Hera Pheri 3 में अक्षय कुमार के न होने पर दोबारा किया सुनील शेट्टी ने रिएक्ट, कहा- ‘मैं क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए चाहूंगा हेरा फेरी न हो लेकिन…’
इन दिनों अक्षय कुमार(Akshay Kumar), सुनील शेट्टी (Suniel Shetty) और परेश रावल (Paresh Rawal) स्टारर फिल्म हेरा फेरी (Hera Pheri)के तीसरे पार्ट हेरा फेरी 3 (Hera Pheri 3) को लेकर खबरों का बाजार गर्म है। हाल ही में अक्षय कुमार ने कंफर्म किया था कि वो इसका हिस्सा नहीं हैं, वहीं इस पर भी मुहर लगी कि कार्तिक आर्यन ने अक्षय को रिप्लेस किया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार के सपोर्ट में ट्रेंड चला। जिस पर अक्षय ने भी रिएक्ट किया। ऐसे में अब इन दिनों एमएक्स प्लेयर की वेब सीरीज धारावी बैंक के प्रमोशन में जुटे हुए सुनील शेट्टी ने दोबारा से इस पर अपनी बात रखी है।
क्या बोले सुनील शेट्टी
धारावी बैंक के एक इवेंट में हेरा फेरी के एक सवाल पर सुनील शेट्टी बोले- ‘मैं धारावी में इतना बिज ीरहा हूं कि क्या हेरा फेरी हुई है, हेरा फेरी में, मुझे पता ही नहीं। तो ये हेरा फेरी जानने के लिए मुझे दोबारा हेरा फेरी के क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए प्रोड्यूसर के पास जाना पड़ेगा, पूछना पड़ेगा कि अक्षय और आपके बीच में क्या हेरा फेरी हुई है। मुझे सच में नहीं पता है, मैं 20 तारीख के बाद जाऊंगा, बैठूंगा,समझूंगा और जानूंगा कि क्या हेरा फेरी हुई है। मैं चाहूंगा कि हेरा फेरी न हो लेकिन हेरा फेरी जरूर बने।’
अक्षय ने किया था कंफर्म
याद दिला दें कि हिन्दुस्तान टाइम्स के इवेंट में अक्षय कुमार ने कहा था, ‘हेराफेरी मेरी जिंदगी का हिस्सा रहा है। मुझे भी दुख होता है कि इतने साल से फिल्म बनी नहीं। लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि हमें कुछ अलग सोचना होगा। देखिए फिल्म की जो स्क्रिप्ट आई उससे मैं खुश नहीं था इसलिए मैं पीछे हट गया। मुझे बहुत दुख हो रहा है कि मैं कर नहीं पा रहा, लेकिन क्रिएटिविटी नहीं है वो वाली तो इसी वजह से मैं हट गया। मैंने देखा लोग बोल रहे थे सोशल मीडिया पर कि नो राजू, नो हेरा फेरी। मुझे काफी बुरा लगा उनकी तरह। मेरे फैंस मुझे बहुत प्यार करते हैं। लेकिन मैं उनसे माफी मांगता हूं कि मैं हेरा फेरी 3 नहीं कर रहा। प्लीज माफ कीजिए।’
फीस के वजह से कार्तिक की हुई एंट्री?
