ट्रेडिंग कैलेंडर
विभिन्न चार्ट पैटर्न और थ्रेड चार्ट के आधार पर कोई व्यक्ति अपने निव.
डेरिवेटिव एक्सपायरी के बारे में जानने.
एक्सपायरी गुरुवार का क्या मतलब है? इस दिन क्या होता है? क्या इस दिन.
मुहूर्त ट्रेडिंग का क्या अर्थ है?
मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एक शुरुआती गाइड
भारतीय शेयर बाजार का समय - शेयर बाजार.
भारतीय शेयर बाजार के साथ जुड़ी समय तालिका
आप बजट के दिन कैसे व्यापार कर सकते हैं
बजट के दिन व्यापार करते समय ध्यान रखने योग्य तथ्य
सप्ताहांत पर व्यापारी क्या करते हैं?
शेयरों का मूल्यांकन करने के लिए कुंजी। अनुसंधान का महत्व।
मॉनसून का भारतीय स्टॉक मार्केट पर क्य.
भारत की मुख्य ताकत, कृषि, मानसून से कैसे प्रभावित होती है और यशेयर .
कमाई के मौसम में कैसे करें व्यापार?
कमाई के मौसम में व्यापार के लिये गहन मार्गदर्शिका
सभी भारतीय शेयर बाजार हितधारकों के लि.
भारतीय शेयर बाजार में 10 सबसे महत्वपूर्ण दिनों का सारांश।
ट्रेडिंग कैलेंडर की शब्दावली
बैज प्राप्त करें
बैज अर्जित करने से केवल मॉड्यूल क्विज़ शेष है।
वित्तीय विवरणों की तैयारी के लिए चरण-दर-चरण गाइड
वित्तीय विवरण का निर्माण कैसे करे? आप.
JOIN NOW to tack progress & get the module badge
Module Overview Watch the video
ज्ञान की शक्ति का क्रिया में अनुवाद करो। मुफ़्त खोलें* डीमैट खाता
के साथ व्यापार करने के लिए तैयार?
Please take quiz to earn badge
Please take quiz to earn badge
शैक्षिक सामग्री का एक पूरा भंडार जो निवेशकों और व्यापारियों को शेयर बाजारों की बारीकियों को समझने में मदद करता है
- हमारे बारे में
- मदद/अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- साइट मैप
- आलेख जानकारी
- गोपनीयता नीति
- नियम एवं शर्तें
'प्रतिभूति बाजार में निवेश बाजार जोखिम के अधीन हैं, निवेश करने से पहले सभी संबंधित दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें।'
स्मार्ट मनी एक शैक्षिक मंच है। एंजेल वन ने निवेश और व्यापार पर सैद्धांतिक अवधारणाओं को कवर करने के लिए लघु पाठ्यक्रम बनाए हैं। ये किसी भी तरह से संकेत नहीं हैं या बाजारों में मूल्य आंदोलन की भविष्यवाणी करने का प्रयास नहीं करते हैं। इसलिए सभी छात्रों को केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए पाठ्यक्रम सामग्री पर विचार करना चाहिए और उल्लिखित किसी भी उदाहरण, गणना या वास्तविक दुनिया की संस्थाओं को एंजेल वन के शोध विचारों या निवेश राय का संकेत या प्रतिनिधित्व नहीं माना जाना चाहिए।
स्मार्ट मनी विशेष रूप से शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और निवेश पर कोई सलाह/सुझाव प्रदान नहीं करता है या किसी भी स्टॉक को खरीदने और बेचने की सिफारिश नहीं करता है। स्मार्ट मनी एक्सचेंज ट्रेडेड उत्पाद नहीं है और इससे संबंधित किसी भी विवाद को एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर नहीं निपटाया जाएगा।
