angel broking trade kaise kare hindi-एंजेल ब्रोकिंग इन हिंदी

दूसरे ब्रोकर कंपनी जैसे ज़ेरोढा , 5 पैसा , आदि की तरह ही angel broking भी एक तरह से किसी भी कमपनी का शेयर खरीदने का बिच का जरिया प्रदान करता हैं जिसके आप और हम जैसे कोई भी ट्रेडर आसानी से किसी शेयर का विश्लेषण कर इसके माध्यम से शेयर खरीद एवं बेच सकते हैं जिसमे एंजेल कुछ चार्ज भी लेता है जिसके बारे में हम आगे बात करेंगे ।

लेकिन सवाल अब यह है की ब्रोकिंग हम अपना खाता कैसे खुलवाए और इसमें कौन से टूल दिए जाते हैं जिसके मदद से हम किसी शेयर का technical analysis कर उस शेयर को खरीद सके । इन सभी के बारे में मैं आपको बताऊंगा जो आपकी ट्रेड लेने में काफी मदद कर सकता हैं ।

एक जानकारी आपको और बता दू की यह मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों में ही किसी शेयर को खरीदने का या फिर बेचने का मौका प्रदान करता हैं जो एक रह से बहुत अच्छी सुविधा है जिसके मदद से आप शेयर मार्किट के ट्रेडिंग के समय कहीं भी कोई ट्रेड buy और sell कर सकते हैं ।

इसमें अकॉउंट खुलवाना बहुत आसान हैं जो कुछ – कुछ बैंक खाते से मेल खाता हैं जिसमे आपको सत्यापन के लिए pan card , bank acount , adhaar crad एवं fees की जरुरत पड़ती हैं ।

अकॉउंट ओपन होने के बाद आपको एक user id एवं password प्रदान की जाती है जिसके लिए आपको playstore से इसका app download करना होता है और इसमें user id एवं पासवर्ड इन्सर्ट कर angel broking का इस्तेमाल कर सकते हैं ।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करे- (angel broking trade kaise kare hindi-एंजेल ब्रोकिंग इन हिंदी)

सबसे पहले आपको angel broking में लॉगिन होना पड़ेगा चाहे उसके लिए आप किसी laptop का इस्तेमाल कर रहें है या फिर mobile का दोनों में ही लॉगिन होने के लिए एक ही user id और password की जरुरत पड़ती हैं ।

mobile में login होने के लिए आपको google playstore से angel broking का app इनस्टॉल करना होता है नहीं तो यदि आप laptop का इस्तेमाल कर रहे है तो सीधे इसके website में जाकर लॉगिन कर सकते हैं ।

आजकल लॉगिन से जुड़े बहुत साड़ी समस्या आ रही हैं इसलिए हो सकता है लॉगिन में कुछ बदलाव देखने को मिले लेकिन वे सभी बदलाव आपके यूजर id एवं password डालने का बाद आ सकते हैं जिसे 2FA पासवर्ड के नाम से जानते हैं उसका प्रोसेस भी बेहद आसान हैं ।

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  • सबसे पहले मोबाइल में डाउनलोड किये गए app के आइकॉन पर क्लीक करे इसके बाद एक नया विंडो ओपन होगा ।
  • अब निचे की तरफ left side में login का icon दिखेगा जिसमे क्लीक करना है ।
  • लॉगिन में क्लिक करने के बाद अपनने uer id और पासवर्ड को डालकर सबमिट करे ।
  • इस तरह आप angel broking में प्रवेश कर जायेंगे ।
  • अब ऊपर दिए गए बाए तरफ तीन छोटी रेखा पर क्लीक करे और यह फंक्शन फ्यूचर में बदल भी सकता हैं ।
  • इसके बाद ट्रेड के icon पर क्लीक करे और कोई स्टॉक को चुने जिसे आप buy या फिर sell कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको पहले एनालिसिस करना पड़ेगा जिसके बारे में आगे बताया गया हैं ।
  • मान लीजिये अपने कोई स्टॉक चुना है तो उसका क्वांटिटी चुने फिर अपना बाइंग प्राइस चुने या फिर मार्किट प्राइस में भी खरीद सकते हैं अंत में सबमिट पर क्लीक करे ।

ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे इन हिंदी – (angel broking trade kaise kare hindi-एंजेल ब्रोकिंग इन हिंदी)

ऊपर आपको सारे दिशा निर्देश बताये गए है जिससे आप angel broking में कोई शेयर को खरीद सकते है लेकिन आपको सबसे ज्यादा परेशानी तब आएगी जब कोई शेयर को चुनना और यह निर्णय लेना की मेरे द्वारा चुना गया स्टॉक सही है या गलत इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल हैं और नए इन्वेस्टर यहीं पर आकर फंस जाते हैं ।

लेकिन घबराये नहीं मैं आपको दो ऐसे टिप को बताऊंगा जिससे आप इंट्राडे के लिए भी शेयर चुन सकेंगे एवं डे ट्रेडिंग जैसे स्विंग ट्रेडिंग या शार्ट टर्म ट्रेडिंग के लिए कोई शेयर का चुनाव बढ़िया तरिके से करके मुनाफा अर्जित कर सके ।

सबसे पहले गूगल में निफ़्टी – 50 टाइप करके सर्च करे फिर इसके वेबसाइट में विजिट करे और वहां से निफ़्टी – 50 के सभी शेयर को अपने angel broking लिस्ट में डाल दे ।

स्विंग ट्रेडिंग से प्रॉफिट 5 PERCENT तक कामय आज के तारीख शेयर मार्किट सबसे जायदा फेमस है और इसका मुख्य वजह है बहुत सारे INVESTOR SWING TRADING सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है? के दवारा ही बहुत पैसा कमा रहे है जिसमे से मेरा भी सबसे पसंदीदा SWING TRADING ही है इसमें पैसा लगाना बहुत ही सिंपल है

SWING TRADING के लिए जब कोई स्टॉक में हम पैसा लगाए और कुछ घंटो या कुछ दिनों के लिए छोड़ दे। उस STOCK से जब मेरा प्रॉफिट 3 से 5 परसेंट तक आ जाये तो उस स्टॉक को बेचकर हुए मुनाफे को ही SWING TRADING कहा जाता है।

अब सवाल ये है की आखिर हम वो कौन सा स्टॉक एवं इंडिकेटर / टेक्निकल चार्ट चुने ताकि हमे सही प्रॉफिट मिल सके। ऐसे तरीका बहुत है ट्रेडिंग के लिए उसमे से एक पर आज चर्चा करेंगे।

nifty 50 के शेयर चुने – (स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करे)

angel broking में swing trading करने के लिए हम सबसे पहले हम NSE के वेबसाइट पर जायेंगे और वहां से इंडेक्स सेक्शन में जाने के बाद हमे बहुत सारे इंडेक्स मिलेंगे लेकिन हमे अभी फ़िलहाल दो इंडेक्स ही चुनेगे चाहो तो और भी इंडेक्स ले सकते है

लेकिन उदाहरण के तौर पे दो सेलेक्ट किया है किया है। एक है निफ़्टी 50 ,बैंक निफ़्टी। इन दोनों इंडेक्स को चुनने का हमारा मकसद यही है की इसके अंदर जितने भी स्टॉक है वो SEBI के द्वारा कंट्रोल किया जाता है

यहाँ जो स्टॉक बढ़िया परफॉर्म करते है सिर्फ उन्ही को यहाँ रखा जाता है। इससे COMPANY पर भी प्रेशर रहता बढ़िया परफॉर्म करने के लिए , पहले हम कुछ STOCK वहां से चुनेंगे फिर निचे दी गयी कुछ पॉइंट्स के साथ मैचिंग कराएँगे ।

Station Guruji

अगर आप Mutual Fund में SIP के माध्यम से इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आप जरूर जानते होंगे की SIP Date बहुत ही मायने रखता है। कई लोग इसे नहीं मानते हैं। उनका मानना है महीने में किसी भी दिन में SIP करें कोई फर्क नहीं पड़ता।

लेकिन कई वित्तीय सलाहकार इसे गलत मानते हैं। उनका मानना है कि यदि SIP Date आप सोच समझ कर रखते हैं तो आप का लाभ दो से तीन प्रतिशत बढ़ सकता है। जो लंबी अवधि में लाखों का फायदा करा सकता है।

