पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन: एस आई पी जो कि गोल्ड ईटीएफ के लिये होती है, यह आपके गोल्ड इन्वेस्टमेन्ट में डायवर्सिफ़िकेशन करने के लिये एक बेहतरीन प्रक्रिया है साथ ही अपने आप को अनुशासन में रखने का भी तरीक़ा है जिससे आप सही तरह से इन्वेस्टमेन्ट कर सकते हैं। यह लम्बे समय तक के लिये आपको बेहतरीन ऑप्शन देता है और आपको 99.5% प्योरिटी का गोल्ड मिलता है। यह फिज़िकल गोल्ड के मुक़ाबले टैक्स से भी बचाता है।

ETF क्या है (What is ETF in Hindi) | ETF कितने प्रकार के होते है

MFI के अनुसार ETP एक्सचेंज प्रोडक्ट फण्ड एक इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट है जो इंडेक्स कमोडिटी बांड्स या स्टॉक्स के बॉक्स को ट्रैक करता है ETF का फुल फॉर्म exchange traded fund होता है वह रेगुलर स्टॉक्स की तरह ही स्टॉक एक्सचेंज पर ख़रीदा या बेचा जा सकता है किसी दुसरे स्टॉक की तरह थ्रू आउट buy और sell किये जा सकते है ETP भी रेगुलर स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही ट्रेडिंग फ्लेक्सिबिलिटी ऑफर करते है

जैसे की short selling ,limit order stop loss order, margin buying, हेजिंग इनके साथ साथ ETP और भी फ्लेक्सिबिलिटी फीचर ऑफर करते है traditional mutual fund और इंडेक्स फण्ड ऑफर नहीं कर पाते है एक ETP कई तरह से ट्रैक कर सकता है जैसे की (स्टॉक .बांड्स , करेंसी ,कमोडिटी ,गोल्ड) ETP मैनली पैसिव मैनेजमेंट के लिए इस्तेमाल किये जाते है ETP का उद्देश्य है एक Particular market इंडेक्स और स्ट्रेटेजी को मैच करना होता है.

ETF के कितने प्रकार होते है (ETF क्या होता है different type of ETP)

मार्केट में आज कई तरह के ETP उपलब्ध है जैसे की निचे ETF क्या होता है देख सकते है-

  • sector-based ETFs
  • market-cap weighted funds
  • equal weighted funds
  • debt ETFs
  • gold ETFs
  • smart beta ETFs

ETF में निवेश कैसे करे (how to invest in ETP)

निवेशक हर घंटे ETF (exchange traded fund) की यूनिट को मन चाहे खरीदकर इन्वेस्ट कर सकते है और निवेशक अपने ब्रोकर को राय दे सकते है या फिर ब्रोकर की तरफ से उपलब्ध कराये जाने वाले ऑनलाइन ट्रेडिंग एप्लीकेशन का उपयोग कर इन्वेस्टमेंट कर सकते है.

ETF (exchange traded fund) में निवेश करने के लिए एक डीमेट अकाउंट के साथ ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए कोई व्यक्ति 1 से ज्यादा अकाउंट खोल सकता है ETF में डीमेट अकाउंट के साथ साथ ट्रेडिंग अकाउंट की भी सुविधा दी जाती है जिससे की मल्टीपल निवेश को एक ही जगह से मैनेज कर सकते है इस अकाउंट को खोलने के लिए एक फॉर्म भरना होता है जिसके लिए KYC दस्तावेज की आवश्यकता होती है.

एस आई पी (SIPs) और गोल्ड ईटीएफ (ETF) बेहतरीन दीर्घावधि इन्वेस्टमेन्ट्स क्यों हैं?

पारंपरिक रुप से देखा जाए तो हम सब, गोल्ड कॉईन, गोल्ड बार, ज्वेलरी आदि के रुप में गोल्ड में इन्वेस्ट करते ही हैं वैसे देखें तो पारंपरिक रुप से गोल्ड ख़रीदने वाले ग्राहक को भी आज एक्स्चेन्ज ट्रेडेड फन्ड (ईटीएफ) संबंधी जानकारी चाहिये होती है क्योंकि एक इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन के रुप में यह गोल्ड को स्टोर करने की लागत बचाता है, इसमें इलेक्ट्रॉनिक रुप से ख़रीदी और बिक्री हो जाती है और लम्बे समय के इन्वेस्टमेन्ट के लिये यह पारदर्शी और सुरक्षित तरीक़ा होता है।

