निवेश क्या है? निवेश का अर्थ | What is Investment in Hindi

निवेश क्या है? निवेश का अर्थ | Meaning Of Investment in Hindi

निवेश को English में Investment कहा जाता है लाभ कमाने के उद्देश्य से या धन में वृद्धि करने के उद्देश्य से किया गया व्यय निवेश कहलाता है व्यक्ति के द्वारा किये गये निवेश का उद्देश्य अधिक धन की प्राप्ति करना होता है

निवेश करने के लाभ | Benefits of Investment in Hindi

  • निवेश करने से व्यक्ति की आर्थिक स्तिथि मजबूत होती है
  • यह व्यक्ति की भविष्य में होने वाली जोखिमो से रक्षा करता है
  • यह एक प्रकार का कम मेहनत में ज्यादा कमी करने का एक तरीका है

निवेश के प्रकार | Types of Investment in Hindi

निवेश को 8 भागो में बाटा गया है

  1. इंड्यूसेड निवेश (Induced Investment)
  2. वित्तीय निवेश (Financial Investment)
  3. स्वायत्त निवेश (Autonomous Investment)
  4. प्लांड निवेश (Planned Investment)
  5. वास्तविक निवेश (Actual Investment)
  6. अनप्लांड निवेश (Unplanned Investment)
  7. कुल निवेश (Total Investment)
  8. शुद्ध निवेश (Net Investment)

निवेश करने के सबसे अच्छे तरीके

  • Real Estate
  • Commodity
  • Share Market

एक अंदाजे के अनुसार प्रत्येक वस्तु में 1 वर्ष में 8% की वृद्धि होती है इसका अर्थ है की आज यदि कोई वस्तु 1000 रूपये की है तो वह 1 वर्ष बाद 1080 रूपयेकी हो सकती है इस बात का यह अर्थ है की आज आपके पास 10000 रूपये की बचत के तौर पर है परन्तु आपने उन्हें निवेश (Invest) नही किया तो 1 साल बाद महगाई बढ़ने के कारण उनका मूल्य बाज़ार की द्रष्टि से कम हो जायेगा अत बचत को निवेश करना बहुत आवश्यक है

शेयर मार्केट में कैसे इन्वेस्ट कैसे करे | How to invest in Share Market

निवेश करने के लिए एक बहुत ही अच्छा तरीका शेयर मार्केट है लेकिन यहां पर रिस्क रहती है इसलिए यहां इन्वेस्ट करने से पहले पूरी जानकारी लेनी चाहिए कुछ विशेषज्ञों के अनुसार शुरुआती समय में अधिकांश लोगों को महंगे स्टॉक्स में निवेश नहीं करना चाहिए

इस लेख में निवेश का अर्थ, निवेश क्या है, What is investment in Hindi के बारे में बताया है यह लेख आपको पसंद आया है या आपके प्रश्नों का हल हो गया है तो आप इसे जरुर शेयर करे

निवेश क्या होता है और कितने प्रकार का होता है ?

क्या आपको पता है इन्वेस्टमेंट यानी निवेश क्या होता है और क्यों दुनिया सारे बड़े लोग इन्वेस्टमेंट करते हैं और यह कितने प्रकार का होता है ? अगर नहीं तो इस ब्लॉग को पूरा पढ़िए आज आपको इस ब्लाग के माध्यम से पता चलने वाला है इन्वेस्टमेंट क्या होता है यानी निवेश क्या होता है और कितने प्रकार का निवेश होता है।

what is an investment in hindi
Investing

निवेश क्या होता है? ( What is an Investment in Hindi ) –

इन्वेस्टमेंट यानि निवेश का मतलब होता है की हम अपने पैसे को ऐसी जगह लगाए जहाँ से हमे भविष्य में लगाए हुए पैसे से ज्यादा पैसे मिल सके। और लगाए हुए पैसो पर जितने पैसे ज्यादा मिलते हैं उसे हम अपने निवेश का Return कहते है।

जैसे – अगर हम किसी कंपनी में ५० हजार का निवेश करते हैं और हमे उस कंपनी से ७० हजार मिलता है तो इसमें ५० हजार हमारा निवेश हो जायेगा और २० हजार Return हो जायेगा जो हमें उस कंपनी में इन्वेस्ट किये पैसे से मिला है। या फिर एक निवेशक अब इस विचार के साथ एक संपत्ति खरीद सकता है कि भविष्य में ये सम्पति

निवेश कितने प्रकार का होता है ( Types of an Investments) –

वैसे तो मार्किट में और भी तरीके के इन्वेस्टमेंट होते हैं लेकिन वे सभी कहीं न कहीं इन्ही चार तरीको पर आधारित होते हैं। दूसरे प्रकार के निवेश जैसे –

आखिर क्यों दुनियाँ के सबसे अमीर लोग इन्वेस्टमेन्ट करते हैं ?

