आज दिन भर के कारोबार में आईटी सेक्टर, फार्मा, मेटल, मीडिया और रियल्टी सेक्टर ने लिवाली के समर्थन से शेयर बाजार को काफी सपोर्ट किया। बैंकिंग सेक्टर, फाइनेंसियल सर्विसेज और एनर्जी सेक्टर ने शेयर शेयर बाजार में उतार बाजार में बिकवाली का दबाव भी बनाया। दिन भर के कारोबार के बाद निफ्टी के मीडिया इंडेक्स 1.34 फीसदी, मेटल इंडेक्स 1.29 फीसदी, आईटी इंडेक्स 0.94 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स 0.65 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुए, वहीं एनर्जी सेक्टर 0.76 फीसदी, प्राइवेट बैंक इंडेक्स 0.53 फीसदी, पीएसयू बैंक इंडेक्स 0.41 फीसदी और फाइनेंसियल सर्विसेज इंडेक्स 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ शेयर बाजार में उतार बंद हुए।
आज दिन में शेयर बाजार में कमाई वाले 20 शेयर
Stock शेयर बाजार में उतार market top picks for intraday : Seedha Sauda में हर रोज़ जानें Intraday में Best कमाई वाले शेयर्स जिसमें निवेश करने से आपको Intraday में अच्छी कमाई का मौका मिलेगा.
Seedha Sauda में हर रोज़ जानें शेयर बाजार में उतार Intraday में Best कमाई वाले शेयर्स जिसमें निवेश करने से आपको Intraday में होंगे बेहतरीन फायदें. जानिए Neeraj Bajpai के हर दिन कौन से है नए Top 20 Stocks. देखें पूरी वीडियो और बनाएं कमाई शेयर बाजार में उतार की रणनीति.
शेयरों में जोखिम को कम करने और प्रॉफिट बुक करने के लिए स्टॉप लॉस और टारगेट का काफी इस्तेमाल होता है. स्टॉप लॉस और टारगेट का ज्यादातर इस्तेमाल इंट्राडे ट्रेडिंग में होता है, लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश कर रहे हैं तो फिर उसके लिए इसका कोई बहुत ज्यादा महत्व नहीं है. स्टॉप-लॉस आपके नुकसान को सीमित रखता है जबकि टारगेट आपके प्रॉफिट को सीमित रखता है. स्टॉप लॉस का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप बड़े नुकसान से बच सकें. टारगेट का इस्तेमाल इसलिए होता है ताकि जो प्रॉफिट हो रहा है वो नुकसान में शेयर बाजार में उतार या कम न हो जाए. तो चलिए स्टॉप लॉस और टारगेट को विस्तार से समझते हैं.
उतार-चढ़ाव भरा रहा शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर बंद
नईदिल्ली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन आज शेयर बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव नजर आया। दिन के पहले सत्र में शेयर बाजार लगातार बिकवाली के दबाव का सामना करता रहा। दूसरे सत्र में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की लिवाली ने बाजार को काफी हद तक संभाल लिया। इसके कारण आखिरी वक्त में सेंसेक्स 127.31 अंक की गिरावट के साथ और निफ्टी 13.95 अंक की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने आज 42.96 अंक की मामूली कमजोरी के साथ कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलने के 5 मिनट के अंदर ही खरीदारी के बल पर सेंसेक्स हरे निशान में 58,314.64 अंक के स्तर पर पहुंच गया। उसके बाद हुई बिकवाली ने सेंसेक्स को टॉप लेवल से 272.69 अंक नीचे गिराकर 58,032.38 अंक के स्तर पर पहुंचा दिया। हालांकि इसके बाद एक बार फिर खरीदारी शुरू हुई और आधे घंटे के कारोबार के बाद सेंसेक्स की स्थिति में कुछ सुधार भी आता नजर आया। इसके कारण ये सूचकांक 58,136.70 अंक के स्तर तक पहुंचा लेकिन बिकवाली का दबाव लगातार बना रहा, जिससे सेंसेक्स दोबारा लुढ़क कर नीचे आ गया। हालांकि सेंसेक्स की स्थिति में काफी हद तक सुधार हुआ, जिसके कारण कारोबार बंद होने के समय ये सूचकांक आज के निचले स्तर से करीब 233 अंक ऊपर पहुंचकर 58,177.76 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
बाजार के उतार चढ़ाव को स्वीकार करें
