.36 करोड़ रुपये है।
वर्ष 2007 के दौरान ‘तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक लिमिटेड’ (टीएमबीएल) के चेयरमैन रहे मारन के खिलाफ चेन्नई पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा द्वारा जांच शुरू की गई थी, जिसके आधार पर ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने एक निजी बैंक की शिकायत के आधार पर यह मामला दर्ज किया था।
ईडी ने आरोप लगाया कि मारन ने टीएमबीएल के अन्य निदेशकों और अधिकारियों के साथ मिलकर ‘‘भारतीय शेयरधारकों से अनधिकृत विदेशी व्यक्तियों को टीएमबीएल के 23.6 प्रतिशत शेयरों की बिक्री के लिए सौदा कराया।’’
कम पैसे में भी मालामाल कर देता है संपत्ति में निवेश प्रॉपर्टी में निवेश, ये हैं कारगर नुस्खे
नई संपत्ति में निवेश दिल्ली। निवेश के लिहाज से प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं तो बड़ी पूंजी के साथ-साथ होल्डिंग कैपेसिटी भी बेहद अहम हो जाती है। जाहिर सी बात है लाखों का संपत्ति में निवेश निवेश करने वाले हर निवेशक को उतने ही बड़े फायदे की अपेक्षा होती है। अच्छे रिटर्न के लिए ढेर सारी रिसर्च, संबंधित लोकेशन का वर्तमान-भविष्य, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट आदि के साथ-साथ निवेश की अवधि बेहद अहम फैक्टर है। अच्छे रिटर्न के लिए जरूरी है कि दूरदृष्टि से निर्णय लिया जाए और लंबे समय तक अटल रहा जाए। अच्छे रिटर्न के लिए ये टिप्स बेहद संपत्ति में निवेश कारगर साबित होते हैं।
ईडी ने चेन्नई स्थित फर्म की 205.36 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम के मामले में एमजीएम मारन और एमजीएम आनंद और उनकी चेन्नई स्थित कंपनी सदर्न एग्रीफ्यूरेन इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड की 205.36 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।
ईडी ने कहा कि एमजीएम मारन 2007 के दौरान तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक लिमिटेड (टीएमबीएल) के अध्यक्ष थे, जब उन्होंने टीएमबीएल के अन्य निदेशकों के साथ अनधिकृत विदेशी व्यक्तियों को भारतीय शेयरहॉल्डर्स से टीएमबी के 23.60 प्रतिशत शेयरों की बिक्री का सौदा किया था।
यह भी पाया गया कि इसी अवधि के दौरान एमजीएम मारन ने भारत के बाहर सीधे तौर पर 293.91 करोड़ रुपये का अघोषित विदेशी निवेश किया।
हरिद्वार के इस इलाके में नहीं बची जमीन, अरबों का हुआ निवेश, सबसे महंगी है प्रोपर्टी
चंद्रशेखर जोशी/विकास कुमार।
हरिद्वार में तेजी से विकास हो रहा है और गंगा किनारे शांत वातावरण में रहने के लिए बाहर से आकर बडे पैमाने पर लोग प्रोपर्टी खरीद रहे हैं। हरिद्वार के ऐसे ही एक इलाके में बहुत तेजी जमीन खरीद फरोख्त हुई जिसके बाद यहां अब कॉलोनी बनाने के लिए जमीन नहीं बची है। हालांकि कुछ सिंगल प्लाट है लेकिन इनकी कीमतें भी आसमान छू रही हैं। एक तरफ राजाजी टाइगर रिजर्व और दूसरी ओर गंगा के बीच बने इस इलाके में बाहर के लोगों ने बहुत जमीन खरीदी और निवेश किया। Property in Haridwar no land left for purchase in this area of Haridwar
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हरियाणा, दिल्ली एनसीआर संपत्ति में निवेश के लोगों ने किया निवेश
हरिद्वार का ये इलाका है उत्तरी हरिद्वार जिसमें भूपतवाला से लेकर हरिपुरकलां तक का क्षेत्र आता है। संपत्ति में निवेश यहां कुछ सालों पहले तक जमीन होती थी लेकिन बहुत तेजी से रिहायाशी बस्तियों संपत्ति में निवेश को आबाद किया गया और देखते देखते यहां जमीन खत्म हो गई। सबसे ज्यादा निवेश बाहर के लोगों ने किया। इसमें धर्मशालाएं, आश्रम और होटल व अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठान बनाए गए है। नई कॉलोनियां विकसित की गई। इनमें भी स्थानीय लोगों से ज्यादा बाहर के लोगों ने प्रोपर्टी में निवेश किया।
बीओबी ने ट्वीट किया
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने आधिकारिक ट्वीट में लिखा है कि आप उनसे अपने सपनों की संपत्ति खरीद सकते हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा की मेगा ई-नीलामी के साथ 28 दिसंबर, संपत्ति में निवेश 2022 को सर्वश्रेष्ठ संपत्तियां हासिल करें।
हम आपको बताना चाहेंगे कि देश में कई सरकारी बैंक समय-समय पर अपनी संपत्तियों की नीलामी करते रहते हैं। बैंक की गैर-निष्पादित संपत्तियों की सूची में शामिल इन संपत्तियों की बैंक द्वारा ई-नीलामी द्वारा नीलामी की जाती है।
वे सम्पत्तियाँ जिन पर ऋण लेकर स्वामियों ने बैंक का बकाया नहीं चुकाया है। ऐसे लोगों की जमीन पर बैंक कब्जा करने के बाद उसे नीलाम कर देता है।
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