SIP के कारण निवेशक कई बाजार में उपलब्ध अच्छे अवसरों से चूक जाते हैं, जिसके लिए एग्रेसिव इंवेस्टमेंट एप्रोच की जरूरत पड़ती है।
Lump Sum & SIP: आपके लिए क्या सही है, और कब?
निवेशक अपने फंड को दो तरह से बाजार में लगा सकते हैं। यह एकमुश्त (Lump Sum) या सिप (SIP) दोनों में से कुछ भी हो सकता है। अलग-अलग परिस्थितियों में दोनों ही कारगर साबित हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको यह समझाने की कोशिश करेंगे कि आखिर इन दोनों का नफा-नुकसान क्या है व आपके लिए दोनों में से कौन सी ज्यादा कारगर है।
नए निवेशकों के लिए निवेश एक मुश्किल काम हो सकता है। रिस्क मैनेजमेंट इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपके निवेश की ग्रोथ की संभावनाएं काफी हद तक इस बात पर निर्भर करती हैं कि आप अपना पैसा किस तरह से लगा रहे हैं।
निवेश दो तरह से किया जा सकता है:
आइए अब दोनों की ही विशेषताओं और खामियों को जानने की कोशिश करते हैं:
1) एकमुश्त निवेश (Lump Sum Investment) क्या है?
एकमुश्त (Lump Sum) निवेश का अर्थ है कि निवेशक अपनी पूंजी एक ही बार में निवेश करता है और आवश्यकता पड़ने पर ही दोबारा पूंजी लगाता है यानी टॉप अप करता है।
एकमुश्त निवेश के क्या लाभ हैं?
यह विधि आम तौर पर अनुभवी या मोटी रकम रखने वाले निवेशकों के लिए सही होती है। इस विधि में अपनी जोखिम की क्षमता को बढ़ाना भी जरूरी है।
एकमुश्त निवेश करने वाले निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव के रुख को अपने अनुसार मोड़ सकते हैं। यह शैली आम तौर पर उन व्यक्तियों के लिए सुविधाजनक है, जिनके पास निवेश के लिए एक बड़ी राशि है।
एकमुश्त निवेश पर लाभ कमाने की संभावना तब अधिक होती है जब बाजार अस्थिर दौर से गुजरा हो और एक बार फिर ऊपर चढ़ने की तैयारी कर रहा हो।
अस्थिर बाजार में सावधानी के साथ करें निवेश: संजीव बजाज
- Sarbajeet K Sen
- Publish Date - January 19, 2022 / 07:19 PM IST
मुझे लगता है कि लोग ओमीक्रोन के बारे में भ्रमित हैं. वे नहीं जानते कि यह कैसे खत्म होने वाला है. हालांकि, अगर यह कोरोनावायरस का हल्का वैरियंट निकला, तो बाजार आगे बढ़ सकता है, लेकिन अगर यह आक्रामक है, तो बाजार प्रभावित हो सकता है
बजाज कैपिटल के संयुक्त अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव बजाज (Sanjiv Bajaj ) के मुताबिक, पिछले 18 महीनों में शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर तेजी देखी गई है. हालांकि मूल्यांकन अधिक होने के कारण, निवेशकों को अब सावधानी बरतनी चाहिए. इसी के साथ निवेशकों को मुख्य रूप से ब्लू-चिप कंपनियों में निवेश करना चाहिए. न्यूज9 की मार्केट मावेरिक्स श्रृंखला में बात करते हुए संजीव बजाज ने निवेशकों को निश्चित वित्तीय लक्ष्य रखने और उसके अनुसार परिसंपत्ति आवंटन बनाए रखने की सलाह दी. यहां देखिए साक्षात्कार का संपादित अंश –
सवाल – कई महीनों के शानदार प्रदर्शन के बाद हाल के दिनों में शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव रहा है. ऐसे में निवेशकों को मौजूदा बाजार में अपनी स्थिति कैसे बनानी चाहिए?
संजीव – मुझे लगता है कि बाजार में अस्थिरता जारी रहने वाली है. यह एक ऐसा समय है जब आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है. यह मूल्य और उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों के लिए अच्छा समय है. आपको ब्लू-चिप स्टॉक या वैल्यू फंड को देखना चाहिए जहां कुछ मात्रा में मूल्य हो. कुछ स्टॉक ऐसे हो सकते हैं जिनका मूल्यांकन अधिक हो गया है और तरलता के प्रवाह के साथ कुछ सुधार देखने को मिल सकता है. यह समय पिछले 18 महीनों की तरह नहीं है, जब आपने जो भी म्यूचुअल फंड चुना होगा, उसने अच्छा प्रदर्शन किया होगा. अब, आपको अपने पोर्टफोलियो चयन और अपने पैसे के आवंटन से सावधान रहना होगा.