हम आपसे संपर्क करने के लिए और आपको हमारे उत्पादों और सेवाओं के बारे में जानकारी और नवीनतम अपडेट प्रदान करने के लिए केवल वैध व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए आपकी संपर्क जानकारी एकत्र करते हैं, बनाए रखते हैं और उपयोग करते हैं। हम आपकी संपर्क जानकारी को तीसरे पक्ष को बेचते या किराए पर नहीं देते हैं। कृपया ध्यान दें कि उपरोक्त विवरण क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? जमा करके, आप हमें कॉल/एसएमएस करने के लिए अधिकृत कर रहे हैं, भले ही आप डीएनडी के तहत पंजीकृत हों। हम आपको 12 महीने की अवधि के लिए कॉल/एसएमएस करेंगे।
एंजेल वन लिमिटेड (जिसे पहले एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के नाम से जाना जाता था), पंजीकृत कार्यालय: जी -1, आकृति ट्रेड सेंटर, रोड नंबर 7, एमआईडीसी, अंधेरी (ई), मुंबई - 400 093। सीआईएन: एल 67120 एमएच1996पीएलसी 101709, सेबी रेग। नंबर: INZ000161534-BSE कैश/F&O/CD (सदस्य आईडी: 612), NSE कैश/F&O/CD (सदस्य आईडी: 12798), MSEI कैश/F&O/CD(सदस्य आईडी: 10500), MCX कमोडिटी डेरिवेटिव्स (सदस्य आईडी) : 12685) और एनसीडीईएक्स कमोडिटी डेरिवेटिव्स (सदस्य आईडी: 220), सीडीएसएल पंजीकरण। संख्या: IN-DP-384-2018, PMS Regn। नंबर: INP000001546, रिसर्च एनालिस्ट SEBI Regn। नंबर: INH000000164, निवेश सलाहकार SEBI Regn। नंबर: INA000008172, AMFI Regn। संख्या: एआरएन-77404, पेर्डा पंजीकरण संख्या 19092018। अनुपालन अधिकारी: सुश्री ऋचा घोष।
किसी भी प्रश्न के लिए, कृपया नीचे दिए गए विवरण पर हमसे संपर्क करें 080-47480048
[email protected]
अमेरिका में भारतीय मूल के सात लोगों के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग का आरोप लगा
भेदिया कारोबार करके 10 लाख डॉलर से अधिक का अवैध क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? मुनाफा कमाने का आरोप लगाया गया
अमेरिकी संघीय अधिकारियों ने भारतीय मूल के सात लोगों पर भेदिया कारोबार (Insider trading) करके 10 लाख डॉलर से अधिक का अवैध मुनाफा कमाने का आरोप लगाया है.‘सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन' (SEC) ने सोमवार को बताया कि हरि प्रसाद सुरे (34), लोकेश लागुडु (31) और छोटू प्रभु तेज पुलागम (29) दोस्त हैं और वे सैन फ्रांसिस्को स्थित क्लाउड कंप्यूटिंग संचार कंपनी ट्विलियो में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करते थे.
यह भी पढ़ें
शिकायत में कहा गया है कि सुरे ने अपने नजदीकी दोस्त दिलीप कुमार रेड्डी कामुजुला (35) को कंपनी के शेयर संबंधी जानकारी दी, जिसने ट्विलियो के शेयर में निवेश करके मुनाफा कमाया. इसी तरह लागुडु ने साथ रह रही अपनी मित्र साई नेक्कालापुडी (30) को शेयर बाजार संबंधी जानकारी दी. लागुडु ने अपने निकट मित्र अभिषेक धर्मपुरिकर (33) को भी कंपनी के शेयर संबंधी अंदरूनी जानकारी दी. पुलागम ने अपने भाई चेतन प्रभु पुलागम (31) को कंपनी के शेयर में निवेश करने की सलाह दी. सभी सातों आरोपी कैलिफोर्निया क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? के रहने वाले हैं.
एसईसी ने छह मई, 2020 को ट्विलियो की 2020 की पहली तिमाही की आय की घोषणा से पहले भेदिया कारोबार के जरिए सामूहिक रूप से 10 लाख डॉलर से अधिक का लाभ कमाने को लेकर इन सात व्यक्तियों के खिलाफ आरोपों की घोषणा की.