ईटीएफ के द्वारा गोल्ड ख़रीदना और कुछ नहीं, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक तरीके से गोल्ड ख़रीदने को कहते हैं। गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड में इन्वेस्ट करने का एक अप्रत्यक्ष तरीका है। ये म्युच्युअल फन्ड के प्रकार होते हैं, जिन्हे सही तरीक़े से स्टॉक एक्स्चेन्जों में लिस्टेड किया जाता है। गोल्ड ईटीएफ का मुख्य लक्ष्य निवेशकों को बेहतर रिटर्न्स देना होता है जो कि, ख़र्चों के लिए एकाउंटिंग से पहले, स्थानीय फिजिकल ETF क्या होता है गोल्ड प्राईज के साथ नजदीकी रुप से मेल खाते हों।

गोल्ड ईटीएफ में निवेश कैसे करे ? (How to Invest for Gold ITF)

यदि किसी कंपनी के शेयर खरीदते है, उसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) से गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) बाजार की कीमत पर खरीद तथा बेच सकते है, तथा गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) में कारोबार करने के लिए आपको डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता खुलवाना होता है | शेयर ब्रोकर की सहायता से या सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) के द्वारा आप गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) को ऑनलाइन खरीद सकते है तथा इस प्रकार गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) में निवेश कर सकते है इसके लिए –

  • शेयर ब्रोकर की सहायता से या ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग खाता खुलवाना होगा |
  • ब्रोकर के ऑनलाइन पोर्टल पर लॉगिन करके गोल्ड ईटीएफ फण्ड (Gold ETF Fund) चुने जिसे आप खरीदना चाहते है |
  • गोल्ड ईटीएफ फण्ड (Gold ETF Fund) की निर्दिष्ट इकाइयों के आधार पर अपना आर्डर स्थापित करें |
  • स्टॉक एक्सचेंज में गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) के तहत दिए गए आर्डर तथा बिक्री आर्डर सामान होने पर आपके ईमेल पुष्टिकरण के लिए भेजा जायेगा |
  • यदि आप चाहे तो गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) की ईकाईयो को एकमुश्त या व्यवस्थित रूप से नियमित अंतराल पर भी खरीद सकते हैं |
  • अगले दिन आपके डीमैट खाते में इकाईया ब्रोकर के द्वारा स्थानांतरित कर दी जाती है |

गोल्ड ईटीएफ में निवेश से लाभ (Benefits to Invest of Gold ETF)

  • गोल्ड ईटीएफ को खरीदने तथा बेचने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है, इसे ऑनलाइन या ब्रोकर द्वारा या म्यूच्यूअल फण्ड (Mutual Fund) के माध्यम से खरीद या बेच सकते है |
  • गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)अधिक समय ETF क्या होता है तक निकास न होने पर कोइ भार नहीं होता, जितना अधिक समय रहता है, उतना ही लाभ दायक होता है |
  • गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) का कारोबार सोने की वास्तविक कीमत के आधार पर किया जाता है, इसकी कीमत सार्वजानिक रूप से उपलब्ध रहती है |
  • गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) डीमेट खाते में जमा होने के कारण सोने के चोरी या खोने का खतरा नहीं होता है, तथा इसकी सुरक्षित स्थान पर रहने की भी आवश्यकता नहीं होती है |
  • गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) डीमेट खाते में होने के कारण इसमें सोने के भौतिक रूप के समान मिलावट, शुद्धता तथा गारंटी आदि की भी आशंका नहीं होती है, तथा गोल्ड ईटीएफ को अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है |
  • गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) से होने वाली आय को लम्बे समय तक पूंजीगत लाभ कर के रूप में माना जाता है।
  • सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के तहत प्रति माह एक निश्चित राशि में सोना खरीद सकते है इसके अंतर्गत 1 ग्राम या 1/2 ग्राम भी सोना ख़रीदा जा सकता है |

सही गोल्ड ईटीएफ़ का चुनाव (Selection of Right Gold ETF)

शेयर बाज़ार में अनेक प्रकार गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) उपलब्ध है, जिनमे आप निवेश कर सकते हैं। भौतिक सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर इनका प्रदर्शन रहता है। इसके लिए आपको गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) की ट्रेकिंग एरर तथा ट्रेडिंग वॉल्यूम पर ध्यान देना होगा| जिस गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) की ट्रेकिंग एरर कम तथा ट्रेडिंग वॉल्यूम अधिक हो वह ही ख़रीदे। इसके लिए आप सुबह 9:15 से लेकर दोपहर 3:30 तक किसी भी समय ट्रेडिंग कर सकते हैं |

