दिल्ली कांग्रेस ने याचिका दायर कर उच्च न्यायालय से गुहार लगाई है कि..
वेस्ट यूपी के उस गैंगस्टर की कहानी जिसके एक फोन कॉल से केंद्र सरकार हिल गई थी
80 के दशक में सतबीर गुर्जर और महेंद्र फौजी के बीच जारी दुश्मनी ने गाजियाबाद पुलिस की नींद हराम कर रखी थी. साल 1992 में सतबीर गुर्जर को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था और महेंद्र एमएसीडी की मूल कहानी फौजी साल 1994 बुलंदशहर में एनकाउंटर के दौरान मारा गया था. इन दोनों की मौत के बाद इनके गैंग भी बिखर गए. सतबीर गुर्जर गैंग का नरेश भाटी धीरे-धीरे अपना कद बढ़ाता रहा और आस-पास के बदमाशों को अपने साथ जोड़ता रहा. दूसरी तरफ सुंदर भाटी का उभार हुआ. देखिए वीडियो.
वेस्ट यूपी के उस गैंगस्टर की कहानी जिसके एक फोन कॉल से केंद्र सरकार हिल गई थी
80 के दशक में सतबीर गुर्जर और महेंद्र फौजी के बीच जारी दुश्मनी ने गाजियाबाद पुलिस की नींद हराम कर रखी थी. साल 1992 में सतबीर गुर्जर को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था और महेंद्र फौजी साल 1994 बुलंदशहर में एनकाउंटर के दौरान मारा गया था. इन दोनों की मौत के बाद इनके गैंग भी बिखर गए. सतबीर गुर्जर गैंग का नरेश भाटी धीरे-धीरे अपना कद बढ़ाता रहा और आस-पास के बदमाशों को अपने साथ जोड़ता रहा. दूसरी तरफ सुंदर भाटी का उभार हुआ. देखिए वीडियो.
MCD Elections 2022: चुनाव में करारी हार के बाद बीजेपी करेगी संगठन में बदलाव, गुप्ता ने कहा- अफवाहों पर ध्यान न दें
MCD Polls: भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के नेताओं ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में पार्टी को मिली हा . अधिक पढ़ें
- भाषा
- Last Updated : December 08, 2022, 22:20 IST
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के नेताओं ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद संगठन में आमूल-चूल बदलाव किए जाएंगे. एमसीडी चुनाव के परिणाम बुधवार को आए जिसमें साफ दिख रहा है कि शहर में 15 साल के भाजपा शासन के बाद जनता बदलाव चाहती है. भाजपा को चुनाव में आप से करारी हार मिली है और अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी को 250 में से 134 सीटें मिली हैं.
चुनाव परिणाम वाले दिन हुई बैठक में भी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा था कि अध्यक्ष पद का सम्मान किया जाना चाहिए, क्योंकि पद सिर्फ व्यक्ति का नहीं बल्कि ‘‘संगठन के सम्मान और प्रभाव’’ का भी द्योतक है. बैठक में मौजूद पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के एमएसीडी की मूल कहानी अनुसार, गुप्ता ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें पद से हटाने को लेकर चल रहे अफवाहों और अटकलों पर वे ध्यान न दें और उनके बहकावे में न आएं. हालांकि, इस संबंध में आदेश गुप्ता की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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MCD Polls: आप ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी सूची, सीएम केजरीवाल ने बीजेपी से पूछे सवाल
MCD Elections 2022: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची शनिवार रात जारी क . अधिक पढ़ें
- एएनआई
- Last Updated : November 12, 2022, 23:40 IST
हाइलाइट्स
एमसीडी चुनाव के लिए आप पार्टी झोंक रही ताकत
उम्मीदवारों की दूसरी सूची में जारी किए 117 नाम
मतदान 4 दिसंबर को और परिणाम 8 दिसंबर को आएंगे
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम (MCD) के चुनावों के मद्देनजर आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची शनिवार देर रात जारी की. दूसरी सूची में आप ने 117 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं. पार्टी एमएसीडी की मूल कहानी ने 250 वार्ड के चुनाव के लिए शुक्रवार को 134 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी.
इससे पहले, मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को चुनौती दी थी कि वह लोगों को वे पांच चीजें बताएं, जो उसने पिछले 15 साल में एमसीडी में की हैं. उन्होंने कहा, ‘‘पांच चीजें तो भूल जाइए, वे दो ही चीजें बता दें, जो उन्होंने एमसीडी में की हैं. वे सिर्फ संवाददाता सम्मेलन करते हैं और दिन में चौबीसों घंटे अरविंद केजरीवाल के लिए अपशब्द कहते हैं. उन्होंने मुझे धोखेबाज, आतंकवादी, खालिस्तानी और क्या-क्या नहीं कहा। यह कैसी राजनीति है?’’