रोबर्ट कियोसाकि ने निवेश क्या होता है अपने किताब रिच डैड पुअर डैड में कहा है की अमीर लोग सिर्फ पैसे के लिए काम नहीं करते, बल्कि वे पैसो को अपने लिए काम करवाते हैं, और गरीब लोग केवल पैसे के लिए काम करते हैं और यही अंदर होता है अमीर और गरीब लोगो में। What is Investment in Hindi

और पैसो को अपने लिए काम करवाने का एक ही तरीका है अपने पैसो को अच्छी जगह इन्वेस्ट करना जो की अमीर लोग करते हैं ।

अमीर लोग जानते हैं कि वह 1 दिन में 12 घंटे ही काम कर सकते हैं जिससे वह पैसे कमा सकें पर अगर वह 12 घंटे में कमाए हुए पैसे को सेव करके अच्छी जगह इन्वेस्ट करते हैं तो उनके साथ-साथ उनके इन्वेस्ट किए हुए पैसे भी उनके लिए पैसे बना सकते हैं और जो इन्वेस्ट की है पैसों से रिटर्न आएगा उन पैसों को इन्वेस्ट करके और कैसे बना सकते हैं।What is Investment in Hindi

और इसीलिए हमें लोग थोड़े से पैसे को इन्वेस्ट कर के बहुत सारे पैसे बना लेते हैं और बहुत अमीर बन जाते हैं इन्वेस्टमेंट उन्हें काम उन लोगों से रिच और फिर उसके बाद बहुत अमीर बना देती है। इसी वजह से अमीर लोग इन्वेस्टमेंट करते हैं।

निवेश करना जरूरी क्यों है ?

अमीर बनने के लिए निवेश तो करना ही चाहिए और एक दूसरे दिन होता है इन्फ्लेशन जिसे हम हिंदी में मुद्रास्फीति कहते हैं। इन्फ्लेशन का मतलब है महंगाई जैसे पहले 1 किलो चीनी ₹20 में आ जाती थी लेकिन अब 1 किलो चीनी ₹40 मिलता है। इसका क्या मतलब है इसका मतलब है पहले कि ₹20 आज के ₹40 के बराबर है और इन्फ्लेशन इसी तरह पैसे की वैल्यू को कम कर देता है। हम लोग इन्फ्लेशन को नहीं समझ पाते हैं और वह इसीलिए गरीब ही रहते हैं। वह इतनी तेजी से अपनी इनकम को नहीं बना सकते जितनी तेरी सी इन्फ्लेशन बढ़ती जाती है और इसीलिए वे गरीब बने रहते हैं। What is Investment in Hindi

हमें कहां निवेश करना चाहिए ?

इंडिया में लोग तीन जगह इन्वेस्ट करते हैं पहला गोल्ड दूसरा रियल स्टेट और तीसरा स्टॉक मार्केट। और लोग इन्हें 3 तारीख को को बेस्ट मानते हैं इन्वेस्ट करने के लिए तो क्या यह तीनों तरीका इन्वेस्ट करने के लिए बेस्ट है तो इन्वेस्ट हम इसलिए करते हैं ताकि हमें ज्यादा रिटर्न्स मिल सके।

तो चलिए देखते हैं हमें ज्यादा रिटर्न्स किस में मिलते हैं। पिछले 40 सालों में सोना यानी गोल्ड का CAGR 9.84% दिया है और रियल एस्टेट का CAGR 12.47% हैं। और शेयर मार्किट का CAGR 16.16 है। तो अगर हमे लम्बे समय के इन्वेस्टमेंट करना है तो शेयर मार्किट बेस्ट तरीका है। What is Investment in Hindi

और दोस्तों अगर निवेश क्या होता है आप शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट करना चाहते है तो आपको उसके लिए एक डीमैट खाता चाहिए होता है जिससे आप शेयर मार्किट में निवेश कर सकेंगे। डीमैट खाता खोलवाने के लिए आप नीचे दिए लिंक की सहायता से UPSTOX का अप्प डाउनलोड करके आसानी से अपना खाता खोल सकते हैं।

Invest In SIP : जानिए क्या है इसके फायदे और कैसे करें निवेश

कई म्यूचुअल फंड हाउस एसआईपी के जरिये अपनी योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों को अतिरिक्त सुविधा के रूप में मुफ्त टर्म लाइफ इंश्योरेंस प्रदान करते हैं।

