दुनिया के इन दिग्गज अरबपतियों की पहली नौकरी के बारे में जान के चौंक जायेंगे आप भी
लगन और विजन ये दो शब्द आपको हर सफल व्यक्ति के जीवन का सबसे अहम पन्ना मिलेगा. इन्ही दो शब्दों से गरीबी से अमीरी तक का सफर तय किया जाता हैं. कामयाब बनने का ख़्वाब आखिर कौन नहीं देखता, लेकिन कोई भी इंसान सुबह उठकर रात को कामयाब नहीं हो जाता. अब देश और विदेश के जाने माने उद्योगपतियों को ही ले लीजिये, जिन्होंने गरीबी को मात देते हुए, अपनी हथेली पर सफलता की लकीरे खींच ही डाली. उम्मीद है इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको Motivational Books खंगालने की जरुरत नहीं पड़ेगी. आइये जानते है ऐसे दिग्ग्गज उद्योगपतियो की पहली नौकरी के बारे में, जिसे पढ़कर आप भी कहेंगे, सच हैं, ‘कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता’.
Ratan Tata: फर्स्ट और फॉरमोस्ट हम बात करेंगे, हिंदुस्तान के सबसे चहते उद्योगपति रतन टाटा के बारे में. जिनके सॉफ्ट हार्टेड व्यक्तित्व से हर कोई वाकिफ हैं. टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा की पहली नौकरी उनकी अपनी ही कंपनी में थी. जी हाँ, उन्होंने साल 1961 में टाटा स्टील, जमशेदपुर में नौकरी की. टाटा स्टील में नौकरी करने के दौरान उनकी पहली जिम्मेदारी ब्लास्ट फर्नेस और चूना पत्थर का प्रबंधन करना था.
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Elon Musk: अब बात करते हैं, उनकी जिनकी पहुंच जमीन से लेकर अंतरिक्ष तक है. एलन मस्क. टेस्ला के मालिक एलन मस्क. दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी आज भले दुनिया के सबसे अमीर शख्स में से एक हैं, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि मस्क कैलिफोर्निया के पालो अल्टो में एक वीडियो गेम कंपनी में काम कर रहे थे.
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Jeff Bezos: अमेजन. E-commerce company. आपके फ़ोन में भी ये डाउनलोडेड होगा. जहा, A से Z तक सामान मिल जाता है. कपड़ो से लेकर, साबुन, शैम्पू सभी रोज़ मर्रा के सामान उपलब्ध हैं. अमेजन के मालिक जेफ बेजोस बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई का शौक रखते थे. जेफ, दुनिया के सबसे बड़े बुक सेलर बनना चाहते थे. लेकिन क्या आप जानते हैं जेफ़ ने McD में काम किया है. मैकडोनाल्ड में काम करते हुए एक बार जेफ़ से केचप से भरा कंटेनर गिर गया था और उस समय इन्हें पूरे फ्लोर की सफाई भी करनी पड़ी थी.
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Gautam Adani: क्रिकेट में धोनी और बिजनेस में गौतम अडानी का नाम देश में मशहूर हैं. आज उनका कारोबार पूरी दुनिया के कोयला व्यापार, खनन, तेल , गैस वितरण, बिजली उत्पादन तक फैला हुआ है लेकिन कभी ऐसा वक्त था कि उन्हें एक वक्त की रोटी जुटाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती थी. अडानी एक डायमंड कंपनी में बहुत कम तनख्वाह पर नौकरी किया करते थे.
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Steve Jobs: स्टीव जॉब्स. नाम तो सुना ही होगा. हां, वही स्टीव जॉब्स जो Apple के संस्थापक हैं. Apple के फ़ोन्स का क्रेज दुनियाभर में हैं. साथ ही सबसे सफल कंपनियओं में से एक है. स्टीव जॉब्स ने अटारी के लिए वीडियो गेम बनाकर अपने करियर की शुरुआत की थी. और आज उनकी कंपनी बाजार में सबसे मूल्यवान ब्रांडों में से एक है.