The Political Affairs Committee announces the second एमएसीडी की मूल कहानी list of Aam Aadmi Party candidates for MCD Elections 2022 pic.twitter.com/xo0fl9Vnd0
— ANI (@ANI) November 12, 2022
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MCD Elections: परिसीमन का मामला पहुंचा HC, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने लगाए कई आरोप, केंद्र को नोटिस जारी
याचिका में दावा - परिसीमन के लिए अपनाया गया फॉर्मूला पूरी एमएसीडी की मूल कहानी तरह से मनमाना, तर्कहीन, अस्पष्ट, भ्रमित करने वाला और विभिन्न कानूनी खामियों का शिकार
दिल्ली हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी में हाल में नगर निगम के वार्ड के परिसीमन के खिलाफ दायर एक याचिका पर शुक्रवार को केंद्र और दिल्ली सरकार से जवाब मांगा है. मुख्य न्यायाधीश सतीश चंद्र शर्मा और न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद की पीठ ने दिल्ली नगर निगम (MCD) के 250 वार्ड के लिए 17 अक्टूबर को केंद्र की जारी अधिसूचना को चुनौती देने वाली याचिका पर दोनों सरकारों के साथ-साथ परिसीमन समिति को नोटिस जारी किया है.
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दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार की याचिका में वार्ड के नए परिसीमन के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. याचिका में दावा किया गया है कि परिसीमन के लिए एमएसीडी की मूल कहानी अधिकारियों द्वारा अपनाया गया फॉर्मूला ‘‘पूरी तरह से मनमाना, तर्कहीन, अस्पष्ट, भ्रमित करने वाला और विभिन्न कानूनी खामियों का शिकार था.''
याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता सलमान खुर्शीद ने शुक्रवार को कहा कि उनकी याचिका एमसीडी चुनाव कराने के एमएसीडी की मूल कहानी खिलाफ नहीं है, बल्कि इसलिए है कि चुनाव तर्कसंगत तरीके से होना चाहिए. वरिष्ठ वकील ने दलील दी कि अधिसूचित परिसीमन समान और आनुपातिक प्रतिनिधित्व को नहीं दर्शाता है क्योंकि वार्ड की जनसंख्या के मामले में असमानता है.
उन्होंने अदालत को अवगत कराया कि याचिकाकर्ता ने परिसीमन कवायद के संबंध में आपत्तियां उठाने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवेदन दिया था, लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं की गई.
दिल्ली कांग्रेस ने याचिका दायर कर उच्च न्यायालय से गुहार लगाई है कि..
- 17 Oct को केंद्र सरकार द्वारा जारी दोषपूर्ण नोटिफिकेशन को रद्द करें।
- नया परिसीमन 2011 जनसंख्या तथा परिसीमन समिति के फॉर्मूले के आधार पर हो, जो अभी नहीं हुआ है।
वकील गौरव दुआ, विकास यादव और साजिद चौधरी द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि परिसीमन करने का उद्देश्य विभिन्न वार्ड में समान संख्या में मतदाताओं की मौजूदगी का पता लगाना और यह हाल की जनगणना से प्राप्त जनसंख्या के आंकड़ों पर आधारित है. हालांकि, संबंधित आदेश से परिसीमन के पीछे का यह उद्देश्य निरर्थक हो गया, क्योंकि अंतिम मसौदा आदेश में अधिसूचित 250 वार्ड में समान संख्या में निर्वाचक मंडल नहीं हैं.
याचिका में कहा गया, ‘‘2011 की जनगणना के अनुसार दिल्ली की कुल जनसंख्या 1,67,87,941 है और यदि इसे 250 वार्ड की कुल संख्या से विभाजित किया जाए, तो प्रत्येक वार्ड की औसत जनसंख्या 65,000 प्लस/माइनस दस प्रतिशत होनी चाहिए.''
याचिका में कहा गया कि प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या ऊपरी सीमा के अनुसार 71,500 और न्यूनतम सीमा के अनुसार 58,500 होनी चाहिए. लेकिन, आश्चर्यजनक रूप से प्रतिवादी संख्या दो ने उपरोक्त फॉर्मूला का पालन नहीं किया है और वार्ड का अपनी मर्जी और पसंद के अनुसार असमान तरीके से परिसीमन किया गया है.
याचिका में कहा गया है कि इसलिए 17 अक्टूबर की अधिसूचना असंवैधानिक थी और याचिकाकर्ता सहित नागरिकों द्वारा बताई एमएसीडी की मूल कहानी एमएसीडी की मूल कहानी गई सभी विसंगतियों की जांच के लिए वार्ड के उचित सर्वेक्षण या निरीक्षण किए बिना प्रकाशित की गई थी.
याचिका में यह भी कहा गया है कि समुदाय और धर्म के आधार पर वार्ड का विभाजन संविधान के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन है और ‘‘कई इलाकों को अलग-थलग टापू में बदल दिया गया है क्योंकि वे भौतिक रूप से किसी वार्ड के भीतर हैं लेकिन परिसीमन में उन्हें अन्य वार्ड के अंदर दिखाया गया है जो कई किलोमीटर दूर है.''
याचिका में दलील दी गई है कि परिसीमन कवायद ‘‘दिमाग लगाए बिना सबसे बेतरतीब तरीके से'' की गई और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वार्ड की संख्या तय करने के फार्मूले का कई विधानसभा क्षेत्रों में घोर उल्लंघन किया गया. मामले में अगली सुनवाई 14 दिसंबर को होगी.
दिल्ली : जल्द होंगे नगर निगम चुनाव, वार्डों के परिसीमन पर मुह
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