यहाँ आपको गोल्ड ईटीएफ़ (Gold ETF) की जानकारी से अवगत कराया गया है यदि आप इससे सम्बधित अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो कमेंट करे और अपना सुझाव प्रकट करे, आपकी प्रतिक्रिया का जल्द ही जवाब देने का प्रयास किया जायेगा | अधिक जानकारी के लिए hindiraj.com पोर्टल पर विजिट करते रहे |

जानिए क्या है ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और इसके फायदे

जानिए क्या है ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और इसके फायदे

मानस शुक्ला। कई बार आपने फाइनेंशियल एडवाइजर को यह कहते सुना होगा कि आप ईटीएफ में निवेश करें। लेकिन कई लोगों को पता नहीं होता कि आखिर ये है क्या? एक्सपर्ट बता रहे हैं ईटीएफ और उसमें निवेश के फायदों के बारे में।

ईटीएफ एक तरह का निवेश करने वाला फंड होता है जो स्टॉक एक्सचेंज पर शेयरों की तरह ट्रेड होता है। ईटीएफ एक ऐसी सिक्योरिटी होती है जो कमोडिटी, इंडेक्स, या कई एसेट के बास्केट को ट्रैक करती है। ये स्टॉक एक्सचेंज पर नेट एसेट वैल्यू के आधार पर ट्रेड करता है। ईटीएफ स्टॉक इंडेक्स या बांड इंडेक्स ट्रैक करता है। इनके सस्ते और विविध फीचर के कारण ये आकर्षक होते हैं।

ETF के प्रकार।

जैसे की हम ये जान चुके है की, ETF किसी एक प्रकार के इंडेक्स को ट्रैक करता है. इसी ETF क्या होता है आधार पर ेट्फ़्के कई प्रकार हो सकते है. उनमे से कुछ को निचे लिस्ट किया है-

  • पैसिव और एक्टिव ETFs
  • बांड ETF
  • स्टॉक ETF
  • कमोडिटी ETF
  • Industry/sector ETF
  • करेंसी ETF

ETF कैसे ख़रीदे?

आप ETF को किसी भी ब्रोकर के माध्यम से खरीद सकते है, जैसे की, Zerodha(Coin). यहाँ जैसे आप शेयर ख़रीद सकते ठीक वैसे ही, ETF खरीद सकते है. ETF को सबसे पहले NFO के तौर पर लाया जाता है, फिर उसे शेयर बाजार में लिस्ट किया जाता है. ETF किसी AMC(एसेट मैनेजमेंट कंपनी) का प्रोडक्ट होता है.

ETF खरीदने के लिए सबसे पहले आपको ETF क्या होता है अपने ब्रोकर अकाउंट में पैसे डालने होंगे। उसके आप जैसे म्यूच्यूअल फण्ड खरीदते है, वैसे ही इसको भी खरीद सकते है. इसमें निवेश करने के लिए आपके पास एक डीमैट खाता होना जरुरी है. ETF खरीदना कोई बड़ी बात नहीं है. सही ETF चुनना जरुरी होता है.

ETF में निवेश कैसे करे?

अभी के समय में बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध है, जहां से आप ETFs में निवेश कर सकते है. लेकिन निवेश करने से भी ज्यादा जरुरी होता है, सही ETF खोजना। यहाँ निवेश करने के लिए आप निचे दिए स्टेप्स को फॉलो कर सकते है.

ETF के फायदे ETF क्या होता है और नुकशान

हर चीज़ के फायदे और नुकशान होते है. निवेशक के तौर पर आपको सिर्फ दो ट्ट्रांसक्शन करना होता है, पहला buy और दूसरा sell का.

फायदे

  • कम एक्सपेंस रेश्यो और कम ब्रोकर कमीशन
  • डायवर्सिफिकेशन के माध्यम से रिस्क मैनेजमेंट
  • ये किसी एक इंडस्ट्री पर फोकस्ड होते है.

नुकशान

  • Active ETF के फी ज्यादा होता है.
  • Highly focused होने के कारण diversification लिमिट हो जाता है.

तो कुछ इस तरह से आप ETF में निवेश कर सकते है. अगर यहाँ सही से निवेश किया जाये तो, यहाँ से से अच्छा retrun कमाया जा सकता है. तो उम्मीद है की, आप सब ये समझ चुके है की, ETF kya hai? और इसमें निवेश कैसे करे? अगर इस पोस्ट में कुछ भी वैल्यू है तो, इसे दुसरो के साथ शेयर जरूर करे.

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