एसईसी की शिकायत के अनुसार, सुरे, लागुडु और छोटू पुलागम ने ट्विलियो के राजस्व संबंधी विभिन्न डेटाबेस तक पहुंच हासिल की और मार्च, 2020 में उन्हें डेटाबेस से पता चला कि उपभोक्ताओं ने कोविड-19 के मद्देनजर उठाए गए स्वास्थ्य संबंधी कदमों के कारण कंपनी के उत्पादों एवं सेवाओं का उपयोग बढ़ा दिया है. उन्होंने एक सामूहिक बातचीत में यह निष्कर्ष निकाला कि ट्विलियो के शेयर की कीमत ‘‘निश्चित ही बढ़ेगी.''
एसईसी ने आरोप लगाया कि भेदिया कारोबार को प्रतिबंधित करने वाली कंपनी की नीति के बावजूद सुरे, लागुडु और छोटू पुलागम ने उसके शेयर संबंधी जानकारी साझा की.
Illegal Trading शेयर बाजार की अवैध ट्रेडिंग पर पुलिस की छापेमारी, 13 गिरफ्तार
Representational Pic
पिंपरी. शेयर बाजार (Share Market) के उतार चढ़ाव का अवैध इस्तेमाल कर ऑनलाइन एप (Online App) के जरिए अवैध ट्रेडिंग (Illegal Trading) (डब्बा ट्रेडिंग) करने वाले तीन ट्रेडर्स पर छापेमारी करते हुए 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस के डकैती विरोधी दस्ते ने पिंपरी में की गई इन छापेमारी में एक लाख 20 हजार रुपए की नकद और 15 मोबाइल फोन बरामद किए है।
आरोपियों ने बिना अनुमति के शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का इस्तेमाल करने के लिए ऑनलाइन एप का इस्तेमाल किया। इसी के आधार पर डब्बा ट्रेडिंग के जरिए अवैध व्यापार किया। इसके लिए किसी डीमैट खाते का इस्तेमाल नहीं किया गया। उन्होंने सेबी में पंजीकरण किए बिना अपनी पहचान छुपाकर और टैक्स चोरी कर सरकार को धोखा दिया।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में वासु खुशालदास बालाणी (51), प्रकाश पासमल मनसुखानी (52), रवि अच्युत गायकवाड (35), विकी सुरेश कांबले (36), रोशन सुरेश मखिजा (29), सतीश दत्तात्रय खेडकर (35), राहुल मारुती कांबले (48), रितेश अरुण गायकवाड (32), राजकुमार आवतराम कुंदनानी (45), गोविंद मोहनदास नथवानी (52), हरेश सेवकराम सचदेव (31), क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? जीतु सुरेश मखिजा (31), और जीतु शंकर वलेचा (24), का समावेश है।
पिंपरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज
पिंपरी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि, सभी गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ सिक्युरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में क्राइम ब्रांच के डकैती विरोधी दस्ते के सहायक पुलिस निरीक्षक सिद्धेश्वर कैलासे ने पिंपरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस कमिश्नर को पिंपरी में शेयर बाजार में अवैध ट्रेडिंग का डब्बा ट्रेडिंग का प्रकार जोरशोर में शुरू रहने की जानकारी मिली थी। इसके अनुसार डकैती विरोधी दस्ते को कार्रवाई के आदेश दिए गए।
इन्वेस्टमेंट के कार्यालयों पर एक साथ छापेमारी
दस्ते की अलग अलग टीमों ने पिंपरी के एप्पल बिल्डर एंड डेवलपर्स, अशोक थियेटर के पास शेअरखान और गेलार्ड चौक के बालाजी इन्वेस्टमेंट के कार्यालयों पर एक साथ छापेमारी की। इस कार्रवाई में उक्त 13 आरोपियों को गिरफ्तार उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। साथ ही एक लाख 20 हजार रुपए की नकद राशि और 15 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। पिंपरी पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
क्रिप्टो में सामने आया इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला, जानिए आरोपियों ने कैसे बनाए करोड़ों
अमेरिका की एक अदालत ने इस मामले में एक भारतीय नागरिक को दोषी करार दिया है. इस आरोप में अधिकतम 20 साल की जेल की सजा का प्रावधान है.
