CISF detected high volume of foreign currency worth rupees 42.35 lakh at IGI Airport in New Delhi

दिल्ली एयरपोर्ट पर 42 लाख की विदेशी मुद्रा बरामद, छिपाने के लिए परफ्यूम के डिब्बे का इस्तमाल

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने दिल्ली के टर्मिनल 3 पर परफ्यूम के डिब्बे और क्लाथ पाउच में छुपाए गए भारतीय मुद्रा में 42.35 लाख मूल्य की विदेशी मुद्रा को जब्त किया है।

Reported by: Kumar Sonu @Sonu_indiatv
Published on: February 17, विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल 2020 15:03 IST

CISF detected high volume of foreign currency worth. - India TV Hindi

CISF detected high volume of foreign currency worth rupees 42.35 lakh at IGI Airport in New Delhi

नई दिल्ली: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर CISF सर्विलांस और इंटेलिजेंस स्टाफ ने टर्मिनल 3 पर एयरपोर्ट के प्रस्थान क्षेत्र में घूम रहे एक यात्री की संदिग्ध गतिविधियों को देखा। जब उसे रोककर पूछताछ की गई जिसमें उसकी पहचान मोहम्मद अर्शी के रूप में हुई जिसकी आयु लगभग 40 वर्ष है, जो एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर 1 ए -915 (एसटीडी 1640 बजे) से दिल्ली से दुबई की यात्रा करने वाला था। सीआईएसएफ को संदेह होने पर यात्री को गहन विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल जांच के लिए ले जाया गया।

यात्री के बैग की एक्स-रे जांच के दौरान CISF कर्मियों को बैग के अंदर कुछ संदिग्ध चीजें देखी। जब बैग को खोलकर उसकी की गई तो लगभग INR 42.35 लाख की भारी मात्रा में विदेशी मुद्राएं (1,97,500-सऊदी रॉयल और 2,000-कुवैती दिनार) उनके बैग के अंदर रखे परफ्यूम के डिब्बे और कपड़े के पाउच में छिपी हुई मिली। पूछताछ करने पर, वह कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका। जिसके बाद इस मामले की सूचना सीमा शुल्क अधिकारियों को दी गई और यात्री को उनकी हिरासत में भेज दिया गया।

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SSC Scam: कौन है TMC के नेता पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल मुखर्जी, जिसके घर से ED को बरामद हुए 20 करोड़ कैश

अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर से 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए. अर्पिता पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी हैं. चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया था. ईडी को संदेह है कि अर्पिता मुखर्जी की सहयोगी के आवास से जब्त की गई नकदी कथित राज्य स्कूल सेवा आयोग घोटाले की आय है.

Arpita Mukherjee and Partha Mukherjee

Arpita Mukherjee and Partha Mukherjee

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2022,
  • (Updated 26 जुलाई 2022, 1:48 PM IST)

र्पिता ने साल 2004 में मॉडलिंग से करियर शुरू किया

ED को बरामद हुए 20 करोड़ कैश

पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से पिछले हफ्ते 21.2 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए, जिसके बाद से वो बराबर सुर्खियों में बनीं हुई हैं. इसके एक दिन बाद दोनों को बंगाल में स्कूल नौकरी घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया गया था. इस वजह से ममता बनर्जी की सरकार ED के निशाने पर आ गई है. अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के घर से 21.2 करोड़ रुपये नकद, 79 लाख रुपये के सोने के आभूषण और 54 लाख रुपये के विदेशी मुद्रा के साथ 22 विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल मोबाइल मिले. आइए जानते हैं कौन है अर्पिता मुखर्जी और कैसे बनी मंत्री की करीबी.

कौन है अर्पिता मुखर्जी?
अर्पिता मुखर्जी 2008 और 2014 के बीच बंगाली और उड़िया फिल्म उद्योगों में सक्रिय थीं. वह एक मॉडल भी हैं.वह कोलकाता के उत्तरी उपनगर बेलघोरिया में एक मध्यमवर्गीय परिवार से विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल आती हैं और कॉलेज के दिनों से ही मॉडलिंग कर रही हैं.अपने पिता की मृत्यु के बाद, उनकी शादी झारग्राम के एक व्यवसायी से विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल हुई थी, लेकिन शादी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि वह कोलकाता लौट आई थी. उन्होंने 2008 में जीत के साथ फिल्म "पार्टनर" में अभिनय किया और 2009 में बंगाली सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी के साथ "मामा भगने" में अभिनय किया.

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक अर्पिता ने साल 2004 में मॉडलिंग से अपने करियर की शुरुआत की थी. मॉडलिंग करते-करते उन्हें बंगाली फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिलने लगे. इसके कुछ साल बाद उन्होंने पाटुली और बारानगर में तीन नेल सैलून खोले थे. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने ज्यादातर साइड रोल ही किए हैं. उन्होंने बांग्ला फिल्मों के अलावा ओडिया और तमिल फिल्मों में भी काम किया. केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच में अर्पिता की भी संलिप्तता पाई गई.

कौन है पार्थ चटर्जी?
पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं. अब सवाल ये कि अर्पिता उनकी करीबी कैसे बनीं? बता दें कि पार्थ चटर्जी दक्षिण कोलकाता में लोकप्रिय दुर्गा पूजा समिति नकटला उदयन का संचालन करते थे, जोकि सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समितियों में से विदेशी मुद्रा संकेत पश्चिम बंगाल एक है. 2019 और 2020 में अर्पिता मुखर्जी कोलकाता की सबसे बड़ी दुर्गा पूजा समिति में से एक 'नकतला उदयन संघ' के प्रचार अभियानों का चेहरा थीं. उस समय पार्थ चटर्जी 'नकतला उदयन संघ' के मुख्य संरक्षक थे.

इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वो इस पर नजर बनाए हुए हैं और कोर्ट का फैसला आने के बाद पार्थ चटर्जी को लेकर फैसला लेंगे.

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