एक ओर जहां अक्षय, फिल्म क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए को लेकर क्रिएटिव डिफरेंस जैसी बात कह रहे हैं तो दूसरी ओर कहा जा रहा है कि फीस को लेकर बात नहीं बनी है। दरअसल बॉलीवुड हंगामा की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म हेरा फेरी 3 के लिए प्रोड्यूसर फिरोज नाडियाडवाला अक्षय कुमार से बातचीत कर हे थे, लेकिन फिल्म के लिए 90 करोड़ रुपये फीस की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने प्रॉफिट में शेयर की डिमांड भी की। वहीं फिरोज के दिमाग में एक ऑप्शन कार्तिक आर्यन भी थे और जब उनसे बात की गई तो कार्तिक आर्यन इस फिल्म को करने के लिए 30 करोड़ रुपये में ही तैयार थे। ऐसे में प्रोड्यूसर्स को सीधा सीधा फायदा है।
उम्मीद की किरण है अपना घर आश्रम: सिंगल क्लू के आधार पर 2800 गुमशुदा लोगों को परिजनों से मिलाया
भरतपुर. भरतपुर का ‘अपना घर आश्रम’ (Apna Ghar Ashram) बिछड़े हुए अपनों को मिलाने का एक ऐसा ठिकाना है जहां लगभग हर नाउम्मीद व्यक्ति की उम्मीद पूरी होने की आशा की किरण (Ray of Hope ) हमेशा दिखाई देती है. अपना घर आश्रम की टीम बीते कई बरसों से ‘अपनों को अपनों’ से मिलाने में जुटी है. इनमें तीन लोगों विशेष टीम अहम भूमिका निभाती है. यह टीम गत पांच बरसों में 2800 से ज्यादा गुमशुदा लोगों को अपने परिजनों से मिलवा चुकी है और यह सिलसिला लगातार जारी है. इस टीम के साथ विभिन्न भाषाओं को समझने वाली टीम भी कार्य करती है. वह अलग-अलग भाषाओं की जानकार है. वह अपना घर आश्रम में लाए गए गुमशुदा लोगों से उन्हीं की भाषा में बात करके उनके परिजनों का पता लगाने का काम करती है.
‘अपनों को अपनों’ से मिलाने का काम करने वाली अपना घर आश्रम की टीम केवल सिंगल क्लू के आधार पर अपनी खोज को आगे बढ़ाती है और गुमशुदा व्यक्ति के परिजनों तक पहुंचने का प्रयास करती है. इसके लिए पहले लापता लोगों से उनके आवासीय इलाके के फोटो मैच करते हैं. उसके बाद पुनर्वास टीम पुलिस की गुमशुदा लोगों को सूची अपडेट करती है. जैसे ही गुमशुदा का नाम और गांव का पता चलता है तो उसे सॉफ्टवेयर के जरिए मैच करते हैं. फिर संबंधित पुलिस थाने से बात करते हैं.
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संस्था के देशभर में करीब 54 आश्रम हैं
इस संस्था के देशभर में करीब 54 आश्रम हैं. उनसे जुड़ी सेवा समितियों के सदस्य की मदद ली जाती है. गुमशुदा लोगों की भाषा समझने में आसानी हो इसलिए बंगाली ,कन्नड़, मलयालम, तेलुगू, गुजराती, मारवाड़ी और पंजाबी समेत विभिन्न भाषाओं से संबंधित एक्सपर्ट को जोड़ रखा है. अपना घर आश्रम की प्रशासनिक अधिकारी बबीता गुलाटी के मुताबिक वे कोशिश करते हैं कि यहां लाया गया गुमशुदा इंसान बस अपना गांव और नाम आसानी से बता दे. लेकिन कई गुमशुदा लोग मानसिक रोगी होने के कारण ऐसा नहीं कर पाते हैं. ऐसे में फिर दूसरे उपाय अपनाकर उनके परिजनों का पता लगाने का प्रयास किया जाता है.
अपना घर में आए दिन माहौल भावुक रहता है
आश्रम की तीन लोगों की टीम में फिलहाल अजय शर्मा अमरवीर और प्राची कुमारी शामिल हैं. इससे पहले अन्य लोग इस टीम में काम क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए करते थे. वे भी सिंगल क्लू के आधार पर गुमशुदा लोगों की तलाश करते थे और उसके बाद फिर उन्हें उनके परिजनों तक पहुंचाते थे. उसके बाद उनके इस काम को इस टीम ने संभाल लिया है और यह सिलसिला लगातार जारी है. बहरहाल यहां आए दिन बिछड़ों का अपनों से मिलने का सिलसिला चलता रहता है. बरसों से खोए हुए लोग जब अपनों से मिलते हैं तो वे रो पड़ते क्रिप्टोकरेंसी खरीदने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए हैं लेकिन अपना घर आश्रम की टीम के चेहरे पर एक अलग ही खुशी भरी मुस्कुराहट होती है.
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