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यह मामला फतेहपुर जिले का है जहां पूर्व की अखिलेश सरकार का भूत आज भी स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियो के अन्दर से नहीं उतरा है। वहीं इस मामले में सीएमओ से बात की तो उनका कहना था की सरकार बदलते ही समाजवादी के इस्टिकर हटा दिया गया है लेकिन ऐसा है तो उसे तुरंत हटा दिया जायेगा।
14 जनवरी को सरकार की मुश्किलें बढ़ाएंगे डॉक्टर, इन मांगों को लेकर कर रहे हैं हड़ताल
चंडीगढ़ । प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में सबसे ज्यादा और बड़ी जिम्मेदारी डॉक्टरों के कंधों पर होती है लेकिन हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर मंगलवार को सभी सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों ने हड़ताल में भाग लिया. डाक्टरों के हड़ताल पर जाने से ओपीडी सेवाएं बंद रहीं,जिस वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
हालांकि ओपीडी में हड़ताल रही लेकिन एमरजेंसी सेवाएं चालू रही. हड़ताल कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि सरकार अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आने वाली 14 तारीख को सभी ओपीडी सेवाओं के अलावा एमरजेंसी सेवाएं और गायनी विभाग में भी ओपीडी को बंद किया जाएगा.
ये हैं मांगे
एसएमओ की सीधी भर्ती न होकर, यह पद प्रमोशन से भरें जाए. डाक्टरों को तीन की बजाय चार एसीपी 4, 9, 13, और 20 में मिलें. विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए अलग कैडर तैयार किया जाए.
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सरकार ने दी सैद्धांतिक मंजूरी
डाक्टरों के हड़ताल पर जाने के फैसले से हरियाणा सरकार की नींद खुली और सीएम मनोहर लाल ने एमडी या एमएस डाक्टरों के लिए स्पेशलिस्ट कैडर पद सृजित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी है. इसके तहत सरकार विशेषज्ञों के लिए एक विशेष सब कैडर बनाएगी, जिन्हें सलाहकार या वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नामित किया जाएगा.
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बड़े अस्पताल में होंगे तैनात
विशेषज्ञ कैडर के रूप में डाक्टरों को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC) के बजाय बड़े अस्पतालों में तैनात किया जाएगा. इससे उनकी पदोन्नति जल्द होगी. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान संकट की स्थिति में समाज में डाक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका है और सरकार उनके कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है. हरियाणा सरकार के इस फैसले को लेकर क्या डाक्टरों की सहमति बनती है या फिर 14 जनवरी को वो सभी सेवाएं बंद कर हड़ताल पर जाएंगे, ये तो आने वाला समय ही बताएगा.
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UP Pharmacist Recruitment: यूपी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में 4000 से ज्यादा फार्मासिस्टों की होंगी भर्तियां, पढ़ें डिटेल्स
UP Pharmacist Recruitment: चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश में 4 हजार से अधिक फार्मासिस्टों की जल्द शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया. यहां पढ़ें डिटेल्स
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 08 Oct 2020 10:58 AM (IST)
UP Pharmacist Recruitment 2020: उत्तर प्रदेश में फार्मेसी डिप्लोमा होल्डर के लिए बड़ी खबर है. उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में खाली पड़े 4 हजार से अधिक फार्मासिस्टों के पदों को जल्द भरने जा रही है. मौजूदा समय में स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट के कुल 11,896 पद स्वीकृत हैं जिसमें से इस समय 4,000 से अधिक पद रिक्त हैं. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि फील्ड में फार्मासिस्ट के कुछ और पद रिक्त पड़े हैं. जिनका ब्यौरा मंगाया जा रहा है. इसके आने के बाद सभी पदों का संकलन किया जाएगा. उसके बाद उनके नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी.
स्वास्थ्य विभाग में फार्मासिस्ट के मूल पद के बाद जो पद होते हैं जैसे-चीफ फार्मासिस्ट, प्रभारी अधिकारी (फार्मेसी), विशेष कार्याधिकारी (फार्मेसी) तथा संयुक्त निदेशक (फार्मेसी), वे पूर्णतया पदोन्नति के पद हैं. अर्थात इनपर सीधे नियुक्ति न होकर प्रमोशन के द्वारा भरे जाते हैं. फार्मासिस्ट के बाद तुरंत ऊपर चीफ फार्मासिस्ट का पद होता है. प्रदेश में इस समय चीफ फार्मासिस्ट के 650 पद खाली पड़े हैं. वहीँ प्रभारी अधिकारी के 70 पद रिक्त पड़े हैं. यदि इन पदों को अर्ह फार्मासिस्टों के प्रोन्नत के द्वारा भर दिए जाएँ तो फार्मासिस्ट के रिक्त पदों की कुल संख्या 5000 के करीब पहुँच जायेगी.