संजीव – COVID-19 की स्थिति को पहले ही शामिल कर लिया गया है. मुझे लगता है कि लोग ओमीक्रोन के बारे में भ्रमित हैं. वे नहीं जानते कि यह कैसे खत्म होने वाला है. हालांकि, अगर यह कोरोनावायरस का हल्का वैरियंट निकला, तो बाजार आगे बढ़ सकता है, लेकिन अगर यह आक्रामक है, तो बाजार प्रभावित हो सकता है. जब भी लॉकडाउन होता है तो नुकसान होता है, लेकिन कुल मिलाकर हम बहुत मजबूत जगह पर हैं. इसलिए, अगर हम लंबे समय तक बाजार में बने रहना चाहते हैं, जो मेरे लिए तीन से 10 साल है, तो आपको इन चीजों के बारे में परेशान होने की जरूरत नहीं है. आपको बस शुरुआत करने और इंतजार करना बंद करने की जरूरत है.
सवाल – आपने कहा कि निवेशकों को इस समय सतर्क रहने की जरूरत है. अब लोन क्या भूमिका निभाएगा और परिसंपत्ति आवंटन कितना महत्वपूर्ण है?
संजीव – हमें जिस चीज से सावधान रहने की जरूरत है, वह है छोटे, कमजोर स्टॉक जो ऊपर गए हैं. ये कंपनियां उस वैल्यूएशन के लायक नहीं हैं, जिसमें वे हैं. बाजार हमेशा सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ को प्रीमियम देगा, लेकिन जब कमजोर कंपनियों को भी प्रीमियम मिलना शुरू हो जाता है, तो सावधान रहने की जरूरत है. इस स्थिति में, आपको ब्लू-चिप स्टॉक और वैल्यू स्टॉक के साथ जाना चाहिए.
साथ ही, यह वह समय है जब आपको अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करने की जरूरत है, अधिमानतः एक सलाहकार के साथ, आप किस प्रकार के म्यूचुअल फंड और स्टॉक धारण कर रहे हैं और जोखिम-वापसी अनुपात का आंकलन करने के लिए, कुछ छोटे शेयरों के लिए जोखिम-वापसी अनुपात का कोई मतलब नही है. जहां नीचे जाने का जोखिम बहुत अधिक है और कीमत बढ़ने की संभावना न्यूनतम है. ऐसे में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है.
सवाल – वर्तमान में सोने की क्या भूमिका है और कितना निवेश करना चाहिए?
संजीव – लंबे समय में सोना आपको चार-पांच फीसदी रिटर्न देगा. आप सोने में कुछ आवंटन कर सकते हैं, शायद अधिकतम पांच प्रतिशत. कई बार ऐसा भी हो सकता है कि सोना आपको 20-30 फीसदी का रिटर्न दे, नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए लेकिन लंबे समय में यह औसत से घटकर पांच फीसदी रह जाएगा.
संजीव – पूंजी बाजार में आने वाले नए लोगों की संख्या अभूतपूर्व है. हम में से अधिकांश लोग रैली के अंतिम चरण में प्रवेश करते हैं जब बाजार बहुत ऊपर चला जाता है और यदि बाजार सही होने लगते हैं, नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए तो हम घबरा जाते हैं और पैसा खो देते हैं. हमें लगता है कि ऐसा करना सही नहीं है. अगर आप बाजार में हैं, तो कृपया 10-15 साल के लिए रुकें. जब तक आपको बाजारों का ज्ञान न हो तब तक सीधे व्यापार करने का प्रयास न करें. जैसा कि मैंने पहले कहा, रिलायंस, एचयूएल, आईटीसी जैसी उच्च-गुणवत्ता वाली कंपनियों में निवेश करना सबसे अच्छा है. यह एक साधारण खेल है.
Mutual Fund में कब और कैसे करें निवेश
आप का पैसा म्यूचुअल फंड में निवेश के बाद अच्छा रिटर्न दे, इस के लिए जानिए कुछ अहम सुझाव.