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा पहला इंसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला. क्रिप्टो को लेकर जिस बात का डर था वैसा ही हुआ है. क्रिप्टो में इनसाइडर ट्रेडिंग हो रही थी. इस मामले में दुनिया में पहली बार किसी को क्रिप्टोकरेंसी में इनसाइडर ट्रेडिंग का दोषी पाया गया है. मामला जानने से पहले इनसाइडर ट्रेडिंग को समझना जरूरी है. अभी तक इनसाइडर ट्रेडिंग आपने शेयर मार्केट में ही सुनी होगी. इसलिए पहले इसे समझ लेते हैं. आम भाषा में समझें तो जब क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? कोई व्यक्ति गैर कानूनी तरीके से शेयरों की खरीद बिक्री करके फायदा कमाता है तो इसे ही इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं. इसे हिंदी में भेदिया कारोबार भी कहते हैं.
ऐसा खासकर किसी बड़ी कंपनी के मैनेजमेंट से जुड़ा हुआ व्यक्ति कंपनी के अंदर की अहम जानकारियों के आधार पर करता है. बता दें कि यह मामला दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक कॉइनबेस से जुड़ा है. इससे भी चौंकाने वाली बात ये है कि अमेरिका की एक अदालत ने इस मामले में एक भारतीय नागरिक को दोषी करार दिया है. इस आरोप में अधिकतम 20 साल की जेल की सजा का प्रावधान है.
आरोपियों पर 12 करोड़ रुपये का लाभ कमाने का आरोप
दरअसल, दोषी निखिल वाही कॉइनबेस के एक पूर्व प्रोडक्ट मैनेजर ईशान वाही का भाई है. निखिल ने ईशान और अपने दोस्त समीर रमानी के साथ मिलकर करीब 12 करोड़ रुपये से ज्यादा का अवैध लाभ कमाया था. निखिल को सजा दिसंबर में सुनाई जाएगी. वहीं ईशान वाही ने अभी तक अपना दोष स्वीकार नहीं किया है, जबकि समीर रमानी फरार है. जुलाई में गिरफ्तार किए गए निखिल वाही ने कोर्ट में अपना अपराध कबूल कर लिया है. इशान वाही ने अपने भाई और एक अन्य दोस्त समीर रमानी को उन डिजिटल एसेट्स के बारे में बताया था जो कॉइनबेस पर ट्रेड के लिए आने वाली थीं. 26 वर्षीय निखिल ने मैनहॉटन की अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई के दौरान स्वीकार किया कि उन्होंने कॉइनबेस की गोपनीय जानकारियों के आधार पर क्रिप्टो में ट्रेडिंग की थी.
ये भी पढ़ें
अब तक नहीं मिला इनकम टैक्स रिफंड? इन 10 स्टेप्स से तुरंत खाते में आएगा पैसा
Gold rate today: दो महीने के सबसे निचले स्तर पर सोना, अभी और गिरेंगे भाव!