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SIP Investment : अगर आपको लगता है कि म्यूचुअल फंड में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan (SIP)) के जरिए निवेश करना एक स्मार्ट सेविंग टूल है, तो यहां आपके लिए अच्छी खबर हैं। आपके म्यूचुअल फंड एसआईपी (mutual fund SIP) में मुफ्त जीवन बीमा कवरेज (life insurance coverage) शामिल हो सकता है।

कई म्यूचुअल फंड हाउस (mutual fund houses offer) एसआईपी के जरिये से अपनी योजनाओं में निवेश करने वाले लोगों को अतिरिक्त सुविधा के रूप में मुफ्त टर्म लाइफ इंश्योरेंस सर्विस प्रोवाइड करते हैं। इसे एसआईपी बीमा कहा जाता है, जो अनिवार्य रूप से निवेशकों की मौजूदा बीमा योजना (existing insurance plan के लिए टॉप-अप के रूप में कार्य करता है।

SIP बीमा कैसे काम करता है?

बीमा से जुड़े फंड के तहत, म्यूचुअल फंड बिना किसी अतिरिक्त लागत के निवेशकों को समूह अवधि बीमा कवर प्रदान करते हैं। जीवन बीमा कवरेज एसआईपी की राशि (मुद्रा) से जुड़ा होता है और तब तक जारी रहता है जब तक निवेशक यहां अपना निवेश नहीं रखता।

वहीं बता दें कि क्लियर के फाउंडर और सीईओ अर्चित गुप्ता के अनुसार, निवेशक को एसआईपी कार्यकाल के अंदर मृत्यु होने पर मासिक एसआईपी के जरिये 20 से 120 गुना तक मृत्यु दर (मृत्यु लाभ) मिलता है।

उदाहरण के तौर पर, एएमसी पहले वर्ष में मासिक एसआईपी का 20 गुना, दूसरे वर्ष में मासिक एसआईपी का 75 गुना और तीसरे वर्ष में मासिक एसआईपी का 120 गुना अधिकतम 50 लाख रुपये तक का जीवन बीमा कवर प्रदान करता है। कई एएमसी मुफ्त जीवन बीमा की पेशकश तभी करते हैं जब निवेशक यानि इन्वेस्टर 36 महीने के टेन्योर के साथ एसआईपी का विकल्प चुनते हैं, ”

इस समय कौन से फंड हाउस इसे उपलब्ध करा रहे हैं?

निवेश डॉट कॉम के सीईओ और सह-संस्थापक (Co-Founder) अनुराग गर्ग के अनुसार, निप्पॉन, एक्सिस और पीजीआईएम जैसे फंड हाउस एसआईपी के साथ अपनी कुछ योजनाओं (आमतौर पर इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी हाइब्रिड योजनाओं) के लिए मुफ्त जीवन बीमा कवर प्रदान करते हैं।

क्या एसआईपी बीमा के लिए कोई न्यूनतम और अधिकतम प्रवेश आयु है?

निवेश डॉट कॉम के गर्ग बताते हैं कि म्यूचुअल फंड द्वारा कुछ स्पेसिफाएड प्रवेश आयु है, जो एक फंड से दूसरे फंड के लिए अलग हो सकती है। उदाहरण के लिए न्यूनतम प्रवेश आयु 18 वर्ष है और अधिकतम 51 वर्ष है और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड के मामले में बीमा कवर 55 वर्ष की आयु में समाप्त हो जाता है।

SIP बीमा से निवेशकों को क्या लाभ मिलता है?

एसआईपी बीमा के साथ बीमा कवर तब शुरू होता है जब निवेशक अपनी एसआईपी किस्तें शुरू करते हैं। बता दें कि इसकी कोई प्रतीक्षा अवधि नहीं होती। निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड के उदाहरण का हवाला देते हुए निवेश क्या होता है गर्ग बताते हैं कि बीमा कवरेज पहले वर्ष के लिए एसआईपी किस्त राशि का 10x, दूसरे वर्ष में 50x और तीसरे वर्ष से 120x है। अधिकतम सीमा 50 लाख रुपये है। यदि एसआईपी राशि 10,000 रुपये है, तो निवेशक निम्नलिखित बीमा कवरेज का हकदार होगा। जैसे-

वर्ष 1: Rs. 10,000 x 10 = Rs 1,00,000
वर्ष 2: Rs. 10,000 x 50 = Rs 5,00,000
वर्ष 3: Rs. 10,000 x 120 = Rs 12,00,000

गर्ग कहते हैं कि अगर किस्त की राशि 1,00,000 रुपये प्रति माह थी, तो कवर की अधिकतम राशि 50 लाख रुपये तक सीमित होगी।

(Disclaimer: Republic Bharat यूजर को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करने की सलाह देता है।)

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें निवेश क्या होता है विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

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