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मुकेश अंबानी फिर बने भारत के शीर्ष धनकुबेर
देश के सबसे अमीर उद्योगपति हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, फोर्ब्स की लिस्ट में 21 अरब डॉलर की मिल्कियत . अधिक पढ़ें
- आईएएनएस
- Last Updated : March 03, दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज 2015, 04:57 IST
नई दिल्ली। देश के सबसे अमीर उद्योगपति हैं रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, फोर्ब्स की लिस्ट में 21 अरब डॉलर की मिल्कियत के साथ भारत में नंबर वन पर हैं मुकेश। वहीं दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी पद पर कायम हैं बिल गेट्स। फोर्ब्स की 2015 के भारत में इस वर्ष अरबपतियों की संख्या 90 पहुंच गई, जिसमें मुंकेश अंबानी एक बार फिर शीर्ष पर पहुंच गए। फोर्ब्स द्वारा जारी वार्षिक सूची में भारतीय अरबपतियों में इस बार 28 नए अरबपति शामिल हुए हैं।
फोर्ब्स द्वारा सोमवार को जारी अरबपतियों की सूची के अनुसार, पिछले 21 वर्षों में अमेरिकी अरबपति बिल गेट्स 16वीं बार दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनकर उभरे। बिल गेट्स की पिछले वर्ष की 76 अरब डॉलर की संपत्ति इस वर्ष बढ़कर 79.2 अरब डॉलर हो गई और वह लगातार दूसरे वर्ष दूरसंचार दिग्गज कार्लोस स्लिम हेलू को पछाड़ने में सफल रहे।
हेलू की संपत्ति पिछले वर्ष 72 अरब डॉलर से बढ़कर इस वर्ष 77.1 अरब डॉलर हो गई। दुनिया के सबसे अमीर आदमी रह चुके वारेन बफेट इस वर्ष एक स्थान ऊपर उठकर तीसरे पायदान पर पहुंच गए हैं। बफेट की मौजूदा संपत्ति 72.7 अरब डॉलर की है। स्पेन के कपड़ा व्यवसायी एमानसियो ओरटेगा 64.5 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के चौथे सबसे अमीर व्यक्ति रहे।
इस सूची में पांचवें स्थान पर ओरेकल के मालिक लैरी एलिसन हैं। एलिसन की संपत्ति 54.3 अरब डॉलर की है। दुनिया के सर्वाधिक रईसों की इस सूची में अमेरिका 536 अरबपतियों के साथ शीर्ष पर है, जबकि 213 अरबपतियों के साथ चीन दूसरे जबकि 103 अरबपतियों के साथ जर्मनी और 90 अरबपतियों के साथ भारत चौथे स्थान पर है।
अमेरिका के कैलिफोर्निया में अकेले 131 अरबपति हैं जो अमेरिका और चीन के बाद दुनिया के किसी भी देश से अधिक है। पूरी दुनिया में इस वर्ष रईसों की सूची में 290 अरबपतियों का इजाफा हुआ, जो अब तक का सर्वाधिक है।
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जैक मा से भी ज्यादा दौलतमंद हैं चीन के उद्योगपति जॉन्ग शानशैन! बनाते हैं बोतलबंद पानी, दवाई और कोविड-19 टेस्टिंग किट
चीन के अरबपति उद्यमी जॉन्ग शानशैन दौलत के मामले में जैक मा को 2020 में ही पीछे छोड़ चुके हैं.
दुनिया के अमीर लोगों की दिसंबर 2020 में जारी ब्लूमबर्ग बिलेनियर लिस्ट में 182 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ जेफ बेजोस (J . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : January 21, 2021, 06:44 IST
नई दिल्ली. चीन (China) के अरबपति उद्यमी और अलीबाबा के संस्थापक जैक मा (Jack Ma) पहले दो महीने से ज्यादा समय तक लापता रहने और अब दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज नाटकीय अंदाज में दुनिया के सामने आने के कारण सुर्खियों में हैं. उन्हें चीन का सबसे दौलतमंद उद्यमी (Richest Chinese Industrialist) माना जाता है. हालांकि, इस समय चीन में उनसे ज्यादा अमीर उद्योगपति जॉन्ग शानशैन (Zhong Shanshan) हैं. दरअसल, ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की ओर से सिंतबर 2020 में जारी की गई दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की सूची में जॉन्ग ने जैक मा को पीछे छोड़ दिया था. यही नहीं, वह दुनिया के 17वें और एशिया के दूसरे सबसे अमीर आदमी बन गए थे.
