फिर उसके बाद सोमवार को बिटकॉइन में 14.5 फीसदी का उछाल देखने को मिला जो इसके लिए इस साल का सबसे बेहतर दिन रहा। वर्तमान में बिटकॉइन 24 फरवरी को आक्रमण शुरु होने के पहले स्तर से 12 फीसदी ऊपर नजर आ रहा है जबकि इसी अवधि में अमेरिकी स्टॉक में बिटकॉइन की तुलना में हल्की बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि में S&P 500 इंडेक्स 3.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है जबकि MSCI के world index में हल्की गिरावट देखने को मिली है।

MoneyControl News

Russia-Ukraine war: जानिए क्या जियोपॉलिटिकल तनाव के इस दौर में क्रिप्टो में निवेश करना है सबसे ज्यादा सुरक्षित या ये है एक छलावा

Ukraine-Russia war: रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से ही क्रिप्टोकरेंसियां सुर्खियो में रही हैं। रूस और दूसरे देशों में बिटकॉइन जैसे वोलैटाइल क्रिप्टोकरेंसी की मांग बढ़ती नजर आई है। आइए हम देखते हैं कि यूरोप में दूसरे वर्ल्ड वार के बाद के बाद के अब तक के इस सबसे संघर्ष के दौरान क्रिप्टोकरेसी का प्रदर्शन कैसा रहा है।

यूक्रेन पर रूस के अटैक शुरु होने पर शुरुआती दौर में बिटकॉइन में गिरावट देखने को मिली क्योंकि निवेशक इस जोखिम वाले एसेट से बाहर होते नजर आए। गुरुवार को बिटकॉइन 8 फीसदी तक टूट गया। हालांकि उसी दिन इसमें रिकवरी भी देखने को मिली। इसी दौरान यूरोपियन स्टॉक में 3.3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली जबकि S&P 500 इंडेक्स में 1.एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है 5 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।

संबंधित खबरें

क्रिप्टो फर्म Solrise Group के जोसेफ एडवर्ड (Joseph Edwards)का कहना है कि अभी तक के इस पूरे संकट के दौरान क्रिप्टोकरेंसी काफी हद तक अमेरिकी बाजारों के साथ कदम-ताल करते नजर आ रही है।

क्या क्रिप्टो है सुरक्षित निवेश विकल्प

क्रिप्टोकरेंसी को पसंद करने वाले निवेशक बिटकॉइन को डिजिटल गोल्ड के तौर पर देखते हैं। इसको किसी युद्ध या आपदा के समय कैश रखने का सबसे बेहतर विकल्प मानते हैं। क्रिप्टो प्रशंसकों का कहना है कि बिटकॉइन की सप्लाई की सीमित है और यह एक ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क पर काम करती है । यह नेटवर्क सरकारों की पहुंच से बाहर है जिससे इसको फ्रीज किए जाने का खतरा नहीं है। जिसके चलते यह परंपरागत करेंसियों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है।

वहीं दूसरी तरफ एक तर्क यह भी है कि चीजे इतनी आसान नहीं है। बिटकॉइन का सेफ हेवन करेक्टर साफ नहीं है । यह अक्सर वैसे ही व्यहार करता है जैसे दूसरे एसेट क्लास करते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी मुश्किल स्थिति में बिटकॉइन का व्यवहार भी इक्विटी शेयरों की तरह ही होता है और इसमें भी वो सारे जोखिम जुड़े होते है जो शेयरों के साथ जुड़े होते हैं।

MoneyControl News

First Published: Mar 05, 2022 1:55 PM

हिंदी में शेयर बाजार, Stock Tips, न्यूज, पर्सनल फाइनेंस और बिजनेस से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।

सोने को सपोर्ट देने वाला फैक्‍टर

एमके ग्‍लोबल के अनुसार एकमात्र फैक्‍टर जो इस समय सोने को मजबूती दे सकता है, वह यह है कि महंगाई और अनिश्चितताओं के दौर में हेजिंग के रूप में सोने की चर्चा हो रही है. लेकिन हाल फिलहाल में सोने में इस तरह का मूवमेंट देखने को नहीं मिला है.

Gold and Silver Price Today: सोना हुआ सस्ता, चांदी में 1,241 रुपये की बड़ी गिरावट, खरीदारी से पहले चेक करें लेटेस्ट रेट

Gold and Silver Price Today: सोना हुआ सस्ता, चांदी में 251 रुपये की गिरावट, खरीदारी से पहले चेक करें लेटेस्ट रेट

सोने पर क्‍यों है दबाव

यूएस फेड एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है द्वारा दरों में बढ़ोतरी से अमेरिकी डॉलर दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हुआ है. एक मजबूत डॉलर सोने की खरीदारी को और अधिक महंगा बना देता एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है है जिससे निवेश को लेकर आकर्षण कम हो सकता है.

अमेरिका में ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. वहीं यूएस फेड का एग्रेसिव रुख आगे भी जारी रहने से दरों में और इजाफा होने का अनुमान है. इसी के चलते सोने पर भी दबाव बना हुआ है. अगर दरों में बढ़ोतरी जारी रहती है तो सोना एक दायरे में ही ट्रेड करता दिख सकता है. सोने की कमजोरी का वर्तमान दौर तब तक जारी रह सकता है जब तक कि प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में और ज्‍यादा क्‍लेरिटी न हो.