यदि आप SIP करते हो उसमें एक SIP Date देना आवश्यक होता है। जिस तारीख को आपका पैसा आपके अकाउंट से कटकर Mutual Fund में जाएगा उसी दिन का मार्केट वैल्यू के अनुसार आपको यूनिट मिलता है।

जैसा कि आप जानते हैं कि मार्केट में प्रत्येक दिन उतार-चढ़ाव होता रहता है। जब स्टॉक मार्केट का संवेदी सूचकांक कम होती है और हमें ज्यादा यूनिट मिल जाता है। ठीक उसी प्रकार जब मार्केट का सूचकांक ऊपर रहता है समय Mutual Fund का एनएवी ज्यादा होने के कारण हमें कम यूनिट प्राप्त होता है।

इस प्रकार आप समझ गए होंगे कि जब भी स्टॉक मार्केट का संवेदी सूचकांक ऊंचाई पर रहता है उस समय यदि हम Mutual Fund में निवेश करते हैं तो हमें कम यूनिट प्राप्त होता। आखिर ऐसा कौन सा SIP Date चुने जब अपेक्षाकृत स्टॉक मार्केट नीचे रहता है और हमें ज्यादा यूनिट मिल जाए ज्यादा फायदा हो सकता है।

SIP Date में ब्रोकर की सलाह

आप किसी भी ब्रोकर कर के पास जाओगे तो वह हमेशा आपको एक ही सलाह देगा कि आप अपना SIP Date 1 तारीख को रखें। कई बोलेगा आप महीना के शुरुआत हफ्ते यानी एक से लेकर 5 तारीख तक SIP Date रखें।

वह आपको रिच डैड पुअर डैड पुस्तक की कहानी बताएगा और कहेगा अपनी कमाई में से पहले वेतन अपने आप को दे। कुछ बोलेगा कि आप खर्च होने से पहले निवेश करें। इसमें आपको यह फायदा है वह फायदा है। लेकिन वास्तव में इसमें ब्रोकर का फायदा होता है।

क्योंकि ब्रोकर सोचता है कि वेतन मिलने के पहले दिन या 4 दिन तक हमारे अकाउंट में पैसा पड़ा रहता है। इस तारीख को पैसा कट कर SIP में निवेश हो जाता है।

कई बार घर के खर्चे ज्यादा होने के कारण हमारे खाते में पैसे नहीं बच पाते हैं। जिसके कारण SIP में निवेश नहीं हो पाता। SIP में निवेश नहीं होने के कारण ब्रोकर को कमीशन नहीं मिलता जिसे कारण उसे नुकसान हो जाता है। इसलिए वह हमेशा महीने के 1 तारीख को निवेश करने की सलाह देता है।

SIP Date क्या होनी चाहिए

जैसा कि आप जानते हैं SIP दौरा Mutual Fund में निवेश सबसे अच्छा माना गया है। आप यह भी जानते हैं कि Mutual Fund is subject to market risk.

Mutual Fund स्टॉक मार्केट से जुड़ा हुआ है। स्टॉक मार्केेट (Stock Market) ऊपर जाना या नीचे आना Mutual Fund को प्रभावित करता है। आपका लाभ इस बात पर निर्भर करता है कि स्टॉक मार्केट (Stock Market) कितना ऊपर नीचे गया।

दोस्तों यह जानना तो मुश्किल है की स्टॉक मार्केट (Stock Market) कब ऊपर जाएगा या कब नीचे आएगा। कोई वित्तीय सलाहकार या स्टॉक मार्केट के बड़े जानकार नहीं बता सकते।

यदि आप स्टॉक मार्केट (Stock Market) में निवेश करते हैं तो आप जानते हैं कि हर महीने की 25 तारीख को ऑप्शन ट्रेडिंग का एक्सपायरी होती हैै। यदि किसी कारणवश 25 तारीख को स्टॉक मार्केट बंद है तो उससे पहले वर्किंग डे।

यदि पिछले 25 सालों का रिकॉर्ड देखें तो महीना के आखिरी दिनों में स्टॉक मार्केट का सूचकांक लगभग नीचे जाता है। आप अपना SIP Date 21 से 30 तारीख के बीच सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है? में रखें तो आपके लिए लाभदायक हो सकता है।