ब्लूमबर्ग की सितंबर 2020 में जारी सूची के मुताबिक, तब जॉन्ग की कुल संपत्ति 58.7 अरब डॉलर (करीब 4.34 लाख करोड़ रुपये) थी. वहीं, उस समय जैक मा की नेटवर्थ 56.7 अरब डॉलर (करीब 4.19 लाख करोड़ रुपये) थी. अक्टूबर दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज 2020 में चीन की कम्युनिस्ट सरकारी की नीतियों और सरकारी बैंकिंग सिस्टम के खिलाफ बोलने के बाद जैक मा अचानक लापता हो गए थे. इसके बाद उनकी नेटवर्थ घटती चली गई. दुनिया के अमीर लोगों की दिसंबर 2020 में जारी सूची में 182 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ पहले नंबर पर जेफ बेजोस थे. फोर्ब्स के मुताबिक, शानशैन की इस समय कुल संपत्ति 91.8 अरब डॉलर है. वहीं, जैक मा की नेटवर्थ इस समय 52.9 अरब डॉलर है.
लोन वुल्फ के नाम से मशहूर जॉन्ग ने कई कामों में आजमाया हाथ
चीन में 'लोन वुल्फ' के नाम से मशहूर जॉन्ग ने कंस्ट्रक्शन, पत्रकारिता, दवाई उत्पादन और बोतलबंद पानी के क्षेत्र में काम किया है. इनमें बोतलबंद पानी और दवाई उत्पादन की बदौलत वह चीन के सबसे अमीर उद्यमी बन गए हैं. बोतलबंद पानी की 1996 में शुरू की गई कंपनी नंगफू स्प्रिंग (Nongfu Spring) में उनकी हिस्सेदारी 84 फीसदी है. कंपनी का मुख्यालय क्विंडनाओ (Qiandao) झील के प्रांत झेजियांग (Zhejiang) में है. चीन के इस इलाके में सबसे साफ पानी मिलता है. कंपनी पैकेजिंग के लिए इसी झील का दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज पानी इस्तेमाल करती है. उन्होंने कंपनी की टैग लाइन 'टेस्ट अ बिट स्वीट' रखी है. कंपनी बोतलबंद पानी के साथ फ्लेवर्ड वॉटर, चाय, कॉफी और जूस भी बनाती है.
शेयर मार्केट में एंट्री के बाद बहुत तेजी से बढ़ी शानशैन की नेटवर्थ
नंगफू स्प्रिंग चीन के चाय और जूस बाजार में शीर्ष तीन कंपनियों में से एक है. शानशैन की कोविड-19 टेस्ट किट बनाने वाली कंपनी 'बीजिंग वंटाई बायोलॉजिकल फार्मेसी इंटरप्राइजेज' में 75 फीसदी हिस्सेदारी है. वंटाई ने दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज अप्रैल 2020 में स्टॉक मार्केट में अपने शेयर्स लिस्ट किए. इस लिस्टिंग की वजह से जॉन्ग की नेटवर्थ अगस्त 2020 में ही 20 अरब डॉलर तक पहुंच गई थी. वहीं, नंगफू स्प्रिंग सितंबर 2020 में हॉन्ग-कॉन्ग स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुई. पहले ही दिन शेयर्स ने 85 फीसदी की लंबी छलांग लगाई. जॉन्ग की नेटवर्थ साल 2020 में ही 51.9 अरब डॉलर बढ़ गई.