अपने रोजमर्रा के खर्चों के बीच छोटीमोटी बचत तो हम सब कर ही लेते हैं, मगर फायदा तो तब है जब बचत के साथसाथ निवेश की भी आदत डाली जाए. जब निवेश की बात आती है तो ज्यादातर लोगों के दिमाग में शेयर मार्केट में पैसे लगाने का खयाल आता है. जबकि असलियत तो यह है कि यदि आप को शेयर बाजार में पैसे लगाने का अनुभव नहीं है तो यह आप के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है. फाइनैंशियल प्लानर, अनुभव शाह के मुताबिक नए निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना एक बेहतरीन विकल्प है. ऐसा नहीं है कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने में कोई जोखिम नहीं, पर शेयर बाजार में निवेश की तुलना में यह फिर भी कम जोखिम भरा है.
New SIP Investors: नए निवेशक SIP के लिए रखें यह खास ध्यान फिर बना सकते हैं करोड़ों की संपत्ति
New SIP Investors : लोग लगातार म्यूचुअल फंड की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं है की म्यूचुअल फंड इन्वेस्टमेंट का सबसे बढ़िया माध्यम है.
अगर आपने इन्वेस्टमेंट की दुनिया में अभी-अभी नया कदम रखा है, और रिक्स लेकर High प्रॉफिट बनाने की उम्मीद रखते हैं तो इक्विटी म्यूचुअल फंड आपके लिए सबसे बढ़िया विकल्प होगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है की आप आँख मूंदकर किसी भी फंड में इन्वेस्ट करें, निवेश से पहले स्मार्ट प्लानिंग बहुत जरुरी है.
निवेश से पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें
जिस तरह हर प्रकार के कार्य में लक्ष्य निर्धारित होता है. SIP या एकमुश्त निवेश से पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करें, की आपको कितने सालों तक निवेश करना है, क्या आपको कोई गाड़ी खरीदनी है. घर बनवाना है, शादी करनी है, इत्यादि तरह के आपका लक्ष्य हो सकता है. लक्ष्य इसलिए आवश्यक है क्योंकि अगर किसी को गाड़ी खरीदनी हो तो उसके लिए निवेश विकल्प दूसरा हो सकता है उसके जिसको घर बनवाना है.
चूँकि आप एक लम्बे समय तक अपने पैसे का निवेश करने वाले हैं, साथ ही भविष्य के लिए एक बेहतर रिटर्न की उम्मीद करते हैं ऐसे में आपको किसी फंड में निवेश से पहले उसे अच्छी तरह analysis करना चाहिए, जैसे फंड का मैनेजर कौन है, फंड का प्रदर्शन कैसा है. फंड का पिछला रिकार्ड कैसा है, लोगों द्वारा फंड को नए निवेशक को किस फंड में निवेश करना चाहिए क्या प्रतिक्रिया मिली है और कितना रेटिंग प्राप्त है.
डायवर्सिफाई करना है जरूरी
आमतौर पर लोग यह गलती करते हैं कि अपने सारे पैसे एक ही फंड में लगा देते हैं. जो एक smart investment नहीं है आपको अलग-अलग तरह के फंड में अपना पैसा लगाना चाहिए ताकि जब एक फंड में ख़राब प्रदर्शन हो तब दूसरा फंड उसे रिकवर कर सके, अपने थोड़े-थोड़े पैसे multiple mutual funds में लगाएं
जब भी आपको लगे की आपके पास extra पैसे हैं तब अपने Mutual Fund SIP को जरूर बढ़ाएं, या आपने इनकम बढ़ने के साथ निवेश राशि में भी बढ़ोतरी करें, इस प्रकार आप बहुत जल्दी अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं, और फिर अपने लिए दूसरा लक्ष्य बना सकते हैं.
(Moneytime.co.in किसी तरह की निवेश संबंधित सलाह नहीं देता, हमारा उद्देश्य केवल जानकारियों को साँझा करना है)
एक्सपेंस रेशियो
टेक्नोलॉजी फंडों के रेगुलर प्लान 2-2.46% चार्ज करते हैं, जबकि डायरेक्ट ऑप्शन कम एक्सपेंस रेशियो (0.5-1%) के साथ आते हैं.
किसी भी निवेशक को अपने निवेश के सही स्कीम का चयन करने से पहले कुछ बेसिक चीजों पर ध्यान देना चाहिए. पोर्टफोलियो में कई स्कीम को शामिल करने से बेहतर है कम लेकिन क्वॉलिटी स्कीम को शामिल करें. बहुत सी स्कीमें आपके कुल रिटर्न को कम कर देती हैं. आपको अपने लक्ष्य और रिस्क लेने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए स्कीम को पसंद करना चाहिए. अपनी रिस्क-प्रोफाइल को समझें, अगर आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते तो फ्लैक्सी कैप फंड्स में निवेश करें और रिस्क कम करने के लिए लार्ज कैप फंड्स भी चुन सकते हैं.
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