अक्टूबर में PPF, सुकन्या समृद्धि की बढ़ेगी ब्याज दर? सरकारी कमाई बढ़ने से जगी उम्मीद
SBI ने लोन की ब्याज दरें बढ़ाईं, पुराने ग्राहकों को अधिक देनी होगी EMI
जून 2021 से अप्रैल 2022 के बीच का है मामला
Prosecutors का कहना था कि ईशान ने अपने भाई और उनके दोस्त समीर रमानी के साथ यह गोपनीय जानकारी शेयर की थी कि कॉइनबेस आने वाले दिनों में किन क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल एसेट्स को अपने प्लेटफॉर्म पर शामिल करेगा. अब ये जान लेते हैं कैसे इस साजिश को रचा गया. निखिल और समीर रमानी ने ईशान से मिली जानकारियों के आधार पर एथेरियम ब्लॉकचेन वॉलेट का इस्तेमाल कर कॉइनबेस प्लेटफॉर्म पर जल्द आने वाली क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल एसेट्स को खरीदा. प्लेटफॉर्म पर आने के बाद इनकी कीमतों में तेजी आने पर बेच दिया. कॉइनबेस के आधिकारिक ऐलान से पहले इन्होंने जून 2021 और अप्रैल 2022 के बीच कम से कम 14 बार ऐसी ट्रेडिंग की. इन दोनों गोपनीय जानकारियों की मदद से 15 लाख डॉलर का लाभ कमाया. इस मामले में आरोपियों ने कम से कम 25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में अवैध व्यापार किया और लाखों डॉलर का अवैध लाभ कमाया. ईशान वाही पर वायर फ्रॉड की साजिश व वायर फ्रॉड के दो मामले दर्ज हैं.
Cryptocurrency: निवेश, कानून, टैक्स, रिस्क क्या है? HOLD करें या बेचें? जानें मन में चल रहे सभी सवालों के जवाब
Cryptocurrency latest news: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में हल्ला मचा है. कुछ देशों में इसे लीगल टेंडर माना है. वहीं, कहीं पूरी तरह से बैन है. हालांकि, कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां इस पर कोई सफाई नहीं है. अब भारत में इसको लेकर रेगुलेशन तैयार होने हैं.
Cryptocurrency: केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की तैयारी है. खबर के बाद से ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी का भाव गिर गए हैं. क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट (Regulation on Cryptocurrency) करने वाला विधेयक पेश करेगी. बिल (Cryptocurrency bill) में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है.
RBI को मिलेगी डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क
क्रिप्टोकरेंसी टेक्नोलॉजी (Cryptocurrency technologies) को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है. हालांकि, किने क्रिप्टोकरेंसी में ढील दी जाएगी ये साफ नहीं है. वहीं, बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
क्रिप्टो में अभी तक क्या हुआ?
क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन (Cryptocurrency regulations) के लिए संसद में बिल लाएगी सरकार. बिल में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी (Private Cryptocurrency) पर पाबंदी लगाने की चर्चा है. कुछ अपवादों को छोड़कर निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगना तय है. RBI अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) जारी करेगा. दूसरे देशों में देखें तो अमेरिका (US), यूरोप समेत कई बड़े देशों में फिलहाल क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं है.
क्रिप्टो को कानूनी दर्जा कहां?
El Salvador, क्यूबा और यूक्रेन में क्रिप्टो के लिए अलग कानून है. दुनिया में केवल El Salvador में क्रिप्टोकरेंसी लीगल टेंडर (Cryptocurrency legal tender) है. IMF ने El Salvador में क्रिप्टो को लीगल करेंसी इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई थी. वहीं, क्रिप्टोकरेंसी पर चीन, इंडोनेशिया, Egypt में पूरी तरह से बैन है. वियतनाम, रूस, ईरान और तुर्की में क्रिप्टो पर आंशिक रूप से बैन किया गया है.
भारत में क्रिप्टो मार्केट का हाल
- भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशक है.
- भारत में 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी है.
- भारत की 7% से ज्यादा जनसंख्या के पास क्रिप्टोकरेंसी मौजूद.
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी में 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश.
- क्रिप्टो में निवेश करने वालों की औसतन उम्र 24 साल.
- 60% क्रिप्टो निवेशक टियर II और टियर III शहरों से हैं.
- भारत में छोटे एक्सचेंज के अलावा 16 एक्सचेंज पर क्रिप्टो ट्रेडिंग होती है.
- 65% लोगों ने पहले इन्वेस्टमेंट के तौर पर क्रिप्टो में निवेश किया है.