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400 करोड़ का बंगला, लग्सरी प्राइवेट जेट और कार्स , ऐसी है gautam adani की लग्जरियस लाइफ स्टाइल
भारत के अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी दुनिया भर में चौथे सबसे अमीर व्यक्ति हैं। जिनका नाम शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति है, जो नहीं जानता होगा। आडवाणी ने अपनी मेहनत से अपना अंपायर खड़ा किया है। उनका नाम अब वॉल स्ट्रीट (wall Street) के बादशाह वॉरेन बफेट (Warren Buffet) के ऊपर है। अडानी कई तरह के उद्योग संचालित करता है। उनकी विभिन्न कंपनियां हवाई अड्डों (companies airports) से लेकर बंदरगाहों तक, तेल से लेकर रक्षा और ऊर्जा से लेकर हरित ऊर्जा तक का कारोबार करती हैं।
इसी के साथ गौतम अडानी की छह कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड है जिनमें Adani Enterprises, Adani Green Energy, and Adani Power शामिल हैं। पूरे भारतीय बाजार में अंबानी और अदानी का दबदबा है। आदमी कितना भी धनवान क्यों न हो उसका जीवन किसी राजा के ऐश्वर्य से कम नहीं होगा।
gautam adani के महल की कीमत 400 करोड़ रुपये है। 3.4 एकड़ जमीन पर बने अडानी हाउस में वह सब कुछ है जिसका एक व्यक्ति सपना देखता है। मेंसएक्सपी के अनुसार अडानी का घर 400 करोड़ का है और 3 प्राइवेट जेट हैं. जिसमें एक बीचक्राफ्ट,(Beechcraft) हॉकर (Hawker) और एक बॉम्बार्डियर (Bombardier) शामिल हैं। ना सिर्फ जेट्स बल्कि अडानी के पास तीन प्राइवेट हेलीकाप्टर है। उनके पास AgustaWestland AW139 , Twin Engine और एक 15 सीटर हेलीकाप्टर है।
हम आपको बता दें गौतम अडानी की कंपनियां कई जगहों पर निवेश कर रही है, जिससे बेरोजगारों को रोजगार भी दुनिया के सबसे अमीर अरबपति उद्योगपतियों की सफलता का राज मिलने वाला है, लेकिन उनकी लाइफस्टाइल काफी लग्जरी है। भारत में अडानी और अंबानी ने अपना दबदबा बना कर रखा है। जिसकी वजह से हर कोई उनकी सफलता का राज जानना चाहता है।
Space Race: अंतरिक्ष पर कौन करेगा राज, दुनिया के तीन दिग्गज अरबपतियों में छिड़ी जंग
Jeff Bezos Vs Elon Musk Vs Richard Branson: दुनिया के सबसे अमीर अरबपति और ऐमजॉन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस के अंतरिक्ष में जाने के ऐलान से तहलका मचा हुआ है। जिसके बाद से एलन मस्क और रिचर्ड ब्रैनसन ने भी अपनी-अपनी स्पेस कंपनियों के आगामी प्रॉजेक्ट की तैयारियां तेज कर दी हैं।
Space Race: अंतरिक्ष पर कौन करेगा राज, दुनिया के तीन दिग्गज अरबपतियों में छिड़ी जंग
अंतरिक्ष पर कब्जा क्यों करना चाहते हैं ये अरबपति
आने वाले समय में स्पेस टूरिज्म एक नया सेक्टर डेवलप हो रहा है। इसमें विकास की असीम संभावनाएं भी छिपी हुई हैं। स्पेस में जाने की चाह रखने वालों को लाखों-करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ेंगे। जाहिर है कि केवल अमीर वर्ग की इस खर्चे को वहन करने में सक्षम है। ऐसी स्थिति में ये सभी प्राइवेट स्पेस कंपनियां जल्द से जल्द खुद को साबित करने के प्रयास में लगी हुई हैं। जिस कंपनी का प्रदर्शन सबसे अच्छा होगा और दुर्घटना के चांस कम होंगे, जाहिर सी बात है लोग उसी को प्राथमिकता देंगे। इसके अलावा इन अरबपतियों के पास दूसरे सफल व्यवसाय भी हैं। ये एक बिजनेस के असफल होने का घाटा भी झेल सकते हैं। अंतरिक्ष के क्षेत्र में हमेशा नई तकनीकी के लिए रिसर्च की जरुरत होती है। जिसके लिए फंडिंग करने में इन टायकून्स को कोई परेशानी नहीं होगी।
जेफ बेजोस के साथ अंतरिक्ष में जाने की कीमत दो अरब रुपये
