किसानों को अक्सर उनकी फसल का मंडी विकल्पों की पैदावार में सही मूल्य नहीं मिल पाता है, तो उनको काफी अधिक नुकसान उठाना पड़ता है. किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई करने के लिए हरियाणा सरकार ने भावांतर भरपाई योजना की शुरुआत की है. योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की फसल का सही मूल्य चुकाना है.
हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए चलाई 6 प्रमुख योजनाएं, क्या आपने लिया है इनका विकल्पों की पैदावार लाभ, जाने अवश्य
आज इस खबर के माध्यम से हम आपको उन सभी योजनाओं के बारे में बताने जा रहे है. जो कि हरियाणा के किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो रही और जिस किसान विकल्पों की पैदावार ने अभी अभी तक इन योजनाओं का लाभ नहीं लिया है.तो वह तुरंत हमारे बताए गए कामों को अवश्य पूरा कर लें. जिससे उसको लाभ मिल सके इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को उनकी होने वाली आमदनी का दुगुना पैसा मिल जाएगा.
हरियाणा कृषि के मामले में देश के प्रमुख राज्य में से एक हैं. फसलों की पैदावार बड़े और किसानों की आमदनी में इजाफा हो इसके लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. आज किसान दिवस के मौके पर हम आपको उन योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसका फायदा उठा सकते हैं.
प्रदेश में बिजली संकट : गांव से लेकर शहरों तक अब 1 से 3 घंटे होगी बिजली कटौती
राजस्थान में बिजली कटौती अब एक से तीन घंटे तक होगी। रबी की खेती की वजह से बिजली की मांग बढ़ गई है। ऐसे में सरकार ने प्रदेश में एक से तीन घंटे तक बिजली कटौती करने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि कोयले की किल्लत की वजह से पावर प्रोडक्शन पर असर पड़ रहा है। फिलहाल जब तक हालात सामान्य नहीं होते तब तक बिजली कटौती की जाएगी।
शहरों और गांवों में सुबह तथा औद्योगिक क्षेत्रों में शाम को बिजली कटौती की जाएगी। औद्योगिक क्षेत्रों में 125 केवीए से अधिक लोड वाले उद्योग शामिल हैं, जिन्हें 3 घंटे विकल्पों की पैदावार तक निर्धारित क्षमता से 50 प्रतिशत कम लोड पर इकाई संचालित करनी होगी। ऐसे में ऊर्जा विकास निगम ने पावर मैनेजमेंट फेल होने के बाद कटौती का शेड्यूल जारी किया है।
गेहूं फसल की भरपूर पैदावार के लिए उर्वरक के विभिन्न विकल्प, गेहूं की 5 भरपूर पैदावार देने वाली किस्मों के विषय में जानिए
उज्जैन। उप संचालक किसान कल्याण और कृषि विकास द्वारा जानकारी दी गई कि गेहूं फसल में डीएपी के स्थान पर विभिन्न उर्वरकों के विकल्प मौजूद हैं। किसान भाई गेहूं में डीएपी के स्थान पर अन्य उर्वरक जैसे कि एनपीके 12:32:16 तथा सिंगल सुपर फास्फेट का उपयोग कर सकते हैं। गेहूं में सिफारिश के अनुसार तत्वों की पूर्ति के लिये रासायनिक उर्वरक के भी विभिन्न विकल्प मौजूद हैं।
यह विकल्प है यूरिया के
इसमें बतौर विकल्प यूरिया मात्रा 260 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर, सिंगल सुपर फास्फेट मात्रा 375 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर, म्युरेट पोटाश मात्रा 67 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर अथवा एनपीके 12:32:16 मात्रा 200 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर, यूरिया मात्रा 208 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर, म्युरेट पोटाश मात्रा 13 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर अथवा एनपीके 10:26:26 मात्रा 155 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर, यूरिया मात्रा 230 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर और सिंगल सुपर फास्फेट मात्रा 125 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर का चयन उपलब्धता एवं दर अनुसार किसान भाई कर सकते हैं।
उप संचालक ने अपील की है कि किसान भाई मिट्टी परीक्षण अवश्य करायें। परीक्षण के आधार पर नत्रजन, सिंगल सुपर फास्फेट एवं पोटाश की मात्रा का निर्धारण करें। जिंक सल्फेट का प्रयोग तीन फसल के उपरान्त 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से करें। बुवाई के समय स्फुर एवं पोटाश की पूरी तथा नत्रजन 1/3 मात्रा उपयोग करें। नत्रजन की शेष मात्रा दो विकल्पों की पैदावार बराबर हिस्सों में बांटकर पहली और दूसरी सिंचाई के विकल्पों की पैदावार विकल्पों की पैदावार साथ दें।
PM Kisan Yojana December Update : किसानों को मिलेंगे 4-4 हज़ार रुपए की किस्त, देखें सरकारी आदेश
Newz Fast, New Delhi इसी माह किसानों ( Farmer ) को एक बहुत बढ़ी खुशख़बरी मिलने वाली है ! क्योंकि जल्द ही उनके विकल्पों की पैदावार खातें में 4-4 हज़ार रुपए आने वाले है !
देश के 10 करोड़ से अधिक किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ( Pradhan Mantri का लाभ उठा रहे हैं। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए शुरू की गई पीएम किसान योजना ( PM Farmer Scheme )।की अब तक 11 किस्तें जारी की जा चुकी हैं।
इस पीएम किसान योजना ( PM Kisan Yojana ) के तहत सरकार हर साल किसानों को 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
यह राशि किसान ( Farmer ) के बैंक खाते में दो-दो हजार रुपये की तीन किस्तों के रूप में जमा की जाती है। सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ( Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana ) की 12वीं किस्त भी जारी करने जा रही है ।
एफपीआई ने 23 दिसंबर तक भारतीय इक्विटी बाजार में 11,557 करोड़ रुपये का निवेश किया – खबर सुनो
विदेशी निवेशक दिसंबर में अब तक भारतीय शेयर बाजार में 11,557 करोड़ रुपये ला चुके हैं। यह बाजार सुधार के रूप में आता है और चीन में फिर से उभरने वाले COVID पर चिंताओं ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों को जकड़ लिया है।
डिपॉजिटरी के 23 दिसंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 1 दिसंबर विकल्पों की पैदावार से 23 दिसंबर के बीच इक्विटी में 11,557 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया।
नवंबर में एफपीआई का शुद्ध निवेश 36,200 रुपये था। यह मुख्य रूप से कमजोर अमेरिकी डॉलर सूचकांक और समग्र व्यापक आर्थिक रुझान के अनुकूल होने के कारण था। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर और सितंबर में विदेशी निवेश क्रमश: 8 करोड़ रुपये और 7,624 करोड़ रुपये था।
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