फार्मासिस्ट के अन्य संवर्ग में खाली पड़े पदों का विवरण
शैक्षिक योग्यता:
फार्मासिस्ट के पद पर नियुक्त होने के लिए कैंडिडेट्स को किसी मान्यताप्राप्त बोर्ड/ संस्थान से विज्ञान विषय के साथ इंटरमीडिएट कक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए तथा वह एलोपैथ में फार्मेसी में डिप्लोमा भी किया हो.
उत्तर प्रदेश फार्मासिस्ट भर्ती: कैसे होती है नियुक्ति
उत्तर प्रदेश में फार्मासिस्ट की नियुक्ति एक उच्च स्तरीय समिति करती है. इस समिति का गठन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक द्वारा किया जाता है. फार्मासिस्टों की नियुक्ति के अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) या मुख्य चिकिसा अधीक्षक (सीएमएस) होते हैं.
उत्तर प्रदेश में फार्मासिस्ट के खाली पड़े पदों की वर्तमान स्थिति
- पदनाम: फार्मासिस्ट
- स्वीकृत पद: 11,896
- रिक्त पद: 4000+
- वेतनमान: 5200-2000-9300
- ग्रेड पे: 2800-4200
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Published at : 08 Oct 2020 10:58 AM (IST) Tags: Pharmacist Recruitment In Uttar Pradesh UP Pharmacist Recruitment UPMSCL Pharmacist Recruitment 2020 Sarkari Naukri हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Education News in Hindi
SMO (Social Media Optimization) Kya Hai in Hindi
What is Social Media Optimization in Hindi: किसी Product या Service को लोगो तक पहुचाने के लिए Social Media Optimization (सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन) बहुत जरुरी है। अगर आप किसी Product या Service को Online Sell कर रहे हैं तो Social Media Optimization करने से आपके Product का SEO (Search Engine Optimization) भी होगा। – SMO Kya Hai?
Table of Contents
- Blog का DA (Domain Authority) कैसे बढ़ाये?
- सबसे पहले अपने Blog में SEO Optimized Article लिखे।
- अब इसके Link को Copy कर ले।
- अब इसको Social Platforms पर Paste करके शेयर करे।
- और जिन Social Platforms पर आप Comment कर सकते हैं वंहा अपना Link Comment करे।
- नई दिल्ली,
- 23 अक्टूबर 2022,
- (Updated 23 अक्टूबर 2022, 11:57 AM IST)
Table of Contents
Social Media Optimization in Hindi [SMO क्या है?]
सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन क्या है: Social Media Optimization, जिसको हम Short में SMO भी कहते है। मतलब SMO Ka Full Form है – सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन।
SMO क्या है: किसी भी Social प्लेटफार्म पर अपने या किसी ब्रांड के प्रोडक्ट्स के बारे में बताना, उससे संबंधित चीजों को शेयर करना या किसी Product को Social Media के माध्यम से Optimize करना Social Media Optimization (SMO) कहलाता है।
SMO से किसी Blog का DA और PA बढ़ाया जा सकता है
एसएमओ कैसे करे: लगभग सभी Social Media Networks के Domain Authority (DA) और Page Authority (PA) एसएमओ प्रमोशन क्या है काफ़ी ज्यादा होतें हैं। ऐसे में जब हम अपने Blog या Website के Link को वंहा Share करते हैं।
तो उस Link पर क्लिक करके जब कोई User हमारे ब्लॉग पर Visit करता है तो उस Social Media Networking Sites का DA और PA ज़्यादा होने के कारण हमें काफ़ी फ़ायदा होता है।
Website Optimization Strategies: अगर आपके Blog या Website के Links सभी Social Networks पर Share किये जायेंगे तो आपके Blog को रैंक करने की सम्भावना बढ़ जाएगी।
Difference Between SEO and SMO in Hindi
Social Media Marketing in Hindi: जिस Website में Traffic लाने के लिए Social Platforms पर उस Website के Advertisment Run किये जातें है या इनके Promotion किये जातें हैं, इन चीजों को आप Social Media Marketing (SMO क्या है) समझ सकते हैं।
Social Media Optimization in Hindi: किसी ब्लॉग या वेबसाइट के Links को Social Platforms पर शेयर करना, Social Media Optimization के अंतर्गत आता है। इसे हम Short में SMO बोल सकते हैं।
Blog Posts में Social Media Optimization कैसे करे?
Note: आप अपने Links को mix.com, yarabook.com, reddit.com क्योंकि यंहा से आपको Backlinks मिलने वाले हैं। जी हाँ आपने बिलकुल सही सुना आपको इन Websites से Do Follow Backlinks मिलने वाले हैं। और इन Backlinks की मदद से आपके Blog का Off-Page SEO होगा। (Learn On-Page SEO In Hindi)
SMO Platforms पर विस्तृत जानकारी पढ़े (सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन)
यंहा Social Platforms पर SMO करने की निति और उससे सम्बंधित कुछ मार्गदर्शन दिए गए हैं जिससे आप अपने Content में बेहतर SMO ( Social Media Optimization in Hindi ) कर सकतें हैं।
Facebook SMO Kya Hai Aur Kaise Kare?