SIP Date संबंधित विशेष सलाह

आप SIP Date संबंधी कुछ बातें पर विशेष ध्यान दें

1. यदि आप एक से अधिक Mutual Fund में SIP

करते हैं तो कभी भी दो SIP Date समान नहीं होना चाहिए।

2. SIP Date उसी तारीख को रखें जिस तारीख को आपके अकाउंट में पैसे जरूर होना चाहिए।

3. SIP Date वाले दिन आपके अकाउंट में पैसे नहीं है तो बैंक द्वारा भी चार्ज लगाया जाता है तथा आपका निवेश भी बाधित होता है।

4. यदि आपका 5 SIP चल रहा है इसमें तीन SIP Date 20 तारीख और 30 तारीख के बीच में रखने का प्रयास करें।

5. यह पूरा प्रयास करें कभी भी आप का SIP पैसे कम होने के कारण बंद नहीं होना चाहिए।

संक्षेप में

स्टॉक मार्केट संबंधित आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप हमारे वेबसाइट स्टेशन गुरुजी पर जाकर हमसे पूछ सकते हैं। जैसे गूगल पर जाकर स्टेशन गुरुजी से पूछो शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?

अच्छा शेयर कैसे चुने? स्टॉक मार्केट में daily 1000 कैसे कमाए? अमीर लोग किसे कहते हैं? P/E Ratio क्या है? Intraday Trading क्या है? आपके मन और भी कोई सवाल उत्पन्न हो रहा हो तो आप चाहे तो हमें ईमेल भी कर सकते हो मेरा ईमेल आईडी है [email protected]

ये हैं निवेश के लिए 10 सबसे अच्‍छे म्‍यूचुअल फंड

हमने पांच अलग-अलग कैटेगरी से दो स्‍कीमों को चुना. इन कैटेगरी में एग्रेसिव हाइब्रिड, लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप शामिल हैं.

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यह भी मुमकिन है कि जिन स्‍कीमों के नाम बताए जाएं, वे लक्ष्‍यों और जोखिम प्रोफाइल के अनुकूल न हों. यही देखते हुए हमने टॉप 10 म्यूचुअल फंड स्‍कीमों की एक लिस्‍ट बनाई है. इसमें पांच अलग-अलग कैटेगरी से दो स्‍कीमों को चुना गया है. इन कैटेगरी में एग्रेसिव हाइब्रिड, लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और मल्टीकैप शामिल हैं. हमारा मानना है कि नियमित म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए ये पर्याप्त होनी चाहिए.

टॉप 10 स्‍कीमों की लिस्‍ट
1. एक्सिस ब्‍लूचिप फंड
2. मिराए एसेट लार्जकैप फंड
3. पराग पारेख लॉन्‍ग टर्म इक्विटी फंड
4. कोटक स्‍टैंडर्ड मल्‍टीकैप फंड
5. एक्सिस मिडकैप फंड
6. डीएसपी मिडकैप फंड
7. एक्सिस स्‍मॉलकैप फंड
8. एसबीआई स्‍मॉलकैप फंड
9. एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड
10. मिराए एसेट हाइब्रिड इक्विटी फंड

हालांकि, इन स्‍कीमों में निवेश करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए. पहली बात यह कि हर एक कैटेगरी के बारे में जानें और पता करें कि क्‍या वह आपके निवेश के लक्ष्‍य और जोखिम प्रोफाइल से मेल खाती है.

एग्रेसिव हाइब्रिड स्कीमों के लिए अपनी कुल रकम का 65-80 फीसदी इक्विटी में निवेश करना जरूरी है. बाकी का 20-35 फीसदी उन्हें डेट में निवेश करना होता है. ये पूर्व की बैलेंस्ड या इक्विटी हाइब्रिड स्कीमों की तरह निवेश करती हैं. इक्विटी में कम से कम 65 फीसदी निवेश की सीमा के चलते इन पर इक्विटी स्कीमों की तरह टैक्स लगता है.