शेयर बाजार से हमेशा समान रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। उतार चढ़ाव का होना बाजार का नियम हैं। अधिकतर रिटेल निवेशक उस समय निवेश का फैसला करते हैं जब बाजार में उछाल शेयर बाजार में उतार आता हैं, मगर ऐसा करना सही नहीं होता हैं। शेयर बाजर में गिरावट होने पर निवेश के मौके ढूंढने चाहिए। ताकि बाजार की गिरावट का फायदा मिल सके। शेयर बाजार में गिरावट के समय अच्छे शेयरों को कम दाम में खरीदा जा सकता हैं और जैसे ही बाजार में उछाल आता हैं तो मुनाफे के साथ शेयरों की बिकवाली की जा सकती हैं। इस तरह से बाजार में आई गिरावट भी आपको मुनाफा दिला सकती हैं।
यदि आप सारी जमा पूंजी को किसी शेयर बाजार में उतार एक ही स्टाॅक में लगा देते हैं तो ऐसा करने पर आपको काफी बढ़ा नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। क्योंकि एक स्टाॅक में सारा पैसा लगाकर आप सिर्फ एक स्टाॅक से रिटर्न मिलने के मौहताज हो जाते हैं। और यदि उस स्टाॅक का प्रदर्शन निराशाजनक रहता हैं तो आपको नुकसान भुगतना पड़ सकता हैं। इसलिए अपनी जमा पूंजी को एक ही स्टाॅक में लगाने से बचना चाहिए।
ज्यादा रिटर्न के चक्कर में ना रहें
एक बार अच्छा रिटर्न मिल जाने के बाद भी और ज्यादा रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। लगभग 10 से 12 प्रतिशत रिटर्न मिल जाने के बाद शेयरों को बेचा जा सकता हैं। कई बार और ज्यादा रिटर्न पाने के चक्कर में शेयरों को ना बेचना नुकसानदायक हो सकता हैं। क्योंकि कुछ समय बाद शेयर प्राइस कम हो शेयर बाजार में उतार सकता हैं। जिसके कारण फायदे की जगह नुकसान भी उठाना पड़ सकता हैं।
इससे बचने के लिए आप रिटर्न की एक सीमा रेखा बना सकते हैं जिसे हासिल करने पर तुरंत शेयर देना चाहिए।
सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म पर चलने वाली अफवाहों में ना आकर अपने शेयर बाजार एक्सपर्ट की सलाह लेकर निवेश करना चाहिए। एक्सपर्ट की सलाह लेकर निवेश करने पर काफी हद तक नुकसान से बचा सकता हैं।
कई बार सोशल मीडिया पर आपको करोड़पति बनाने के सपने दिखाते हैं, जिसके चलते आप निवेश कर देते हैं। ऐसा करने से आपको बचना चाहिए।
यदि आप शेयर बाजार में किसी भी तरह के जोखिम से बचना चाहते हैं तो आप एक्सपर्ट से सलाह लेकर निवेश करना चाहिए।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव
अगर सेंसेक्स को देखेंगे तो अक्सर आपको यह देखने को मिलेंगे की शेयर मार्केट के भाव हर दिन अलग और हर घंटे में बदलते रहते हैं? ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि, Stock market क्यों गिरता है? स्टॉक मार्केट का भाव क्यों कम ज्यादा होता है? जाहिर सी बात है जरूर एक ना … Read More
हमारे वेबसाइट पर खोजें
हमारी शेयर बाजार में उतार शेयर बाजार में उतार इस ब्लॉग में आपको बहुत सारी जानकारियां मिलती है। जैसे कि ब्लॉगिंग टिप्स, इंटरनेट से पैसे कमाने के तरीके, जीवनी, बायोग्राफी हिंदी, सफलता और प्रेरणादायक कहावतें, विज्ञान, शेयर बाजार, क्या कैसे काम करता है?, इत्यादि। हमने अपने इस ब्लॉग पर हिंदी भाषा में सरल शब्दों में आपको जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश की है। ज्यादातर हमें इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा में जानकारियां मिलती है। हम यहां हिंदी भाषा में आपको जानकारी उपलब्ध कराते हैं।
भारी उतार-चढ़ाव के बाद बाजार में मामूली गिरावट, मिलेजुले ग्लोबल रुख व प्राॅफिट बुकिंग का रहा असर
शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी बुधवार को भारी उतार-चढ़ाव के बाद मामूली रूप से फिसल कर बंद हुए। लगातार दो दिनों की तेजी के बाद ग्लोबल स्तर पर मिलेजुले रुख और मुनाफावसूली की वजह से बाजार में गिरावट रही।
मुंबई (पीटीआई)। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 17.15 अंक या 0.03 प्रतिशत नीचे 60,910.28 अंक के स्तर पर शेयर बाजार में उतार आकर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 213.66 अंक या 0.35 प्रतिशत नीचे 60,713.77 अंक के निचले स्तर तक आ गया था। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 9.80 अंक या 0.05 प्रतिशत लुढ़क कर 18,122.50 अंक के स्तर पर आ गया।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 299