भारत Vs ग्लोबल
दुनियाभर में क्रिप्टो निवेशकों की संख्या
देश निवेशक
भारत 10 करोड़
अमेरिका 2.74 करोड़
रूस 1.74 करोड़
नाइजीरिया 1.3 करोड़
भारत Vs ग्लोबल
- भारत में 16 एक्सचेंजेज, दुनिया में 308 एक्सचेंज.
- कुल 10 हजार से ज्यादा क्रिप्टो करेंसी.
क्रिप्टो में क्या हुआ?
क्रिप्टो के एक्सचेंज
एक्सचेंज (प्रतिदिन वॉल्यूम $)
BINANCE $35 अरब
OKEx $10 अरब
COINBASE $7.4 अरब
KRAKEN $1.47 अरब
BITFINEX $1.04 अरब
WAZIRX $27.5 करोड़
COINDCX $11.2 करोड़
ZEBPAY $3.6 करोड़
क्रिप्टो में निवेश पर खर्च
- हर एक्सचेंज पर चार्जेज अलग-अलग.
- प्रति ट्रेड 0.5-1% की फीस.
- बैंक से वॉलेट में पैसे डालने पर 5-20 रुपए फीस.
- पैसे निकलने के लिए भी देनी होती है फीस.
- AMC फीस 30-300 रुपए प्रति महीने.
क्या है भारत क्या कॉपी ट्रेडिंग अवैध है? में कानून ?
क्रिप्टो पर कानून
- 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने RBI के प्रतिबंध को हटाया.
- भारत में क्रिप्टो अवैध नहीं.
- बैंक क्रिप्टो खरीदने-बेचने से इनकार नहीं कर सकते.
सरकार क्यों ला रही है रेगुलेशन ?
RBI की चिंता
- क्रिप्टोकरेंसी के चलते इकोनॉमी में अस्थिरता संभव.
- क्रिप्टो का असर महंगाई और फॉरेक्स पर संभव.
- RBI का जल्द डिजिटल करेंसी लाने का प्रस्ताव.
सरकार क्यों ला रही है रेगुलेशन?
- निवेशकों के निवेश की सुरक्षा जरूरी.
- क्रिप्टो से जुड़े भ्रामक विज्ञापनों पर रोक जरूरी.
- टेरर फंडिंग, हवाला में क्रिप्टो का इस्तेमाल.
- क्रिप्टो पर रोक संभव नहीं, लेकिन रेगुलेशन जरूरी: स्थायी समिति.
- PM मोदी की तमाम देशों से अपील, गलत हाथों में ना जाए क्रिप्टो.
- RBI और SEBI भी क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
क्रिप्टो के क्या हैं पॉजिटिव?
- नए जमाने की एसेट क्लास.
- नई टेक्नोलॉजी पर बना है.
- सरकार या रेगुलेटर का कोई हस्तक्षेप नहीं.
- लेनदेन में प्राइवेसी.
क्रिप्टो के क्या हैं निगेटिव?
- सरकार या सेंट्रल बैंक का कोई कंट्रोल नहीं.
- गलत कामों में इस्तेमाल की आशंका.
- फ्रॉड और स्कैम के कई मामले.
- बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव.
- ट्रांजैक्शन चार्ज बहुत ज्यादा.
किन बातों पर साफ नियम बनाने की जरूरत
1. किसे पब्लिक या किसे प्राइवेट क्रिप्टो माना जाए?
2. क्या सिर्फ लेनदेन पर लगेगी रोक या निवेश पर भी?
3. जिनके पास क्रिप्टो है उनका क्या होगा?
4. क्रिप्टो को कौन रेगुलेट करेगा?
5. सरकार क्रिप्टो को क्या मानेगी, लेनदेन की करेंसी या निवेश के लिए एसेट?
6. टैक्स कितना लगेगा?
टैक्स कितना लगेगा?
- शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स?
- GST?
- STT?
- कोई टैक्स नहीं?
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 705