जैसा कि आप लोग जानते हो कि Facebook एक जाना – माना Social Platform है। इसलिए आप यंहा जो भी Content Share करे वो User-Friendly होना चाहिए और जो Link आप यंहा Share कर रहे हो वो Fast Loading Hona चाहिए। – FB SMO Kya Hai?
अगर आपका Content, Product या Link Fast Loading नहीं हुआ या आपका Content User – Friendly नहीं हुआ तो हो सकता है कि कुछ Users आपको Report कर दे। इससे आपका Blog या Website Facebook द्वारा Block कर दिया जायेगा।
और अगर एक बार आपका Website Facebook द्वारा Block कर दिया गया तो आप अपने Website के किसी Article को Facebook पर नहीं Share कर पाएंगे। और आपके Site की Reputation भी ख़राब होगी है। जिसकी वजह से आपकी Ranking भी कम हो जाएगी। – Facebook Optimization in Hindi.
अन्य Platforms पर SMO
अगर आप सच में अपने ब्रांड को बढ़ाना चाहते है परदुस्ट को Facebook, Mix, YaraBook, Reddit & Linkedin पर जरूर Share करे। और Share करते समय ध्यान रखे कि Product के बारे में कम से कम 50 – 100 वर्ड्स जरूर लिखे उसके बाद ही Product के Link या उस Content को Share करे।
Note: अगर आप इनके अलावा किसी और Platform पर अपने Product को Share करते हैं या करना चाहते हैं तो इसी Rules को Follow करते हुए Product या Content को Share करे – Advance Social Media Optimization In Hindi.
The Conclusion at Social Media Optimization (SMO) in Hindi.
Social Media Optimization In Hindi: उम्मीद है, इस आर्टिकल में आपने Social Media Optimization Kya Hai इस Topic को समझ लिया होगा। और यह भी उम्मीद है कि आप इस Article को उस बन्दे के साथ जरूर Share करेंगे जिसको इसकी जरुरत है। सोशल मीडिया ऑप्टिमाइजेशन इन हिंदी।
Website Ko Optimize Kaise Kare इसको तो आपने जान ही लिया होगा लेकिन अभी आपको बहुत कुछ जानना और समझना बाकि है। तो अगर आप ऐसे Articles को पढ़ना पसंद करते है तो हमारे Newsletter को जरूर Subscribe करे।
Post Ending – Social Networks के लिंक से Blog या website को कैसे Optimize करे?
संविदा कर्मचारियों को राजस्थान सरकार का तोहफा, 1.10 लाख कर्मियों की नौकरी होगी नियमित, मिलेंगे पेंशन जैसे फायदे
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के उद्देश्य से 'राजस्थान संविदा भर्ती नियम, 2022' को लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
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संविदा कर्मियों को मिलेगी एसएमओ प्रमोशन क्या है सामाजिक सुरक्षा
राजस्थान में 1.10 लाख से अधिक संविदा कर्मियों के लिए एक अच्छी खबर आई है क्योंकि उनकी नौकरी जल्द ही नियमित कर दी जाएगी. इस संबंध में, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को संविदा कर्मचारियों को नियमित करने एसएमओ प्रमोशन क्या है के उद्देश्य से 'राजस्थान संविदा भर्ती नियम, 2022' को लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
सीएमओ ने एक बयान में कहा कि ये नियम राज्य के विभिन्न विभागों में लगे ठेका कर्मियों पर लागू होंगे. राज्य सरकार ने कहा कि 1.10 लाख से अधिक ठेका कर्मचारी को फायदा होगा और कहा कि इस निर्णय से दिवाली के अवसर पर इन ठेका श्रमिकों के जीवन में प्रकाश आएगा.
संविदा कर्मियों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा
एक सरकारी अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न कल्याणकारी और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के क्रियान्वयन में ठेका कर्मियों की अहम भूमिका रही है लेकिन उनकी सामाजिक सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया.
कई राज्यों में तो उनका मानदेय तक नहीं बढ़ाया गया. आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि राजस्थान सरकार के इस निर्णय से राज्य के 1.10 लाख से अधिक संविदा कर्मियों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी. राजस्थान संविदा हायरिंग टू सिविल पोस्ट नियम, 2022 के लागू होने से संविदा कर्मियों की भर्ती पारदर्शी तरीके से की जाएगी और आरक्षण का भी ध्यान रखा जाएगा.
पांच साल बाद होगी नौकरी पक्की
भविष्य में पांच साल का काम पूरा करने वाले संविदा कर्मियों के पदों को नियमित करने पर पुष्टि मिलेगी. अधिकारी ने कहा कि स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बाद उन्हें स्थायी बनाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि इन संविदा कर्मियों का मानदेय उनके समकक्ष स्थायी पदों के अलावा विशेष वेतन सुरक्षा के प्रावधान पर विचार कर निर्धारित किया गया है.
नियमित होने पर इन कर्मियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाएगा. मुख्यमंत्री गहलोत ने वर्ष 2022-23 के बजट में संविदा कर्मियों के मानदेय में 20 प्रतिशत वृद्धि की घोषणा की थी.
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