इसमें 'एग्रेसिव' शब्द से आपको भ्रमित नहीं होना चाहिए. कई म्यूचुअल फंड एडवाइजर नए निवेशकों को एग्रेसिव हाइब्रिड स्कीमों में पैसा लगाने की सलाह देते हैं. उनकी दलील होती है कि इक्विटी और डेट का मिलाजुला पोर्टफोलियो उथल-पुथल के दौरान इन्हें स्थिरता देता है.

वहीं, लार्जकैप म्यूचुअल फंड स्कीमें बेहद बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. सेबी के वर्गीकरण नियमों के अनुसार, लार्जकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई रकम का कम से कम 80 फीसदी शीर्ष 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी है. चूंकि ये स्कीमें अपेक्षाकृत कम अस्थिर होती हैं. इसलिए इनमें रिटर्न भी सामान्य होता है. ऐसे में लार्जकैप स्कीमों में निवेश करते हुए रिटर्न की अपेक्षाओं को वास्तविक रखने की जरूरत है.

मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमें मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करती हैं. इनमें बड़े आकार की कंपनी बनने का दमखम होता है. बेशक इनके साथ जोखिम और अस्थिरता ज्यादा होती है. लेकन, इनसे अधिक रिटर्न की भी अपेक्षा की जा सकती है. एडवाइजर नए निवेशकों को मिडकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों की सलाह नहीं देते हैं. न ही उन्हें इन स्कीमों में पैसा लगाने को कहा जाता है जो अपने निवेश के साथ ज्यादा जोखिम नहीं ले सकते हैं.

स्मॉलकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए अपनी कुल रकम का 80 फीसदी छोटी कंपनियों में निवेश करना जरूरी है. शेयर बाजार में 250वें पायदान के नीचे आने वाली सभी कंपनियां इस श्रेणी में आती हैं. इनमें हमेशा सात से 10 साल की लंबी अवधि को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए. छोटी अवधि में केवल ज्यादा रिटर्न के लिए इनमें निवेश करने पर आप नुकसान उठा सकते हैं. इनके साथ बहुत ज्‍यादा जोखिम होता है. नए निवेशकों को इन स्‍कीमों में पैसा लगाने की सलाह नहीं दी जाती है.

मल्टीकैप म्यूचुअल फंड स्कीमों का सुझाव अक्सर उन निवेशकों को दिया जाता रहा है जो निवेश के साथ थोड़ा जोखिम ले सकते हैं. सेबी के नए नियमों के अनुसार, मल्‍टीकैप स्‍कीम को अपने कुल एसेट का कम से कम 75 फीसदी इक्विटी या इक्विटी से जुड़े इंस्‍ट्रूमेंट में निवेश करना होगा. उनके लिए लार्ज, मिड और स्‍मॉलकैप शेयरों में न्‍यूनतम 25-25 फीसदी निवेश करना अनिवार्य किया गया है.

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शेयर मार्केट में करना है काम तो ऐसे बने स्टॉक ब्रोकर

शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.

By रवि नामदेव On Aug 23, 2022 853 0

शेयर मार्केट आपको इतना पैसा कमाकर दे सकता है जितना आप पूरी ज़िंदगी में नहीं कमा सकते. वहीं दूसरी ओर आप इसमें पैसा लगाकर बुरी तरह कर्ज में भी डूब सकते हैं. लेकिन यदि आप इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो आप स्टॉक ब्रोकर बनकर (Stock Broker Career) खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं और दूसरों को भी कमाकर दे सकते हैं.

शेयर मार्केट की दुनिया में अक्सर लोग पैसा लगाकर ही मुनाफा कमा पाते हैं लेकिन आप अपने टैलेंट के दम पर यहाँ अपना करियर बना सकते हैं. शेयर मार्केट के अंदर एक खास करियर (Stock Broker kaise bane?) ऑप्शन स्टॉक ब्रोकर है. जिसमें करियर बनाकर आप खूब सारा पैसा कमा सकते हैं.

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?(What is Stock Broker?)

स्टॉक ब्रोकर को समझने के लिए पहले आप ये समझिए कि भारत में आप स्टॉक कैसे खरीदते हैं?