सोने में कैसे कमाएं मुनाफा

IIFL, VP-रिसर्च, अनुज गुप्‍ता का कहना है कि टेक्निकली सोने के लिए इस हफ्ते 51500 रुपये (1675 डॉलर) और इसके बाद 51000 रुपये (1640 डॉलर) के लेवल पर सपोर्ट है. वहीं 52500 रुपये (1720 डॉलर) और उसके बाद 53000 रुपये (1760 डॉलर) सोने के लिए रेजिस्‍टेंस लेवल हैं. अगर सोने में गिरावट आए तो इसे 51500 के लेवल के आस पास खरीदना चाहिए. जबकि इसके लिए 51000 रुपये पर स्‍टॉप लॉस लगाएं. वहीं अगले कुछ दिनों के लिए 52500 – 52800 रुपये का टारगेट रखें.

अनुज गुप्‍ता का कहना है कि चांदी को 59000 रुपये (19.50 डॉलर) और फिर 57500 रुपये (18.50 डॉलर पर सपोर्ट है. जबकि 63000 रुपये (21.20 डॉलर) और फिर 64500 रुपये (22 डॉलर) इसके लिए रेजिस्‍टेंस लेवल है. चांदी को 59000 रुपसये लेवल पर खरीदना चाहिए और इसके लिए 57000 रुपये पर स्‍टॉप लॉस लगाएं. जबकि अगले कुछ दिनों के लिए 63000 से 64500 रुपये का टारगेट बनाएं.

एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है

हम आपके किराए के भुगतान को यथासंभव आसान और तनाव-मुक्त बनाने में मदद करने के लिए यहां हैं। हम जानते हैं कि हमारे किरायेदारों को हमेशा यह नहीं पता होता है कि इसके एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है साथ कहां से शुरुआत करें, इसलिए हमने किराए के भुगतान की प्रक्रिया और प्रक्रिया को समझने में आपकी मदद करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी एक साथ रखी है।

हम "किराया पहले" लोकाचार के साथ काम करते हैं। इसका मतलब यह है कि एक एचएचएस किरायेदार के रूप में, समय पर अपने किराए का भुगतान करना और आपको आने वाली किसी भी कठिनाई के बारे में हमें सूचित करना आपकी पहली प्राथमिकता है।

यह सुनिश्चित करना कि आप सुरक्षित हैं और आपके सिर पर छत है, सबसे महत्वपूर्ण बात है। इसका मतलब है कि आपके जीवन के अन्य क्षेत्रों को बेहतर ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।

हमने कुछ सामान्य अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) संकलित किए हैं जो हमें वर्षों से किरायेदारों से प्राप्त हुए हैं और इनके उत्तर नीचे दिए गए हैं।

डरावनी खबर: डॉलर के मुकाबले रुपये के 80-82 तक गिरने की आशंका, ऐसा हुआ तो क्या होगा? जानिए

बाजार विशेषज्ञों की राय है कि रुपया 80 के स्तर को तोड़कर नीचे जा सकता है.

बाजार विशेषज्ञों की राय है कि रुपया 80 के स्तर को तोड़कर नीचे जा सकता है.

डॉलर के मुकाबले रुपये (Rupee to Dollar) की कीमत काफी ज्यादा गिरी है. सोमवार को डॉलर के एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है मुकाबले रुपये ने अपना नया निम्नत . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : March 08, 2022, 12:49 IST

नई दिल्ली. रूस द्वारा यूक्रेन (Russia-Ukraine Crisis) पर हमला किए जाने के बाद रुपये के मुकाबले डॉलर की कीमत में काफी इजाफा हुआ. इसका उल्टा कहें तो डॉलर के मुकाबले रुपये (Rupee to Dollar) की कीमत काफी ज्यादा गिरी है. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये ने अपना नया निम्नतम स्तर बनाया, जो कि 77.11 था. बाजार विशेषज्ञों की राय है कि रुपया 80 के स्तर को तोड़कर नीचे जा सकता है.

इकोनॉमिक्स टाइम्स ने अलग-अलग 14 ब्रोकरेज हाउसेज, बैंक्स और ट्रेजरी डिपार्टमेंट्स के साथ एक पोल किया है. इसी पोल के नतीजे में सामने आया है कि निवेशक सेफ-हेवन (जहां निवेश सुरक्षित हो) एसेट्स में पैसा लगाएंगे और इनकी मांग में वृद्धि होगी.

दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते मामले और डॉलर इंडेक्स में सुस्ती के चलते कमोडिटी मार्केट के एक्सपर्ट्स ने सोने की कीमतों म . अधिक पढ़ें

  • News18 हिंदी
  • Last Updated : December 24, 2022, 14:01 IST
कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के कारण सोने के भाव में उछाल के साथ तेजी जारी है.
सोने की कीमत 54,000 रुपये से 55,000 रुपये के दायरे में रहने की उम्मीद है.
कोविड के मामले बढ़े तो कीमती धातु 'निवेश का सुरक्षित माध्यम' बन सकती है.

मुंबई. कोविड-19 के नए वेरिएंट (Covid-19 New Variant) की खबर से जहां शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है वहीं, सोने की कीमतों (Gold Rate Today) में तेजी जारी है. डॉलर इंडेक्स में कमजोरी और कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण गोल्ड के भाव में लगातार 8वें सप्ताह में तेजी जारी है. फरवरी 2023 के लिए MCX पर एक सुरक्षित हेवेन एसेट क्या है गोल्ड फ्यूचर का भाव ₹54,561 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का हाजिर भाव 1,797 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ, जो पिछले शुक्रवार के बंद भाव से करीब 5 डॉलर प्रति औंस ज्यादा है.

रेटिंग: 4.30
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 386