शनिवार को जेफ बेजोस के साथ अंतरिक्ष की सैर करने वाले शख्स को चुनने के लिए बोली लगी। करीब 10 मिनट तक चली नीलामी के दौरान दुनिया के 159 देशों से 7600 लोगों ने हिस्सा लिया। बेजोस के साथ उनके न्यू शेफर्ड रॉकेट में जाने वाले विजेता का फैसला आखिरी तीन मिनट में लगी बोली के दौरान हुआ। विजेता शख्स ने बेजोस के साथ टिकट बुक करने के लिए करीब दो अरब रुपये या 28 मिलियन डॉलर दिया है। ब्लू ओरिजिन ने अभी तक विजेता के नाम का ऐलान नहीं किया है। माना जा रहा है कि जाने वाला शख्स भी कोई अरबपति है। न्यू शेफर्ड रॉकेट की यह 16वीं उड़ान होगी लेकिन इंसान के साथ यह उसकी पहली उड़ान है। बेजोस की यह अंतरिक्ष की सैर मात्र 11 मिनट तक चलेगी। इस 11 मिनट की सैर के लिए गुमनाम शख्स ने 2 अरब रुपये लुटा दिया।
रिचर्ड ब्रैनसन ने जेफ बेजोस पर साधा निशाना
रिचर्ड ब्रानसन ने जेफ बेजोस के अंतरिक्ष में जाने के ऐलान पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि जेफ बेजोस और उनके भाई मार्क को स्पेसफ्लाइट योजनाओं की घोषणा करने के लिए बहुत-बहुत बधाई। जेफ ने साल 2000 में ब्लू ओरिजिन की शुरुआत की थी। हमने (वर्जिन गेलेक्टिक) 2004 में इसे शुरू किया था। . और अब दोनों अंतरिक्ष में जाने के लिए तैयार हैं। इस अंतरिक्ष को देखना कितना असाधारण है। माना जा रहा है कि ब्रैनसन ने इस ट्वीट से वर्जिन गेलेक्टिक को बाद में स्थापित होने के बावजूद साथ में पहली उड़ान के लिए तैयार होने पर कटाक्ष किया है। ब्रैनसन के इस ट्वीट में अंतरिक्ष के सबसे बड़े खिलाड़ी एलन मस्क का कहीं जिक्र नहीं है। उन्होंने अपनी कंपनी स्पेसएक्स की शुरुआत काफी अस्थिर तरीके से साल 2002 में की थी। लेकिन, कम ही समय में वे अंतरिक्ष के सबसे बड़े खिलाड़ी बन गए हैं।
जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन पहली कॉमर्शियल लॉन्चिंग को तैयार
जेफ बेजोस ने साल 2000 में अपनी अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन की स्थापना की थी। बेजोस की योजना एलन मस्क की तरह से ही सोलर सिस्टम में इंसानों को बसाना है। जेफ बेजोस ने वर्ष 2018 में खुलासा किया था कि अंतरिक्ष में यात्रा करने के लिए हर व्यक्ति को दो से तीन लाख डॉलर देना होगा। इस काम को पूरा करने के लिए बेजोस वर्ष 2016 से हर साल 1 अरब डॉलर अपने इस महत्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट पर लगा रहे हैं। ब्लू ओरिजिन का न्यू शेफर्ड कैप्सूल पूरी तरह से स्वचालित है और उसे पायलट की जरूरत नहीं है। बेजोस के न्यू शेफर्ड रॉकेट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि अगर कोई आपात स्थिति आती है तो कैप्सूल बीच रास्ते में ही रॉकेट से अलग हो जाएगा और यात्री उस रॉकेट से दूर हो जाएंगे।
रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गेलेक्टिक भी पीछे नहीं
ब्रिटेन के मशहूर उद्योगपति रिचर्ड ब्रैनसन का नेटवर्थ 410 करोड़ डॉलर है। उन्होंने 1970 के दशक में वर्जिन ग्रुप की स्थापना की थी। दुनिया भर में इस ग्रुप की 400 से ज्यादा कंपनियां हैं। उन्होंने अंतरिक्ष में बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए 2004 में वर्जिन गेलेक्टिक की स्थापना की थी। यह कंपनी पिछले कई साल से नासा और ब्रिटिश स्पेस एजेंसी के साथ मिलकर काम कर रही है।
एलन मस्क बने स्पेस साइंस की दुनिया के बड़े खिलाड़ी
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अपनी अंतरिक्ष कंपनी स्पेसएक्स की स्थापना 2002 में की थी। उस समय उनका लक्ष्य अंतरिक्ष में परिवहन लागत को कम करने और मंगल पर इंसानों को बसाने की थी। स्पेसएक्स का पूरा नाम स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज कार्पोरेशन है। स्पेसएक्स ने फाल्कन रॉकेट के जरिए अबतक अंतरिक्ष में कई सैटेलाइट्स को पहुंचाया है। स्पेसएक्स को सबसे बड़ी पहचान अपने क्रू ड्रैगन कैप्सूल से मिली। इसी में बैठकर कई अंतरिक्षयात्री इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जा चुके हैं।
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