Demat Account में Transaction करना Net Banking की तरह होता है, जिसे आप मोबाइल, लेपटॉप, PC में इन्टरनेट के माध्यम से कर सकते हैं.

RECURRING ACCOUNT DEPOSIT

डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है

करंट बैंक अकाउंट क्या होता है: आज के दौर में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसका की बैंक खाता नहीं खुला होगा। किसी भी तरह की योजनायें होती हैं, उन सभी में मिलने वाले लाभ ज्यादातर बैंक खाते के माध्यम से ही प्राप्त होती हैं। लेकिन ये बैंक खाता भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं। जैसे बचत खाता, चालू खाता, वेतन खाता, एनआरआई बैंक खाता, जैसे कई तरह के बैंक खाते होते हैं। लेकिन सामान्यतः लोग सेविंग अकाउंट खुलवाते हैं। लेकिन जब भी हम बैंक में खाता खुलवाने जाते हैं या फिर ऑनलाइन खाता खोलने के लिए फॉर्म भरते हैं, तो बैंक में भी हमको पूछा जाता है कि हमको कौन सा खाता खुलवाना है। जैसे करंट अकाउंट या फिर सेविंग अकाउंट। ऐसा क्या अंतर है इन दोनों बैंक खातों में जो कि खाता खुलवाने के समय भी हमसे सवाल किया जाता है कि हमको कौन सा खाता खुलवाना है। अक्सर कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है, ये चालू खाता क्या होता है। लेकिन बचत खाता के बारे में तो डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है थोड़ा बहुत सभी लोग जानते ही होंगे क्योंकि इसका नाम ही बचत से शुरू होता है। तो दोस्तों आज हम जानेंगे कि करंट बैंक अकाउंट क्या होता है। (What is Current Bank Account) और हमको कौन सा बैंक खाता खुलवाना चाहिए।

करंट बैंक अकाउंट क्या होता है?

करंट बैंक खाता ही चालू बैंक खाता कहलाता है। सामान्यतौर पर यह बैंक अकाउंट वो लोग खुलवाते हैं, जो की व्यापारी, जैसे ये अकाउंट कंपनियों, फर्मों, किसी सार्वजनिक उद्योग कम्पनियाँ होती हैं। क्योंकि उन लोगों को कभी भी किसी भी चीज का लेनदेन करना हो सकता है। नियमित रूप से पैसों के ट्रांजेक्शन के लिए यह करंट बैंक खाता लाभदायक होता है। इस प्रकार के करंट खातों में लेनदेन की कोई सीमा नहीं होती है। चालू खाते में आप जब और जितनी बार चाहें पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। लेकिन यहाँ आपको किसी भी तरह का ब्याज डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है नहीं प्राप्त होता है, जैसे बचत खाता खुलवाने पर आपको सालाना ब्याज प्राप्त होता है। लेकिन चालू खाते में आपको किसी तरह का ब्याज नहीं मिलता। कुल मिलकर करंट अकाउंट जो व्यापारी या फिर जो व्यक्ति नियमित रूप से बड़ी राशि का लेनदेन करते हैं उनके ही लिए होते हैं। साथ ही करंट बैंक अकाउंट में सर्विस चार्ज भी काटा जाता है।

करंट बैंक खाता खुलवाने के लाभ और सुविधायें

  • इस तरह के बैंक खाते केवल व्यवसायी, या बड़ी कम्पनियाँ ही खुलवाती हैं जो की नियमित रूप से बड़ी धनराशि का लेनदेन करते हैं।
  • चालू बैंक खाते में आपके बचत खाते से अधिक लेनदेन की सीमा होती है।
  • चालू बैंक खाते में किसी तरह की लिमिट नहीं होती है, आप कितने भी पैसे निकाल सकते हैं।
  • करंट बैंक अकाउंट में ओवरड्रॉफ्ट की सुविधा प्रदान की जाती है।
  • इस तरह के बैंक खातों में भी बचत खातों के जैसे ही Know Your Coustomer(KYC) गाइडलाइंस को फॉलो किया।
  • करंट बैंक खाते में आपको NEFT/RTGS में भी शुल्क पर छूट प्राप्त होती है।
  • यहाँ आप कई तरह की सुविधायें प्राप्त कर सकते हैं। जैसे की फंड्स ट्रांसफर करना, चेक रिसीव करना, कैश जैसी कई सारी सुविधायें।
  • करंट बैंक खातों में लेनदेन पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है।
  • इस प्रकार के बैंक खातों में आप एक तय न्यूनतम राशि से कम पैसे नहीं रख सकते हैं। यदि आप निर्धारित राशि से कम पैसे अपने खाते में रखते हैं, तो आपको इसका चार्ज देना होगा।
  • करंट बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए आप किसी भी बैलेंस पर खाता नहीं खुलवा सकते हैं, इस अकाउंट में बैंक का ओपनिंग बैलेंस होता है। आपको इस पर ही खाता खुलवाना होता है।