कोई कंपनी जब अपना शेयर लाती है तो वो शेयर मार्केट में लिस्ट होता है. इस शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है ब्रोकरेज फर्म. इन ब्रोकरेज फर्म पर बल्क में सही ब्रोकर कैसे चुनें और गलत नहीं है? कंपनियों के शेयर होते हैं.

इन ब्रोकरेज फर्म में ही काम करते हैं स्टॉक ब्रोकर. स्टॉक ब्रोकर का काम होता है आम लोगों के लिए शेयर को खरीदना और बेचना. मतलब आप कोई शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको स्टॉक ब्रोकर को ही कहना होगा और साथ ही बेचने के लिए भी आपको उसी को कहना होगा.

स्टॉक ब्रोकर इसके अलावा आपको दूसरे स्टॉक भी सजेस्ट करते हैं. स्टॉक ब्रोकर कमीशन और सैलरी दोनों के आधार पर कार्य करते हैं.

अतः स्टॉक ब्रोकर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो शेयर की खरीद और बिक्री का कार्य करता है.

स्टॉक ब्रोकर के लिए योग्यता (Stock Broker Eligibility)

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट की बेसिक स्किल्स के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए. क्योंकि आपको जिस जगह पर काम करना है उसके बारे में पहले से जानकारी होना चाहिए.

आपने फाइनेंस, कॉमर्स या अकाउंटेनसी में ग्रेजुएशन करना होता है. क्योंकि इनमें आपको अच्छे से शेयर मार्केट के बारे में समझाया जाता है.

आपकी कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए. आपमें लोगों को कन्वेंस करने का गुण होना चाहिए.

आपकी गणित और रिजनिंग बहुत ही स्ट्रॉंग होनी चाहिए. क्योंकि शेयर मार्केट में सारा खेल आंकड़ों का है.

स्टॉक ब्रोकर कैसे बने? (How to become stock broker?)

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपके अंदर जरूरी योग्यता है तो आप नीचे दिए गए सर्टिफिकेट कोर्स को करके स्टॉक ब्रोकर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.

NSE’s Certification In Financial Markets
NSE’s Certified Market Professional
Certificate Program On Capital Markets
A PG Diploma In Capital Market And Financial Services
Post Graduate Diploma In Fundamentals Of Capital Market Development

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए बेस्ट कॉलेज (Stock broker best college)

भारत में यदि आप स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं और इन कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं तो आपको ये सारे कोर्स नीचे दिए गए कॉलेज में मिल जाएंगे.

Institute Of Company Secretaries Of India
Institute Of Capital Market Development
All India Center For Capital Market Studies
Mumbai Stock Exchange Training Institute
Institute Of Financial And Investment Planning
Institute Of Chartered Financial Analysts Of India
The Orion Institute Of Capital Market
The UTI Institute Of Capital Market

स्टॉक ब्रोकर कितना कमा सकता है? (Stock broker salary)

Stock Broker बनना कोई हंसी खेल नहीं है. इसमें एंट्री पाना तो आपके लिए आसान रहेगा लेकिन यहाँ टिके रहना मुश्किल है. इसमें शुरुआती तौर पर आप सैलरी के रूप में 20 से 25 हजार रुपये प्रतिमाह कमा सकते हैं.

जब आपको अनुभव हो जाता है और आप सीख जाते हैं कि कब कौन सा शेयर ऊपर जाने वाला है और कौन सा शेयर नीचे आने वाला है तो आप उनमें निवेश करके खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं. इसमें कमाई की कोई सीमा नहीं है.

भारत में किसी स्टॉक में निवेश करने का काम काफी हद तक ऑनलाइन हो चुका है और लोग अपनी मर्जी से अपने फोन या कंप्यूटर से पैसा निवेश करके अपनी पसंद का शेयर खरीद लेते हैं. लेकिन स्टॉक ब्रोकर का रोल फिर भी महत्वपूर्ण होता है. क्योंकि ये ही आपको बताता है कि ये नया शेयर आया है आप इसमें निवेश कीजिए, कौन सा शेयर आपके लिए फायदेंमंद रहेगा. ये सारी जानकारी बिना स्टॉक ब्रोकर के आपको नहीं मिल पाती है. साथ ही आपके Demat account को मैन्टेन करने का काम भी एक स्टॉक ब्रोकर ही करता है.

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