हमें कौन सा अकाउंट खोलना चाहिए

हमे कौन सा अकाउंट खुलवाना चाहिए, ये इस बात पर डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है निर्भर करता है कि हम क्या काम करते हैं। हमको हमारे पैसों की बचत करनी है, या फिर हमको अपने पैसों का किसी चीज में निवेश करना है। या हमको कोई चीजें खरीदनी और बेचनी हैं। या फिर आपको अपना पैसा बैंक में जमा करके लम्बे समय तक बचाना है। आप दिए गए कुछ तरह के खाते खोल सकते हैं, वो भी अपनी आवश्यकता अनुसार।

  • बचत बैंक खाता – बचत खाता हम किसी भी बैंक(सरकारी या प्राइवेट बैंक) में बैंक की न्यूनतम ओपनिंग बैलेंस पर खुलवा सकते हैं। इस तरह के खाते में पैसे जमा करने पर आपको बचत राशि पर ब्याज भी प्रदान करवाया जाता है। यहाँ आप कभी भी पैसे जमा कर सकते हैं, और निकल भी सकते हैं। यहाँ पर अकाउंट से पैसे निकलने की एक सीमा तय होती है।
  • करंट अकाउंट- इस प्रकार के या चालू खाते व्यवसायी लोगों और कम्पनियों और सरकारी उद्यमों द्वारा खुलवाए जाते हैं। इसमें आप कभी भी कितने भी पैसों का लेनदेन कर सकते हैं, यहाँ आपको किसी तरह का ब्याज नहीं प्राप्त होता। साथ ही आपका सर्विस चार्ज भी काटा जाता है।

डीमैट खाते में नॉमिनेशन से जुड़े हर सवाल का जवाब पाएं यहां

  • Money9 Hindi
  • Publish Date - June 30, 2021 / 05:00 PM IST

डीमैट खाते में नॉमिनेशन से जुड़े हर सवाल का जवाब पाएं यहां

Nomination in Demat Account: आपके हर निवेश, हर बैंक खाते में नॉमिनेशन भरना कितना जरूरी है ये कोविड-19 महामारी के संकट ने समझाया है. आपका निवेश और आपकी प्लानिंग धरी की धरी रह जाएगी अगर आपने नॉमिनेशन सही से नहीं किया और आपके परिवार को इन्हीं पैसों के लिए कागजातों और बैंक ब्रांच के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. कोविड19 के दौर में ये और जरूरी है कि परिवार इसका फायदा बिना किसी अतिरिक्त अड़चनों के उठा सके. आप अपना बैंक खाता खुलवाते वक्त नॉमिनेशन की जानकारी देते हैं, लेकिन क्या डीमैट खाते में भी आपने अपना नॉमिनी चुना है? अब जब शेयरों में भी रिटेल निवेशकों का रुझान इतना ज्यादा है तो जरूरी है कि नॉमिनेशन से जुड़ी बारीकियां भी वे समझें.

कब करें नॉमिनेशन?

नॉमिनेशन की प्रक्रिया बेहद आसान है जिससे डीमैट खाते के मालिक अपने मुताबिक ये तय कर सकते हैं कि उनके निधन पर किसे अपने शेयर देना चाहते हैं. ये नॉमिनेशन आप डीमैट खाता खुलवाते वक्त भी भर सकते हैं या फिर अगर आपने नहीं भरा तो बाद में भी इसे अपडेट किया जा सकता है. आप किसी NRI को भी डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है नॉमिनी बना सकते हैं.

एक डीमैट खाते में अधिकतम 3 लोगों को नॉमिनी बनाया जा सकता है. खाताधारक को नॉमिनी की कुछ जानकारी भरनी होगी. अगर दो या उससे ज्यादा नॉमिनी तय किए हैं तो खाताधारक को सभी नॉमिनी की हिस्सेदारी तय करनी होगी कि निधन पर किसे कितना फीसदी हिस्सा मिलेगा.

क्या बाद में नॉमिनेशन बदल सकते हैं?

अगर खाता खुलवाते वक्त आपने नॉमिनी नहीं भरा तो आप बाद में नॉमिनेशन फॉर्म फॉर्म भरकर डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट या ब्रोकर को जमा कराना होगा. अगर नॉमिनी बदलना हो तो वो भी किया जा सकता है. इसके लिए बस इस नॉमिनेशन फॉर्म को दोबारा भरकर जमा कर सकते हैं.

किसी भी सामान्य या जॉइंट डीमैट खाते में नॉमिनी तय किया जा सकता है. लेकिन, अगर कोई ट्रस्ट, सोसायटी या कॉरपोरेट बॉडी, पार्टनरशिप कंपनी, HUF (हिंदु उनडिवाइडेड फैमिली) या पावर ऑफ अटर्नी रखने वाले लोग नॉमिनेशन नहीं भर सकते.

जॉइंट डीमैट खाते में नॉमिनेशन

जॉइंट डीमैट खाते में भी नॉमिनेशन किया जा सकता है. हालांकि, एक होल्डर के निधन पर दूसरे होल्डर को सिक्योरिटी ट्रांसफर होगी. अगर दोनों होल्डर्स की मृत्यु हो जाती है तो ही नॉमिनी को ये ट्रांसफर होगा. अगर नॉमिनी नहीं दिया तो कानूनी वारिस को ये ट्रांसफर होंगे.

NSDL के मुताबिक एक माइनर यानी 18 वर्ष से कम के बच्चों को भी डीमैट खाते में नॉमिनी बनाया जा सकता है. लेकिन, जब भी नॉमिनी माइनर होगा तो डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है उसके अभिभावक या गार्जियन की भी जानकारी देनी होगी.

भारतीय बैंकों में कितने प्रकार के खाते खोले जाते हैं?

भारत में आधुनिक बैंकिंग सेवाओं का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है। देश में विभिन्न आय वर्ग के लोगों, उनकी जरूरतों और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के बैंक खातों का विकास हुआ है, जैसे चालू खाता बड़े व्यापारी या संस्थान खुलवाते हैं जबकि बचत खाता मध्य आय वर्ग के लोग खुलवाते हैं l इस लेख में हम बचत खातों, चालू खातों और सावधि जमा खातों के बारे में पढेंगेl

भारत में आधुनिक बैंकिंग सेवाओं का इतिहास दो सौ वर्ष पुराना है। देश में विभिन्न आय वर्ग के लोगों, उनकी जरूरतों और अर्थव्यवस्था की जरूरतों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के बैंक खातों का विकास हुआ है, जैसे चालू खाता बड़े व्यापारी या संस्थान खुलवाते हैं जबकि बचत खाता, मध्य आय वर्ग के लोग खुलवाते हैं l इस लेख में हम बचत खातों, चालू खातों और सावधि जमा खातों के बारे में पढेंगेl

Technical Diwanji

Demat Account क्या है – What is Demat Account in hindi : दोस्तो यदि आप Share Market या Share में कुछ Investment करने की Planning कर रहे हैं तो आपने Demat Account के बारे में जरूर सुना होगा. इसको लेकर आपने मन में ये सवाल जरूर उठे होंगे-

  • डीमैट खाता क्या है ? – What is demat account in hindi
  • इसे कैसे Open कर सकते हैं? – how to open demat account in hindi
  • इसका काम क्या है? – use of डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है demat account
  • इसके क्या फायदे हैं ? – benefits of demat account

तो दोस्तो आपकी परेशानी को ध्यान में रखते हुए आज हम इन्ही सवालों के जवाब देंगे। तो आइये जानते हैं-

Demat Account क्या है – What is Demat Account in hindi

बहुत समय पहले जव कोई व्यक्ति किसी कम्पनी के Share Buy करता था, तब उसके बदले में कुछ कागजात मिलते थे, जो उस शेयर को खरीदने का प्रूफ होता था. जिसे Paper Share/ Share Certificate और इस तरीके को Entry Book कहा जाता था, इस तरह से Share को Buy- sell करना बड़ा ही जटिल तरीकाहोता था, जिसमें व्येक्ति का समय और ऊर्जा दोनो वर्बाद होती थी, लम्बा Process होने के कारण कभी कभी Share Holder को नुकसान भी उठाना पड़ता था.

इसके साथ और भी कारण थे, जिसके कारण इस तरीके से Share Buy और Sell करना घाटे का सौदा था-

1-शेयर पेपर चोरी और नष्ट होने की बहुत ज्यादा संभावनाएं रहती थी.

2-पेपर ज्यादा पुराने होने के कारण इनके वेरिफिकेशन में बहुत ज्यादा समस्या आती थी.

3-यदि शेयर को ट्रान्सफर करना हो तो स्टॉम्प ड्यूटी फीस लगती थी, जो ज्यादा थी.

डीमैट एकाउंट को कैसे खोलते हैं – how to open demat account in hindi

Individual Demat Account को खुलवाना Personel Bank Account के खुलवाने जैसा ही डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है है. यह प्रक्रिया दो स्टेप में पूरी हो जाती है. जबकि Institution Demate Account को खुलवाने में बहुत सारी जरूरतों को पूरा करना पड़ता है, जो एक लम्बी प्रक्रिया है.

आज हम यहां केवल Individual Demat Account कैसे खुलवाते हैं इसके डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है बारे में ही जानेंगे. Individual Demat Account खुलवाने के लिए Depository Participant (DP) या Broker से सम्पर्क करना पड़ता है. उसके बाद वह आपको Demat Account Opening Booklet उपलब्ध करायेगा, जिसमें चाही गयी जानकारियों को भरने के बाद इन कागजातों को साथ में Attach करना पड़ता है-

1-पहचान पत्र ( Adhar Card, Votors ID, Pan Card )

2-Address Proof (Adhar Card, Ration Card, Votor id, Electricity bill, post paid mobile bill )

डीमैट एकाउंट कौन खोलता है – Who is Open Demat Account

भारत में Demat Account को खोलने के लिए दो सरकारी संस्थायें NSDL ( National Securities Depository Limited ) एवं CDSL ( Central Securities Depository Limited ) काम करती है. जिसके 500 से भी ज्यादा एजेंट काम कर रहे है, जिन्हे DP या Depository Participants कहा जाता है.

इसके साथ ही Demat Account को खोलने के लिए कुछ Private Institution भी काम करते हैं, जिसमें से कुछ India infoline, Sharekhan, Zerodha आदि है.

इसके साथ ही आप चाहे तो SBI, HDFC, PNB,ICICI, IDBI, KOTAK,AXIS जैसे बैंक में भी Demate Account खुलवा सकते हैं.

डीमैट एकाउंट में कौन-कौन से Charges लगते हैं – demat account opening charges

Demat Account Open करने से लेकर उसका रख-रखाव करने के लिए कई तरह के फीस चार्ज लगते हैं. जिसमें कुछ इस प्रकार है-

ये रहा अकाउंट खुलवाने का पूरा प्रोसेस

- SBI ग्राहक को सबसे पहले अपने फोन में योनो ऐप (YONO App) डाउनलोड करना होगा.
- YONO ऐप में लॉगइन करें.
- इसके बाद आपको इन्वेस्टमेंट ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.
- इसके बाद आपको ओपन डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट पर क्लिक करना होगा.
- प्रोसेस पूरा हो जाने के बाद आपको सब्मिट पर क्लिक करना होगा.

क्या है डीमैट अकाउंट?

इस अकाउंट के जरिए आप मार्केट में पैसा लगा सकते हैं. अगर आप ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं डीमैट अकाउंट कौन खुलवाता है तो आपको सबसे पहले यही अकाउंट खुलवाना होता है. शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरत है.

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